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नोटों का अंबार, अफसर और नेताओं का कनेक्शन… पहले धीरज साहू और अब आलमगीर आलम से जुड़े कैशकांड की पूरी कहानी

रांची में ईडी की छापेमारी जारी है. ये छापेमारी मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव पाल के हाउस हेल्पर के घर पर हो रही है. इसके अलावा और भी कई ठिकानों पर रेड जारी है. अब तक 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद होने की बात कही जा रही है.

झारखंड की राजधानी रांची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है. ये छापेमारी झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव पाल के हाउस हेल्पर के यहां हो रही है. ये छापेमारी रांची में 6 अलग-अलग ठिकानों पर हो रही है.

अब तक की छापेमारी में 20 से 30 करोड़ रुपये की नकदी बरामद होने की बात कही जा रही है. एक दूसरे ठिकाने से लगभग तीन करोड़ रुपये भी जब्त किए गए हैं. नोटों की गिनती की जा रही है. बरामद नकदी के ज्यादातर 500 रुपये के नोट हैं. ज्वेलरी भी बरामद हुई है.

छापेमारी क्यों?

ईडी की ये छापेमारी वीरेंद्र के. राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की जा रही है. वीरेंद्र राम झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर हैं. वीरेंद्र राम एक साल से ज्यादा लंबे वक्त से जेल में बंद हैं.

वीरेंद्र राम को ईडी ने पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया था. उनपर ग्रामीण विकास विभाग की कई योजनाओं को लागू करने में अनियमितताएं बरतने का आरोप है.

2019 में वीरेंद्र राम के एक सहयोगी के यहां से भारी मात्रा में नकदी बरामद की थी. इसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. वीरेंद्र राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस झारखंड एंटी-करप्शन ब्यूरो की शिकायत पर दर्ज हुआ था.

पिछले साल ईडी ने आरोप लगाया था कि वीरेंद्र के राम ने ठेकेदारों को टेंडर देने के बदले कमीशन के रूप में कथित रूप से आपराधिक आय कमाई.

आलमगीर आलम का नाम क्यों?

आलमगीर आलम झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं. सोमवार को ईडी उनके निजी सचिव संजीव लाल के हाउस हेल्पर के यहां छापेमारी कर रही है.

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रांची में हाउस हेल्पर के घर के अलावा और भी कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. सड़क निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के घर पर भी ईडी की टीम ने रेड डाली है.

ईडी ने वीरेंद्र राम के खिलाफ जो कार्रवाई की थी, वो 10 हजार रुपये की रिश्वत से जुड़ा था. दरअसल, नवंबर 2019 में एसीबी ने वीरेंद्र राम के सहयोगी जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा को एक ठेकेदार से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था. हालांकि, सुरेश वर्मा ने ठेकेदार से कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी.

जिस वक्त सुरेश वर्मा को रिश्वत लेते पकड़ा गया था, वो जमशेदपुर में वीरेंद्र राम के मकान में रहते थे. सुरेश वर्मा के घर एसीबी ने छापेमारी में दो करोड़ रुपये से ज्यादा नकदी बरामद की थी. तब सुरेश वर्मा ने दावा किया था कि ये पैसे वीरेंद्र राम के हैं और उनके रिश्तेदार ने पैसे रखने को दिए थे.

पिछले साल जब गिरफ्तारी के बाद ईडी ने पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम का बयान दर्ज किया था, तो उन्होंने बताया था कि रिश्वत का पैसा मंत्री के घर पहुंचाया जाता है. ये पहली बार था जब मंत्री आलमगीर आलम का नाम सामने आया था. इसी जांच के दौरान ही आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल का नाम भी आया था.

कौन हैं आलमगीर आलम?

आलमगीर आलम चार बार से कांग्रेस के विधायक हैं. वो पाकुड़ सीट से 2000, 2005, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए हैं.

