बिहार के जमुई में दहेज के लिए पत्नी को घर से निकाले जाने का मामला सामने आया है. पत्नी अपनी मां के साथ लखीसराय से लेकर जमुई पुलिस का दरवाजा खटखटा रही है. इसके बावजूद उसे न्याय नहीं मिल रहा है. पीड़िता दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है. इसको लेकर पीड़िता की मां ने शुक्रवार को समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।

जमुई में दहेज के लिए पत्नी को निकालाः मामला लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के साकल बिचला टोला का है. लखीसराय की रहने वाली पीड़िता महिला सोनी देवी ने बताया कि उसकी शादी 2021 में लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के साकल बिचला टोला निवासी अनिल दास के साथ हुई थी. शादी के बाद से ही पति अनिल दास, प्रदीप दास, मंजू देवी, विनय दास, उर्मिला देवी, चंपा देवी व द्वारिका दास ने मिलकर दहेज में एक बाइ व दो लाख रुपए की मांग करने लगे।

पति बेंगलुरु में छोड़कर फरारः महिला का कहना है कि इसी बात को लेकर अक्सर मारपीट भी करता था. इस बीच दो पुत्र का जन्म हुआ. एक की उम्र 2 वर्ष व दूसरे का उम्र 10 माह है. महिला ने बताया कि उसका पति उसे बच्चों के साथ बेंगलुरु ले गया. वहां भी मारपीट करने लगा था. इस दौरान एक दिन उसे एक कमरे में बंद कर दिया और दोनों बच्चों को लेकर बिहार पहुंच गया।

“मेरा दो बच्चा है. एक दो साल का और एक 10 माह का है. मेरा पति हमें बेंगलुरु में छोड़कर मेरे बच्चों को लेकर भाग आया. मेरा पति हमें हत्या की धमकी देता है. कहता है तुमको नहीं रखेंगे. 20 दिनों से मेरा बच्चा पति के कब्जे में है.” -सोनी देवी, पीड़िता

ससुराल वालों ने घर से भगायाः इस दौरान जब किसी तरह बेंगलुरु से अपने ससुराल पहुंची तो यहां भी पति और ससुराल वालों द्वारा मारपीट कर घर से भगा दिया गया. अपने पास दोनों बच्चों को रख लिया. इसको लेकर जमुई महिला थाना तथा लखीसराय जिले में भी पुलिस से लिखित शिकायत की गई, लेकिन आज तक दोनों बच्चा वापस नहीं मिला।

डीएसपी ने दिए जांच का आदेशः महिला ने बताया कि उसके दोनों बच्चों को जान का खतरा है. शुक्रवार को पीड़िता मुख्यालय डीएसपी अभिषेक कुमार सिंह को आवेदन देकर बच्चे को सकुशल लाने की गुहार लगाई है. डीएसपी ने पूरे मामले के जांच के आदेश दिए है।


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