मुजफ्फरपुर की साइबर पुलिस टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़े गिरोह के तीन सदस्य को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह के लोग आम लोगों को डरा-धमकाकर ठगी करने का काम किया करते थे। पकड़े गए तीनों शातिरों को मुजफरपुर की साइबर पुलिस की टीम ने महज 24 घंटे में पकड़ा है।

पुलिस ने इनके पास से ठगी के 1.33 लाख रुपये के साथ-साथ कई बैंक के चेकबुक, पासबुक और 32 ATM कार्ड बरामद किया गया है। इसके साथ ही NSDL बैंक का 5 ATM POS मशीन, बार कोड स्कैनर, पैन कार्ड और आधार कार्ड, पासपोर्ट भी जब्त किया गया है। पकड़े गए इन शातिर का अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन भी सामने आया है।

मुजफ्फरपुर की साइबर टीम ने इंटरनेशनल कनेक्शन रखने वाले तीन साइबर अपराधियों को पश्चिम चंपारण से गिरफ्तार किया है। इंटरनेशनल कॉल और इंटरनेशनल व्हाट्सएप नंबर से कॉल कर लोगों को निशाना बनाने का काम करते थे। इसी क्रम में साइबर थाने के विशेष टीम ने बिहार के पश्चिमी चंपारण में रेड करके जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के निवासी मो. शाहिद अफरीदी और मो. अजहरुद्दीन अंसारी और मो. एहसान आलम को गिरफ्तार किया है। ये सभी पश्चिम चंपारण के मझौलिया थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।

मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा लोगों को निशाना बनाने का अनोखा तरीका अपनाया जा रहा था, जिसमें गिरोह के सदस्य इंटरनेशनल नंबर और उसके व्हाट्सएप नंबर से कॉल कर परिवार के सदस्य को धमकी और किडनैपिंग और रेप केस से बचाने के नाम पर मोटी रकम वसूलने का काम करते थे। इस दौरान मुजफ्फरपुर की ममता कुमारी द्वारा एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें इंटरनेशनल व्हाट्सएप नंबर से फोन कर बेटे को रेप के केस में निकालने के एवज में रुपये की मांग की गई थी, जिसके बाद भुगतान कर दिया गया।

पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम का गठन किया और बारीकी से जांच के पश्चात भेजे गए रुपये की बैंक डिटेल को खंगाल गया। इसके बाद पूरी जानकारी खुल गई।

पकड़े गए शातिरों के पास से विभिन्न बैंकों के 32 एटीएम कार्ड, एटीएम स्वाइप मशीन, पॉश मशीन, बारकोड स्कैनर सिम कार्ड, एक लैपटॉप और एनएसडीएल बैंक का एटीएम कार्ड बरामद किया गया है।