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मुख्यमंत्री ने लखीसराय के रामगढ़चौक थाना के बिहरौरा गांव के पास हुई भीषण सड़क दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने लखीसराय के रामगढ़चौक थाना के बिहरौरा गांव के पास हुयी भीषण सड़क दुर्घटना में मृत 8 लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्घटना काफी दुःखद है और मैं इस घटना से मर्माहत हूँ।

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने के शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।मुख्यमंत्री ने गंभीर रूप से घायल लोगों के समुचित इलाज का निर्देश देते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

लखीसराय में बुजुर्ग से फिल्मी स्टाइल में पैसे ले उड़े बदमाश, 50 हजार बैंक जमा कराने जा रहे थे

लखीसराय: जिला समाहारणालय के ठीक सामने मुख्य सड़क स्थित पंजाब नेशनल बैंक रुपये जमा कराने जा रहे बुजुर्ग उपभोक्ता से पांच लोगों ने ठगी की घटना को अंजाम दिया. बुजुर्ग की जेब से पचास हजार रुपये की ठगी कर बदमाश नौ दो ग्यारह हो गये।

लखीसराय में बुजुर्ग से पैसों की ठगी: कबैया थाने को पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपी गई है लेकिन समाचार लिखने तक मामला दर्ज नहीं किया गया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित उपभोक्ता महसोनी थाना हलसी निवासी रामप्रवेश सिंह पिता स्व. रामनंदन सिंह पंजाब नेशनल बैंक में पचास हजार रुपये जमा करने आये थे. इस दरम्यान बैंक घुसने से पहले ही घात लगाये पांच झपट्टामार अपराधियों ने ठगी कर ली।

ऐसे बदमाशों ने जीता भरोसा: इस संबंध में रामप्रवेश सिंह ने बताया कि हम और हमारे बच्चे अपने खाते में पचास हजार रुपये जमा करने आये थे, जहां आते के साथ पांच लोगों ने घेर लिया और कहा लाईये हम काम करा देते हैं. यह कहकर जमा फार्म भराया और फिर काउंटर पर गया. बैंक कर्मी से जमा करने के लिए फार्म भी दिया।

“फॉर्म चेक करने के बाद वापस फार्म ले लिया और कहा कि बैंक कर्मी लाल कलम चला दिया है. यह कहते हुए पांच लोगों ने हमको घेर लिया. इसके बाद हमारे पॉकेट से पचास हजार रुपये निकाल लिए. शिकायत कबैया थाना और पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंधक के हाथों सौंप दिया गया है.”- रामप्रवेश सिंह, पीड़ित

बिहार के लखीसराय में बनेगा पहला बैट्री पावर प्लांट, 1825 करोड़ लागत से 85 मेगाबाट बिजली उत्पादन

22 जनवरी तक एजेंसी का चयन, मार्च से निर्माण कार्य शुरू होगा, कजरा में 825.65 करोड़ से बनेणा, पहला बैट्री स्टोरेज सोलर पावर प्लांट : राज्य के पहले बैट्री स्टोरेज पावर प्लांट का निर्माण मार्च से शुरू होगा। लखीसराय जिले के कजरा में 1825.65 करोड़ की लागत से बनने वाले इस पावर प्लांट से 85 मेगाबाट बिजली का उत्पादन होगा। इसका सीधा फायदा राज्य के लोगों को पीक आवर के दौरान मिलेगा। इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया है।

22 जनवरी तक एजेंसी का चयन होगा। एजेंसी को 8 महीने में कार्य पूरा करना होगा। बिहार स्टेट पाबर जेनरेशन कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में बिजली की मांग शाम 6 से 4 बजे तक सबसे अधिक रहती है। इसलिए बैट्री स्टोरेज प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है। इससे सूर्य की रोशनी समाप्त होने के बाद लोगों के खपत की आवश्यकता पूरी की जा सकेगी। सोलर पैनल लगाने के लिए सोन नदी के किनारे जगह का चयन किया जा रहा है। इसके साथ ही नवादा जिले के फुलबारिया डैम पर फ्लोटिंग सौर परियोजना स्थापित करने की तैयारी चल रही है।

233 एकड़ पर बन रहा प्लांट

बैट्री स्टोरेज सोलर पावर प्लांट बनाने के लिए 1233 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। जमीन के हिसाब से 250 मेगाबाट का सोलर प्लांट बनाना था। लेकिन, पेड़ होने के कारण 65 मेगावाट कम क्षमता का सोलर लगाने का निर्णय लिया गया है। भविष्य में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सोलर की संख्या बढ़ाई जाएगी।

कुर्की-जब्‍ती से डरा लखीसराय हत्याकांड का आरोपी, आशीष चौधरी ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण

20 नवंबर को शहर के पंजाबी मुहल्ला में हुए तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपित आशीष चौधरी ने सोमवार को लखीसराय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट में आत्मसमर्ण कर दिया। लखीसराय के एसपी पंकज कुमार ने इसकी पुष्टि की है।

