बलिया का सल्लू पौने दो लाख में बिका, अतीक की कीमत डेढ़ लाख लगी : बकरीद का पर्व हो और बकरी बाजार में रौनक ना हो या कैसे हो सकता है. जानकारों की माने तो बकरीद के दिन कुर्बानी देने की परंपरा रही है. इसलिए सामर्थ्य वान लोग अपनी क्षमता अनुसार बकरा खरीदते हैं और गरीब लोगों के बीच मांस वितरण करते हैं. राजधानी पटना के विभिन्न बकरी मंडी में पिछले कई दिनों से रौनक दिख रहा था. अंतिम दिन रौनक अपने शबाब पर था. बिहार के विभिन्न जिलों से लोग बकरा खरीदने राजधानी पटना पहुंचे थे. बताया जाता है कि पटना के बकरी बाजार में बलिया के सल्लू अर्थात सलमान खान को ₹200000 में खरीदा गया है. वही अतीक नामक बकरा की कीमत डेढ़ लाख लगाया गया।

पटना के बेली रोड स्थित बकरी बाजार में देर शाम तक गहमागहमी रही। बलिया से आया सौ किलो का बकरा सल्लू 1.80 लाख रुपये में और गोपालगंज से आया 90 किलो का आमिर 1.60 लाख रुपये में बिका। इसके पहले बकरा सलमान खान, शाहरूख खान, शेर खान और अतीक डेढ़-डेढ़ लाख रुपये में बिके थे। बाजार में देर शाम तक रौनक रही। बकरा कारोबारी तरू जमां बताते हैं कि इस बार बकरों का बाजार पिछले साल की तुलना में ज्यादा अच्छा रहा है। मो. इम्तियाज बताते हैं कि बिहार, यूपी के साथ बिहार के सीमांचल सहित कई जिलों से कारोबारी बकरा लेकर आए हैं। बाजार में बकरे की शुरुआती कीमत आठ हजार रुपये रही। यहां 80 किलो से लेकर सौ किलो के बीच कई बकरों की बिक्री हुई। चालीस किलो से लेकर 75 किलो के बकरों की काफी मांग रही। लोग 12 हजार से लेकर 30 हजार रुपये तक के बकरों की ज्यादा मांग कर रहे थे। मंडी में तोतापरी और बरबरा नस्ल के बकरों की खरीदारी ज्यादा हुई।

गया में 60 हजार का पठान

गया के अकीदतमंदों ने शहर के मुख्य बाजार नगमतिया रोड से बकरे की खरीदारी की। इस बार 60 हजार के ‘पठान’ नाम के बकरा सबसे अधिक महंगा रहा। सीवान में राजस्थान के अजमेरी नस्ल का बकरा 50 हजार रुपये में बिका। बकरा विक्रेता आलम कुरैसी, मारुफ कुरैशी व माशुक कुरैशी ने बताया कि कुर्बानी के लिए देशी नस्ल के बकरे की सबसे अधिक मांग रही।

देसी नस्ल वाले की मांग अधिक रही

सारण में 10 से 15 हजार में बिकने वाले बकरों के दाम इस साल 20 से 25 हजार तक हो गए हैं। देसी नस्ल के बकरों की खूब मांग रही। बेहतरीन लंबाई और चुस्ती-फुर्ती वाले बकरों को लेने के लिए ग्राहकों की भीड़ लगी रही।

हीरा-मोती तक बिके

भागलपुर के तातारपुर में बकरा बाजार रात देर रात तक गुलजार रहा। यहां सुल्तान, हीरा, मोती, कल्लू सहित कई नाम वाले बकरे ऊंचे भाव में बिके। इनकी कीमत 21 हजार से 50 हजार तक रही। सबसे महंगा सुल्तान बिका जिसकी कीमत 50 हजार थी। दस से 25 हजार की बकरे की अधिक मांग थी।

मुजफ्फरपुर बकरा बाजार में कम खरीदारों के आने से विक्रेता मायूस दिखे। बुधवार को बाजार में एक हजार से अधिक बकरे लाए गए थे। केसरिया के मो. शब्बीर ने बताया कि तीन दिन पहले बकरा लेकर आया था। मगर ग्राहक नहीं मिला। मुजफ्फरपुर के पटियासा के मो. रिजवान ने बताया कि दो बकरों का डेढ़ लाख का जोड़ा था। 75 हजार में भी कोई ग्राहक नहीं मिला।


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