अक्टूबर 2006 से दिसंबर 2009 के बीच आलमगीर आलम झारखंड विधायक के स्पीकर भी रह चुके हैं. 2019 के चुनाव के बाद जब झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनी तो उन्हें मंत्री बनाया गया.

1954 में जन्मे आलमगीर आलम का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है. उनके चाचा एनुल हक भी कांग्रेस विधायक रहे हैं. उनके बेटे तनवीर आलम झारखंड कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं.

उन्होंने भागलपुर यूनिवर्सिटी के साहिबगंज कॉलेज से बपीएससी की डिग्री हासिल की है. 2019 के चुनाव में दाखिल हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है.

आलमगीर आलम का क्या है कहना?

इस पूरी छापेमारी पर आलमगीर आलम निजी सचिव संजीव पाल से पीछा छुड़ाते नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि संजीव पाल पहले भी दो पूर्व मंत्रियों के निजी सचिव रह चुके हैं. वो एक सरकारी कर्मचारी हैं और अनुभव के आधार पर उनकी नियुक्ति की जाती है. आलमगीर आलम ने कहा कि ईडी की जांच पूरी होने से पहले टिप्पणी करना सही नहीं होगा.

जब बरामद हुई 351 करोड़ की नकदी

इस मामले में अब कांग्रेस फंसती नजर आ रही है. बीजेपी ने मंत्री आलमगीर आलम को हिरासत में लेने की मांग की है. इसके साथ ही कुछ महीनों पहले कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां छापेमारी में 300 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मुद्दा भी उठाया है.

दरअसल, पिछले साल दिसंबर में आयकर विभाग ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर छापा मारा था. इस छापेमारी में कुल 351 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद हुई थी. इतिहास में ये पहली बार था, जब छापेमारी में इतनी बड़ी रकम बरामद हुई थी.

तब आयकर विभाग ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 40 से ज्यादा ठिकानों पर छापा मारा था. इतनी नकदी बरामद हुई थी कि उसे गिनने के लिए 40 मशीनें लगी थीं. वहीं, 200 बैग और ट्रंक में भरकर इस रकम को ले जाया गया था.

आयकर विभाग का कहना था कि ये सारा पैसा देसी शराब की नकद बिक्री से कमाया गया है. दरअसल, साहू परिवार सवा सौ साल से शराब के कारोबार से जुड़ा हुआ है. ओडिशा और झारखंड में शराब की ज्यादातर दुकानें साहू परिवार की ही हैं.

इतनी बड़ी नकदी बरामद होने पर धीरज साहू ने दावा किया था कि ये सारा पैसा परिवार का है और इससे कांग्रेस का लेना-देना नहीं है.

वहीं, इस साल फरवरी में धीरज साहू ने 351 करोड़ रुपये में से 150 करोड़ रुपये पर टैक्स भर दिया था. खबर थी कि साहू ने 150 करोड़ रुपये की कमाई पर टैक्स भर दिया है. जबकि बाकी की कमाई का रिटर्न अगले साल भरा जाना है.

क्या होता है जब्त रकम का?

ईडी जब किसी रकम को बरामद करती है तो आरोपी से उसका सोर्स पूछा जाता है. अगर आरोपी सोर्स नहीं बता पाता है तो ईडी उसे जब्त कर लेती है.

जब्त करने के बाद नकदी की एक-एक डिटेल दर्ज की जाती है. मसलन, नकदी में किस करंसी के कितने नोट हैं. गवाहों की मौजूदगी में नकदी को एक बक्से में सील कर सरकारी बैंक की एक ब्रांच में ले जाया जाता है. वहां, एजेंसी के पर्सनल डिपॉजिट अकाउंट में जमा कर दिया जाता है.

अगर आरोपी को दोषी ठहराया जाता है तो फिर इस रकम को केंद्र सरकार ‘पब्लिक मनी’ के रूप में दे दी जाती है. अगर आरोपी बरी हो जाता है, तो उसे सारा पैसा लौटा दिया जाता है.