बुधवार को आरोपित के घर की कुर्की-जब्ती होनी थी। आशीष चौधरी ने छठ पर्व के दिन 20 नवंबर को शहर के नया बाजार कबैया थाना अंतर्गत पंजाबी मोहल्ला में शशिभूषण झा सहित इनके परिवार के छह लोगों को गोली मार दी थी। इसमें उनके बेटे राजनंदन झा, चंदन झा एवं बेटी दुर्गा झा की मौत हो गई थी।

घटना के बाद से ही फरार चल रहा था आरोपी

शशि भूषण झा, इनकी बहू लवली झा (राजनंदन झा की पत्नी) एवं प्रीति झा पत्नी कुंदन झा जख्मी हो गई थी। आशीष चौधरी ने दुर्गा झा के प्रेम प्रसंग में उक्त घटना को अंजाम दिया था। बाद में यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया। एएसपी रौशन कुमार के नेतृत्व में एसआइटी टीम ने आरोपित आशीष की तलाश में बिहार के बिभिन्न जिलों के अलावे दूसरे राज्यों में भी छापेमारी की, लेकिन सफलता नहीं मिली।

इस बीच मंगलार को आरोपित आशीष चौधरी 11 बजे लखीसराय स्टेशन के पास पहुंचा और उसके बाद वह एक आटो पर बैठकर लखीसराय कोर्ट चला गया। पहले से ही तैयार उसके अधिवक्ता ने आशीष के सरेंडर करने की कागजी औपचारिकता पूरी की। इसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल लखीसराय ले जाया

तबतक किसी को आशीष के सरेंडर करने की भनक नहीं लगी। मेडिकल जांच के बाद पुलिस अभिरक्षा में उसे लखीसराय मंडलकारा भेज दिया गया।

केस के अनुसंधानकर्ता सह कबैया थानाध्यक्ष वैभव कुमार ने आशीष को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। इस घटना में पुलिस ने लाइनर राजन पासवान के अलावे उमेश साव और अशोक मोदी को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाकर जेल भेजा है।

लखीसराय नरसंहार के मुख्य आरोपी आशीष चौधरी ने किया सरेंडर

लखीसराय नरसंहार के मुख्य आरोपी आशीष चौधरी ने किया सरेंडर.. अभी सूचना मिल रही है कि लखीसराय गोलीकांड दुर्गा झा और उसके भाइयों की हत्या करने वाले आशीष चौधरी ने कोर्ट में सरेंडर किया है। विस्तार से जानकारी आ रही है।

 

लखीसराय घटना के चार दिन बीतने के बाद भी पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे स्थानीय सांसद ललन सिंह, इलाके में मौजूद होकर करवा रहे बड़ा कार्यक्रम

बिहार के लखीसराय में छठ पूजा के दूसरे दिन एक भीषण नरसंहार हुआ। इस नरसंहार में चार लोगों की मौत हो गई। जबकि अभी भी दो लोगों का इलाज पटना के पीएमसीएच में कराया जा रहा है। इस घटना को लेकर पक्ष – विपक्ष दोनों तरफ से काफी चर्चाएं हुई। लेकिन इस घटना के करीब चार दिन बीत जाने के बाद भी स्थानीय सांसद पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे। जबकि स्थानीय सांसद पिछले चार दिनों से वहां किसी अन्य कार्यक्रम को लेकर इलाके में मौजूद हैं।

दरअसल, बिहार के लखीसराय जिले में छठ पर्व पर सुबह के अर्घ्य बाद घाट से लौट रहे एक ही परिवार के छह लोगों पर फायरिंग की गई। इस घटना में मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई। उसके बाद घायल तीन लोगों को पटना के पीएमसीएच में एडमिट करवाया गया। उसके बाद इलाज के दौरान पीड़ित परिवार के एक महिला की मौत हो गई।

वहीं, इस घटना की सुचना मिलने के बाद विपक्ष के नेता सबसे पहले पीड़ित परिवार से मिलने उनके पास पहुंचे। इतना जी नहीं इस हत्या के विरोध में विपक्ष के तरफ से बाजार भी बंद करवाया गया। उसके बाद जब मामला तूल पकड़ा को महागठबंधन के नेता भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और आर्थिक मदद की भी बातें कही। लेकिन, इस घटना के चार दिन बीतने के बाद भी इलाके के सांसद पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे।

सबसे बड़ी बात यह है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद ललन सिंह इन दिनों अपने संसदीय क्षेत्र यानी मुंगेर में ही मौजूद है वह एक मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं। लेकिन, इस घटना के चार दिन गुजरने के बाद भी स्थानीय सांसद पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचे हैं।

