बिहार के गया में बाबा बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री का आगमन हुआ है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री जहां अपने पूर्वजों का पिंडदान करेंगे. वहीं अपने अनुयायियों के लिए भागवत गीता का मूल पाठ भी करेंगे. बाबा बागेश्वर धाम के सैकड़ो अनुयायी दो दिन पूर्व से ही गया पहुंचे हुए हैं और अपने पूर्वजों का पिंडदान कर रहे हैं।

सैकड़ों साल पुराने बही खाते को देख हैरान हुए बाबा बागेश्वर: सैंकड़ों साल पुराने गयापाल पंडों के बही खाते को देख बाबा बागेश्वर भी हैरान रह गए. उन्होंने गौर से बही खाते को देखा और कुछ जानकारी ली. सबसे पहले उन्होंने अपने संबंधित गयापाल पंडा यानी गुरु जी को प्रणाम किया. इसके बाद बही खाते में अपने पूर्वजों का नाम देखा. बाबा बागेश्वर धाम के पूर्वज सेतु लाल गर्ग गया जी आए थे और अपने पूर्वजों का पिंडदान किया था।

बही खाते में बाबा बागेश्वर ने किया हस्ताक्षर: पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बही खाते में अपना हस्ताक्षर किया. अब वो भी अपने पूर्वजों का यहां पिंडदान करेंगे. हालांकि पितृपक्ष मेले में लाखों तीर्थ यात्रियों की भीड़ को देखते हुए बाबा बागेश्वर के पिंडदान के कार्यक्रम को काफी गोपनीय तरीके से रखा जा रहा है. उनका ठहराव बोधगया के संबोधि होटल में हुआ है, जहां देर रात तक भागवत कथा का मूल पाठ होता रहा जिसमें अनुयायी और चुनिंदा शिष्य ही शामिल हुए।

दर्शन करने के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़: सोमवार की शाम करीब 4:30 पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री गया एयरपोर्ट पर पहुंचे और उसके बाद बोधगया के लिए रवाना हो गए. बताया जा रहा है कि बोधगया के संबोधि होटल में वे भागवत कथा करेंगे, जिसमें चुनिंदा शिष्य ही शामिल होंगे. पितृपक्ष मेले को लेकर उनका दिव्य दरबार जो सितंबर-अक्टूबर में गया जी में लगना था, वह पितृपक्ष पक्ष मेले के कारण टाल दिया गया है. प्रशासन ने इसके लिए अनुमति नहीं दी थी।

पितृ पक्ष मेले को लेकर टला दिव्य दरबार: बागेश्वर बाबा ने गया में कहा कि पितृपक्ष पक्ष मेले को लेकर उनका दिव्य दरबार आयोजित नहीं हो सका है. दिव्य दरबार लगाने से पितृपक्ष मेले में पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को भी परेशानी होती. वहीं प्रशासन को भी मुश्किलें आती. इसे देखते हुए उन्होंने दिव्य दरबार को फिलहाल टाल दिया है. हांलाकि आने वाले महीने में वह गया जी में दिव्य दरबार जरुर लगाएंगे।

देश में गयाजी श्रद्धा का केंद्र है. यहां पूरे देश के सनातन धर्मावलंबियों की आस्था जुड़ी हुई है. अपने पूर्वजों के मोक्ष की कामना को लेकर तर्पण पिंडदान करने गया जी आया हूं. पितृपक्ष मेले में लाखों यात्री तीर्थयात्री आते हैं. ऐसे में यदि दिव्य दरबार लगाते तो तीर्थ यात्रियों को दिक्कतें आती, वहीं प्रशासन को मुश्किल होती, जिसके कारण दिव्य दरबार वे नहीं लगा सके हैं.”- पंडित धीरेंद्र शास्त्री

मूसलाधार बारिश में भी दर्शन को खड़े रहे लोग: वहीं मूसलाधार बारिश में भी उनके भक्त दर्शन करने को खड़े रहे. गया से निकलते ही तेज बारिश शुरू हो गई. इस बीच बोधगया में होटल के पास हजारों की संख्या में भीड़ जुटी रही, जो बाबा बागेश्वर की एक झलक पाने को बेताब थी. बरसात में खड़े होकर बाबा के भक्तों ने उनका दर्शन किया और जयकारे लगाए।

सांसद मनोज तिवारी ने संभाली ड्राइविंग सीट: एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद बाबा बागेश्वर का बीजेपी नेताओं ने स्वागत किया. वहीं प्रशासन के कोई लोग वहां पर नहीं दिखे. बीजेपी के जिला अध्यक्ष चिंटू सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष जैनेंद्र सिंह, भाजपा नेता संतोष सिंह समेत अन्य ने बाबा बागेश्वर का भव्य स्वागत किया. एयरपोर्ट से बोधगया बाबा बागेश्वर को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी खुद ड्राइव कर ले गए।


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