वहीं, जब आयकर विभाग कोई नकदी जब्त करती है तो उसे बैंक में जमा कर लिया जाता है. उसका असेसमेंट किया जाता है और टैक्स लायबिलिटी तय की जाती है. जब्त रकम पर टैक्स जमा करने के बाद पैसा वापस कर दिया जाता है.

उलगुलान रैली में तेजस्वी यादव ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा – बीजेपी की हवा बिहार में हम अकेले टाइट कर दिए हैं

रांची में रविवार को ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों की संयुक्त रैली हो रही है. इसे ‘उलगुलान’ रैली का नाम दिया गया है. इस रैली में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल हुए. सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मेरा गला बैठ गया है. बैठा तो है लेकिन बीजेपी की हवा बिहार में हम अकेले टाइट कर दिए हैं।

तेजस्वी यादव ने कहा कि हेलीकॉप्टर पर हम अकेले उड़ रहे हैं और बीजेपी के 20-25 हेलीकॉप्टर उड़ रहा है. हम अपना हेलीकॉप्टर को ट्रैक्टर बना दिए हैं और बीजेपी की हवा टाइट कर दिए हैं. आप सब लोग प्यार, आशीर्वाद और ताकत देते रहिए।

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी के नेता बार-बार संविधान को खत्म करने की बात कर रहे हैं. जो बाबा साहब अंबेडकर का लिखा हुआ संविधान है. कोई एड़ा गोड़ा बाबा का लिखा हुआ नहीं है यह बाबा साहब अंबेडकर का लिखा हुआ संविधान है. किसी की मां के लाल में दम नहीं जो हमारे देश के संविधान को बदल करके दिखाए. यह बिहार में भी आए थे. बिहार में अभी उनके मंत्रियों लगातार इस बात को कह रहे हैं कि संविधान को खत्म कर देंगे. बोलने से पहले सोच लो अगर सोच रहे हो संविधान को खत्म करने का तो जनता आप लोगों को खत्म कर देगी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम सब एक होकर के मजबूती के साथ लड़ेंगे तो बीजेपी सत्ता में नहीं आने वाली है. आप सब लोग से यही अपील है कि एकजुट होकर के हमारे ‘इंडिया’ गठबंधन के जहां भी कैंडिडेट होंगे जहां भी उम्मीदवार होंगे उनको भारी मतों से आप लोग विजय बनाने का काम कीजिए और बीजेपी के झांसे में नहीं आना है।

 

राहुल गांधी और हेमंत सोरेन पर तीखा हमला

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, कांग्रेस के न्याय पत्र पर तंज कसते हुआ 55 सालों तक देश की जनता के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। बाबूलाल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को क्षमा मांगना चाहिए, क्योंकि उनके पुरखों ने यहां पर अन्याय किया है। साथ ही बाबूलाल ने कहा कि कि देश और प्रदेश में जब बीजेपी की सरकार नहीं थी तो देश की बुरी स्थिति थी, गांव के लोगों को कोसों दूर पैदल चलना पड़ता था। लोगों तक डॉक्टर नहीं पहुंच पाते थे, और ना ही डॉक्टर के पास मरीज पहुंच पाते थे।

कांग्रेस ने संकट पैद कर रखा था’

बाबूलाल मरांडी यहीं तक नहीं रूके उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संकट पैदा कर रखा था, आज देश में गांव-गांव तक बिजली है। शौक से लोग कहीं लालटेन जलाते हैं, लेकिन कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान शहरवालों को भी गैस नहीं मिलता था। लंबी समय तक राज करने के बाद भी कांग्रेस ने गरीबों के बारे में नहीं सोंचा, पहले उग्रवाद भी बहुत था पर अब वो भारत नहीं देश में दंगा होता था, और दंगाइयों पर कोई कार्रवाई नहीं होती थी। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मोदी राज में अमन-चैन कायम है, आज भारत सभी क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है।

