मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अवैध तौर पर चल रहे आंचल बालगृह की 39 बालिकाओं को उनके परिवारों के सुपुर्द कर दिया गया है। वहीं, बाल अधिकार से जुड़ी संस्थाएं जांच में लगी हुई हैं। राजधानी के परवलिया सड़क क्षेत्र में स्थित आंचल चिल्ड्रन होम से 26 बालिकाओं के लापता होने का मामला सामने आया। पुलिस इस मामले में सक्रिय हुई और जांच में पता चला कि यह 26 बालिकाएं अपने घरों को पहुंच गई हैं।

मामले की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि 41 और ऐसी बालिकाएं हैं, जिन्हें इस चिल्ड्रन होम में रखा गया है। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जागृति किरार के सामने इन बालिकाओं को पेश किया गया और 41 में से 39 बालिकाओं को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। दो बालिकाएं अनाथ हैं, जो बालिका आश्रय गृह के पास रहेंगी। बताया गया है कि इन सभी बालिकाओं की आने वाले समय में काउंसलिंग की जाएगी। इसके लिए प्रशासन की ओर से व्यवस्था की जाएगी।

तनाव में हैं बालिकाएं

अभिभावकों ने कहा कि बच्चियों की परीक्षा का समय नजदीक है। ऐसे में वह मानसिक तनाव से गुजर रही है। उसे इसकी भी चिंता है कि अब वह परीक्षा दे पाएगी या नहीं। उन्होंने कहा कि हम मजदूर हैं, स्कूल का खर्च उठाना हमारे बस में नहीं है। एक अभिभावक ने कहा कि असुरक्षित माहौल के कारण बेटी को छात्रावास में रखा था, अब वहां भी संकट है।