जिस मां ने अपनी 13 वर्षीय नाबालिग पुत्री के प्रेम प्रसंग में प्रेमी द्वारा अपहरण कर लिये जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, उसी ने परिवार वालों के साथ मिल कर नाबालिग पुत्री की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को गंगा नदी में ले जाकर फेंक दिया था।

हत्या के नौ दिन बाद शनिवार को पुलिस ने श्रीकृष्ण सेतु के नीचे गंगा में पुल के पाया में फंसे किशोरी के शव बरामद किया। पुलिस ने हत्यारिन मां रूणा देवी और चाचा गुलशन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में मृतका के पिता अनोज कुमार और दादा को भी नामजद किया गया है। फिलहाल दोनों फरार है।

गिरफ्तार मां ने पुलिस के समक्ष दिए अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह कबूल किया कि उसकी पुत्री का प्रेम संबंध पड़ोस के ही युवक के साथ था। 25 अप्रैल की रात पुत्री को प्रेमी के साथ घर में ही आपत्तिजनक स्थिति में देखकर परिवार के लोग आवेश में आ गए। इस दौरान प्रेमी वहां से फरार हो गया जबकि परिवार वालों ने किशोरी की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को टोटो से ले जाकर श्रीकृष्ण सेतु पर से गंगा नदी में फेंक दिया।

मामले में प्रशिक्षु आईपीएस सह मुफस्सिल थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि आदर्शग्राम टीकारामपुर निवासी रूणा देवी ने 26 अप्रैल को अपनी नाबालिग पुत्री के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।


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