राहुल गांधी और हेमंत सोरेन पर तंज

बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा और कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि वो मोहब्बत की दुकान लगा रहे हैं, लेकिन विपक्ष के क्रिया कलाप में सिर्फ अन्याय और नफरत है। राहुल गांधी के बाद बाबूलाल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी निशाना साधा और कहा कि हेमंत सोरेन के कितना समन मिला पर वो नहीं गये, वो खुद को कानून से भी ऊपर समझने लगे थे। जो मोहबत की दुकान लगाने की बात करते हैं, वो नफरत की दुकान लगाए हुए हैं।

भाजपा ऑफिस के बाहर टिकट नहीं मिलने से नाराज राजधानी यादव के समर्थकों ने जमकर किया प्रदर्शन

झारखंड भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज एनडीए की महत्वपूर्ण बैठक हो रही थी. बैठक के दौरान ही प्रदेश कार्यालय के बाहर चतरा के भाजपा नेता राजधानी यादव के समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया. समर्थकों ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी कालीचरण सिंह के नाम को बदलने की मांग को लेकर नारेबाजी की।

भाजपा नेता राजधानी यादव के समर्थकों ने कहा कि चतरा लोकसभा सीट से राजधानी यादव भी बेहतर उम्मीदवार हो सकते हैं. आपको बता दें कि भाजपा ने चतरा में इस बार मौजूदा सांसद सुनील सिंह को टिकट न देकर कालीचरण सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. कालीचरण के नाम की घोषणा के साथ ही राजधानी यादव विरोध में उतर गये थे. वे पिछले दिनों भाजपा प्रदेश कार्यालय रांची के बाहर दिन भर धरने पर बैठे. राजधानी यादव के समर्थकों का कहना है कि 2 साल पहले ही कालीचरण सिंह भाजपा में शामिल हुए हैं और उन्हें उम्मीदवार बना दिया गया. वहीं राजधानी यादव पिछले 40 वर्षों से भाजपा में सेवा दे रहे हैं।

हालांकि बैठक समाप्त होने के उपरांत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई एवं आजसु सुप्रीमो सुदेश महतो के द्वारा साझा प्रेस वार्ता किया. प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 14 लोकसभा सीट पर हमारी जीत की कार्य योजना बनी है. उन्होंने कहा कि पिछली बार हमने 12 सीट जीती थी. इस बार 14 सीट जीतेंगे।

वहीं झारखंड बीजेपी के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई ने कशिश न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि बैठक महत्वपूर्ण थी. उन्होंने कहा कि कहीं से कोई विरोध नहीं होगा. यह नेचुरल सी बात है कि जहां से चार उम्मीदवार होते हैं और एक को टिकट मिलता है तो ऐसे में विरोध होता है. लेकिन सारी सहमति बन चुकी है. कहीं से कोई विरोध नहीं है।

भाजपा नेता राजधानी यादव ने कशिश न्यूज़ से बात करते हुए अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि मैं पिछले 40 वर्षों से भाजपा के साथ रहा हूं. और आने वाले दिनों में भी मोदी सरकार के विचारधारा के साथ चलते रहेंगे. हमें 2014 में ही उम्मीद थी कि हम पर पार्टी भरोसा जताएगी लेकिन यह आश्वासन मिला था. 2019 में भी सिर्फ आश्वासन मिला. अब 2024 में भी टिकट वैसे नेता को दे दिया गया है जो 2 वर्ष पहले भाजपा में आए हैं. उन्हें क्षेत्र की जनता जानती तक नहीं है. हमने विधानसभा में हुए चुनाव में जीत दर्ज कराई थी. जो भी भाजपा से प्रत्याशी रहे थे. उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि केंद्रीय नेतृत्व कुछ ना कुछ विचार अवश्य करेगी।

कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा का बयान,सरयू राय मामले में जांच होनी चाहिए

