मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मुझे देश के बड़े राज्य का सीएम बनाकर यादव समाज को सम्मान दिया है। लोकतंत्र को जिंदा रखने में हमारे समाज (यादव) की बड़ी भूमिका है। सीएम श्रीकृष्ण चेतना विचार मंच की ओर से एसकेएम में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने बिहार के लोगों को मध्य प्रदेश में आकर व्यवसाय करने और स्थायी तौर पर बसने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने पुरानी शिक्षा नीति को बदल कर नई शिक्षा नीति के तहत सनातन संस्कृति और अतीत के गौरव को शामिल कराया। भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के जीवन के विभिन्न प्रसंगों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया। उन्होंने कहा कि गाय पालने के कारण ही श्रीकृष्ण को गोपाल कहा जाता है। गाय में हम 33 करोड़ देवियों और मां का स्वरूप देखते हैं। मध्य प्रदेश में श्रीकृष्ण के जहां-जहां कदम पड़े हैं, उसे तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। श्रीकृष्ण ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में शिक्षा प्राप्त की थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने मोहन यादव को श्रीकृष्ण की प्रतिमा भेंट की। कार्यक्रम के दौरान समाज के विभिन्न संघ और संगठनों की ओर से चांदी का मुकुट, शॉल, प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। समारोह को श्रीकृष्ण विचार मंच के पूर्व न्यायाधीश राजेंद्र प्रसाद, अवकाश प्राप्त आईएएस गोरेलाल यादव ने भी संबोधित किया।

लीडरशीप की कमी से बिहार पिछड़ा डॉ. मोहन यादव भाजपा प्रदेश कार्यालय भी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि बिहार के लोग प्रतिभावान हैं। हर क्षेत्र में बिहार की विशेष पहचान है। लोकतंत्र को स्थापित करने और बचाने में बिहार की भूमिका रही है। कोई भी राज्य हो वहां सर्वाधिक आईएएस और आईपीएस बिहार के ही हैं। नेतृत्व क्षमता और अवसरवाद के कारण राज्य पिछड़ा है। बिहार को पिछड़ेपन से बाहर निकलने में मध्य प्रदेश मदद करेगा। मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, रामकृपाल यादव, नवल किशोर यादव मौजूद रहे।