पटना. क्या आपने कभी पलंगतोड़ चिकन, लतखोर चिकन, चिकन दोगलापन खाया है? अगर नहीं तो आज हम आपको राजधानी पटना का एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आपको इन मजेदार नामों वाला चिकन खाने को मिलेगा. इस तरह के करीब आठ यूनिक नाम वाले चिकन नेपाल से आई दो लड़कियां बना कर खिलाती हैं. लिट्टी-मुर्गा खाने वाले लोगों के लिए पटना की यह दुकान बेस्ट डेस्टिनेशन है।

चिका लिट्टी नाम से यह फूड स्टॉल पटना के चर्चित स्पॉट मरीन ड्राइव पर है. जब भी आप मरीन ड्राइव से गुजरेंगे तो हवाओं में चिकन और लिट्टी की खुशबू आपका मन मोह लेगी और आप इस दुकान की ओर खींचें चले आएंगे. आग पर सेंकी हुई गोल-गोल लिट्टी पर घी का लेप और चिकन के लेग पीस के साथ ग्रेवी और प्याज का संगम, जिसको देखते ही मुंह में पानी आ जाएगा. इसका मेन्यू देख चेहरे पर मुस्कान और लिट्टी चिकन देख मुंह में पानी आना निश्चित है।

चिकन लिट्टी के अजब-गजब नाम चिका लिट्टी के इस स्टॉल पर चिका अकेलापन, चिका पलंग तोड़, चिका लैला-मजनू, चिका पारिवारिक, चिका लतखोर, चिका मियां- बीवी, चिका दोगलापन, चिका खानदानी मिलता है. एक साल पहले नेपाल से बिजनेस करने के लिए रक्षा थापर अपनी एक सहेली के साथ पटना पहुंची. उस समय मरीन ड्राइव स्ट्रीट फूड के एक अड्डे के रूप में विकसित हो रहा था. इसी जगह पर रक्षा और उसकी दोस्त ने लिट्टी-चोखा के ऑप्शन के रूप में लिट्टी और चिकनकी दुकान खोलने की योजना बनाई. नाम रखा चिका लिट्टी. लोगों को आकर्षित करने के लिए मेन्यू को मजेदार बनाया गया, ताकि लोग चिकन का स्वाद लेने के लिए पहुंचे. इस स्टॉल पर लिट्टी और चिकन मुख्य रूप से मिलता है. जिसको दोनों सहेली मिलकर बनाती हैं. शुरूआत एक छोटी सी दुकान से हुई, पर आज वे लोग चौथी दुकान खोलने की तैयारी में है।

स्वाद के साथ कीमत भी बेहद कम अगर चिका अकेलापन की बात करें तो इसकी कीमत 80 रुपए है. इसमें एक नॉर्मल पीस और 02 लिट्टी दी जाती है. इसी प्रकार चिका पलंगतोड़ 120 रुपए का है. इसमें 1/4 चूजा पीस और 2 लिट्टी मिलती है. चिका लैला-मजनू की कीमत 150 रुपए और इसमें एक नॉर्मल पीस, एक लेग पीस और दो लिट्टी मिलती है. इसी तरह से अन्य आइटम का भी अलग-अलग रेट है. रक्षा ने बताया कि रोज करीब 500 प्लेट की बिक्री हो जाती है।


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