सरयू राय के द्वारा बीते दिन प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से धनबाद के कुख्यात प्रिंस खान का वायरल ऑडियो में धमकी देने के मामले में ढुल्लू महतो को घेरने के बाद सियासत जमकर हो रही है । मामले में भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा ये उनकी अपनी भाषा है । अभिव्यक्ति की आजादी सभी को है कुछ भी बोले मैं उनका सम्मान करता हूं, बड़े भाई हैं।भाजपा का मैं कार्यकर्ता हूं और भाजपा अपने एजेंडा पर चल रही है । हमलोग 400 पार करेंगे।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने सीधे तौर पर कहा कि सरयू राय मामले में जांच के बाद ही बोलना कुछ उचित है।उनकी बातो को ज्यादा तबज्जों देने लायक नही है, हां इस तरह का मामला आया है तो इसकी जांच होनी चाहिए ।

जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि भाजपा चाल, चरित्र और चेहरा की बात करने वाली पार्टी है। अब उनका भी चेहरा सामने आ गया है,जिनके नाम पर 50 मुकदमे दर्ज हैं। धनबाद में जिनके नाम से पूरे कोयलांचल में दहशत है, व्यापारी भय में है,हारने को तो बुरी तरह हारेंगे ढुल्लू महतो लेकिन भाजपा उन्हे ये सब जानते हुए भी उम्मीदवार बनाई है, ये मेरे समझ से परे है ।

झारखंड में राहुल गांधी ने की साइकिल की सवारी, कोयला ढोने वाले मजदूरों से पूछा- कितनी होती है कमाई?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ लेकर इन दिनों झारखंड की राजधानी रांची में पहुंचे हुए हैं. राहुल दो फरवरी को झारखंड के पाकुड़ पहुंचे थे, जहां से धनबाद, बोकारो और रामगढ़ होते हुए राहुल रांची पहुंचे हैं. कांग्रेस नेती की यात्रा चार फरवरी को रामगढ़ पहुंची थी, जहां से शाम को वह रांची के लिए रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने रास्ते में कोयला ढोने वाले मजदूरों से बात की और उनका कमाई के बारे में जाना.

राहुल ने मजदूरों से मुलाकात की तस्वीरों को शेयर भी किया है, जिसमें उन्हें उनसे बात करते हुए और साइकिल चलाते देखा जा सकता है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस नेता ने लिखा, ‘साइकिल पर 200-200 किलो कोयला लेकर रोज 30-40 किलोमीटर चलने वाले इन युवाओं की आय नाम मात्र है. बिना इनके साथ चले, इनके भार को महसूस किए, इनकी समस्याओं को नहीं समझा जा सकता. इन युवा श्रमिकों की जीवनगाड़ी धीमी पड़ी, तो भारत निर्माण का पहिया भी थम जाएगा.’

राहुल ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि

रांची में राहुल के स्वागत के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई नजर आई है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी का झंडा लेकर राहुल का इंतजार करते हुए देखा गया है. शहर में राहुल और कांग्रेस पार्टी के होर्डिंग्स और बोर्ड लगाए गए हैं. रांची जाते वक्त रास्ते में राहुल गांधी चुत्तुपलू वैली के शहीद स्थल पर भी रुकी. राहुल ने यहां पर शहीद टिकैत उमराव सिंह और शाहिद शेख भिखारी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने दोनों शहीदों को माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया.

कैसा रहेगा आज का कार्यक्रम? 

राहुल गांधी अपनी न्याय यात्रा के साथ रांची जिले के इरबा पहुंचने के बाद इंदिरा गांधी हैंडलूम प्रोसेस मैदान में बुनकरों से बातचीत करने वाले हैं. लंच के बाद राहुल अपनी यात्रा के साथ रांची के शहीद मैदान में जाएंगे. यहां पर वह एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. इस जनसभा के लिए भारी भीड़ जुट रही है. राहुल ने रविवार को ही कहा था कि कांग्रेस ‘जल, जंगल, जमीन’ पर आदिवासियों के अधिकारों के साथ खड़ी है.

फ्लोर टेस्ट के बाद कल्पना सोरेन से मिले राहुल गांधी, कांग्रेस बोली- नफरत हारेगी, जीतेगा I.N.D.I.A.

झारखंड में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने सोमवार (5 फरवरी) को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 विधायकों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया जबकि 29 विधायकों ने इसके खिलाफ मतदान किया. निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया.

इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन से मुलाकात की. उन्होंने इस दौरान कहा कि नफरत हारेगी. कांग्रेस ने राहुल गांधी और कल्पना सोरेन की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ”आज झारखंड में राहुल गांधी से कल्पना सोरेन ने मुलाकात की. हम सभी एकजुट होकर न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे और जनता की आवाज बुलंद करेंगे. नफरत हारेगी, जीतेगा INDIA (विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’.”

वहीं राहुल गांधी ने रांची में कहा कि हमने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में न्याय शब्द डाला है. इसको देश में बड़ी अच्छी तरीके से समझा जा रहा है. आपके साथ अन्याय किया जा रहा है और इस कारण भी आप इसको अच्छी तरीके से समझ रहे हैं. मैं चंपई सोरेन, हेमंत सोरेन और पूरे गठबंधन को बधाई देना चाहता हूं.

हेमंत सोरेन हुए थे गिरफ्तार

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किये जाने के बाद जेएमएम विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने दो फरवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.  मामले की सुनवाई वाली एक विशेष अदालत ने हेमंत सोरेन को विश्वास मत प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दे दी है.

कोर्ट ने दो फरवरी को हेमंत सोरेन को पांच दिन के लिए ईडी (ED) की हिरासत में भेज दिया था. बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को झारखंड के रामगढ़ जिले से फिर शुरू हुई. राज्य में यात्रा का आज चौथा दिन है.

झारखंड में पास हुई चंपई सोरेन सरकार, 47 वोट से साबित किया बहुमत

झारखंड में चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है। चंपई सरकार के पक्ष में 47 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 29 वोट डाले गए। इससे पहले विधानसभा में चंपई सोरेन ने विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए अपने भाषण में कहा कि विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया। फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया शुरू होने से पहले विधानसभा में बोलते हुए नए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत है तो हिम्मत है। बता दें कि फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया के दौरान कोर्ट की इजाजत से प्रदेश के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी विधानसभा में मौजूद रहे।

चंपई सोरेने ने अपने भाषण में क्या कहा?

फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा में चंपई सोरेने ने कहा, “विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। कोरोना महामारी में हेमंत सरकार ने अच्छा काम किया। हेमंत के कुशल नेतृत्व में झारखंड आगे बढ़ा। जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला, हम उस परिवार में दिया जलाएंगे। क्या ये गलत है? केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए। हमारी योजनाओं को कोई मिटा नहीं सकता। हम गर्व से कहेंगे कि हम पार्ट-2 हैं।” बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की योजना हर घर में दिखती है। लोगों के दिल में जले दीए को आप मिटा नहीं सकते हैं।

विधानसभा में हेमंत सोरेन क्या बोले?

विधानसभा में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, “झारखंड में जो कुछ हुआ उसमें राजभवन भी शामिल है। मैं आदिवासी हूं, मुझे नियम-कानून की सही समझ नहीं है। 31 जनवरी को जो कुछ हुआ उसकी कहानी 2022 से लिखी जा रही थी। पहली बार देश के सीएम की गिरफ्तारी हुई। मैंने हार नहीं मानी। आदिवासी दलितों के प्रति घृणा का माहौल बनाया जा रहा है। हमें जंगल जाने को कहा जा रहा है। उनका बस चले तो हमें जंगल में भेज दें। मैं आंसू नहीं बहाऊंगा। आंसू वक्त के लिए रखूंगा साबित करें कि वो जमीन मेरे नाम पर है। अगर मुझ पर घोटाले साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा। मुझे जेल के सलाखों के पीछे बांध कर ये अपने मंसूबों में नहीं कामयाब हो पाएंगे। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जिन्हें देश की संवेदनशील व्यवस्थाएं हैं। देश का 12 लाख करोड़ लेकर जाने वाले का इन्होंने बाल भी बांका नहीं किया।”

हेमंत सोरेन 31 जनवरी को हुए गिरफ्तार

बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 31 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद चंपई सोरेन को JMM के विधायक दल का नेता चुना गया था। चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जेएमएम नेतृत्व वाले 40 विधायक बीजेपी द्वारा खरीद-फरोख्त की आशंकाओं के बीच हैदराबाद चले गए थे। मतदान में हिस्सा लेने के लिए रविवार शाम को रांची लौट आए थे।

झारखंड में चंपई सरकार की बड़ी जीत, हासिल किया विश्वास मत, जानें कितने-कितने वोट पड़े

झारखंड में चंपई सोरेन सरकार ने आज विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया। विधानसभा में चंपई सोरेन के पक्ष में 47 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 29 वोट डाले गए। JMM-कांग्रेस ने व्हिप जारी कर फ्लोर टेस्ट में सभी विधायकों को रहने का आदेश दिया था। फ्लोर टेस्ट से पहले रविवार रात को सत्ता पक्ष के 37 विधायक हैदराबाद से रांची लौटे। दो चार्टर्ड प्लेन से विधायकों को रांची लाया गया।

हेमंत है तो हिम्मत है: चंपई सोरेन

फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा में बोलते हुए नए सीएम चंपई सोरेन ने कहा, “विपक्ष ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की। कोरोना महामारी में हेमंत सरकार ने अच्छा काम किया। हेमंत के कुशल नेतृत्व में झारखंड आगे बढ़ा। हेमंत है तो हिम्मत है।” उन्होंने कहा, “जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला, हम उस परिवार में दिया जलाएंगे। क्या ये गलत है? केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए। हमारी योजनाओं को कोई मिटा नहीं सकता। हम गर्व से कहेंगे कि हम पार्ट-2 हैं।”

आदिवासी हूं, इसलिए निशाना बनाया गया: हेमंत सोरेन

विधानसभा में बोलते हुए हेमंत सोरेने ने कहा, “झारखंड में जो कुछ हुआ उसमें राजभवन भी शामिल है। मैं आदिवासी हूं, मुझे नियम-कानून की सही समझ नहीं है। 31 जनवरी को जो कुछ हुआ उसकी कहानी 2022 से लिखी जा रही थी।” उन्होंने कहा, मैं आदिवासी हूं, इसलिए निशाना बनाया जा रहा है।

विधानसभा में हेमंत सोरेन मौजूद

कोर्ट की इजाजत से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट के दौरान मौजूद हैं। फ्लोर टेस्ट के लिए हेमंत सोरेन विधानसभा पहुंच गए हैं। मीाडिया के सवालों पर सोरेन भड़क गए, गुस्से से माइक पर हाथ मारा। सोरेन एक घंटे के लिए विधानसभा में हैं। पूर्व सीएम को ED 12 बजे के बाद अपने साथ ले जाएगी। वहीं, फ्लोर टेस्ट पर JMM सांसद महुआ माजी ने कहा, “हमें 200 प्रतिशत विश्वास है, जो आंकड़े हैं उससे ज्यादा का बहुमत मिलेगा। बीजेपी कुछ भी कहती है।”

विधायकों की रात सर्किट हाउस में गुजरी

सत्ता पक्ष के विधायक 2 फरवरी को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेने के शपथ ग्रहण के बाद हैदराबाद के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उड़ान रद्द हो जाने से उन्हें वापस एयरपोर्ट से लौटना पड़ा। 3 फरवरी को वो हैदराबाद के लिए रवाना हुए। पिछले दो दिनों से सभी विधायक हैदराबाद के लियोन रिसॉर्ट में ठहरे थे। रांची पहुंचने के बाद सभी विधायकों को सर्किट हाउस लाया गया। विधायकों की रात सर्किट हाउस में ही गुजरी। विधायकों को आज कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा लाया जाएगा। प्रशासन की ओर से सर्किट हाउस से विधानसभा तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।