उधर, इसको लेकर जब जदयू के नेताओं से सवाल किया जाता है तो उनका कहना है कि स्थानीय सांसद इसको लेकर डीएम एससी से बात की है। लेकिन सवाल यह है कि जब वह खुद वहां मौजूद है तो आखिर क्यों मिलने नहीं पहुंचे? क्या उन्हें यह नहीं लगता कि यह घटना बड़ी है और उन्हें पीड़ित परिवार से मिलकर भरोसा उचित न्याय का भरोसा देना चाहिए। ऐसे में अब देखना यह है कि क्या ललन सिंह वहां पहुंचते हैं या फिर बस कार्यक्रम खत्म होने के बाद वापस पटना जाते हैं।

लखीसराय हत्याकांड के आरोपी आशीष चौधरी की सूचना देनेवाले को मिलेगा 50 हज़ार रूपये इनाम

20 नवम्बर की सुबह करीब 7:30 से 08:00 बजे के बीच कवैया थानांतर्गत पंजाबी मोहल्ला वार्ड नं-15 निवासी आशीष चौधरी द्वारा हत्या की नियत से अपनी पत्नी दुर्गा झा के पूरे परिवार पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई। जिसमें दुर्गा झा और उनके 2 भाइयों समेत 3 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीँ अन्य तीन जख्मी इलाजरत हैं। इस जघन्य हत्या कांड के मुख्य आरोपी आशीष चौधरी का अभीतक पता नहीं चला है। लखीसराय पुलिस ने इस आरोपी की सूचना देनेवाले को 50 हज़ार रूपये इनाम देने का ऐलान किया है। वहीँ पुलिस ने आरोपी का फोटो भी जारी किया है।

मुख्य आरोपी के पहचान के तौर पर बताया गया है की उसकी पीठ, छाती एवं दोनों हाथों पर भगवान शिव का विशाल टैटू बना हुआ है। पुलिस की ओर से कहा गया है की इस अपराधी के उपस्थित होने की सटीक सूचना देने वाले व्यक्ति को लखीसराय पुलिस द्वारा नगद 50000 रु० इनाम दिया जाएगा तथा उसकी पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। सूचना देने का संपर्क नंबर – सहायक पुलिस अधीक्षक, लखीसराय  9431800024, और 9153292586 बताया गया है।

बता दें कि सोमवार की सुबह एक दंपती दो बेटे, बहुओं व बेटी के साथ किऊल नदी घाट पर अर्घ्य देने के लिए गए थे। वहां से अर्घ्य देकर घर लौटने के दौरान पहले से घात लगाए आशीष चौधरी ने प्रेमिका के भाइयों एवं परिजनों पर गोलियां बरसा दीं। उसके बाद घर में घुसने से पहले प्रेमिका पर गोलियां बरसाईं। गोली लगने से सभी घायल हो गए। इनमें दो की मौत सोमवार को हो गई, जबकि तीसरी मौत मंगलवार को हो गयी।

 

सिरफिरे आशिक की करतूत से सहमा लखीसराय; छठ पूजा की दिन प्रेमिका को किया था गोलियों से छन्नी

लखीसराय में पहली बार बहलाकर प्रेम जाल में फांस कर एक लड़की से शादी करने एवं उसके बाद उसकी संपत्ति पर बुरी नजर रखने वाले सिरफिरे आशिक द्वारा परिवार के छह लोगों को गोलियों से छलनी कर देने की घटना से शहर के लोग सहमे हुए हैं। शहर के वार्ड नंबर 15 पंजाबी मोहल्ला में दिनदहाड़े हथियार लहरा कर बेखौफ घटना को अंजाम देने वाले आशाष चौधरी के इस कारनामे से पीड़ित परिवार टहशत में है।

वहीं पुलिस द्वारा पंजाबी मोहल्ला में लगातार संदिग्धों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई से स्थानीय निवामी भी डरे सहमे हुए हैं। पुलिस ने अभी तक इस मामले लाइनर राजन पासवान और आशीष चौधरी का खाम राजदार प्रापर्टी डीलर उमेश साव को जेल भेजा है। पुलिस दोनों की कुंडली खंगाल रही है।

मास्टर माइंड उमेश ने खोला राज:

पुलिस ने जब उमेश से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पुरा राज खोल दिया। आशीष चौधरी अपना मकान बेचने के बाद उमेश साव के आलीशान घर में रहता था। दोनों के बीच काफी गहरी दोस्ती थी। उमेश आशाष का हर राज जानता था। आशांष को फिर से दुर्गा चाहिए था जबकि उसके इन दोस्तों की नजर टुर्गा के साथ ही उसके पिता की जमीन और मकान पर थी।

यही वजह रही निशाने पर दुर्गा के साथ ही उसका परिवार आ गया। सबको एक साथ खत्म कर देने की योजना बनी। इसके बाद उमेश साव ने ही आशीष को पिस्टल और कारतूृस उपलब्ध कराए। जब्बकि राजन ने लाइनर की भ्रूमका निभाई। घटना रविवार की शाम अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देने के समय ही हो जाती लेकिन उस दिन दुर्गा घाट पर नहीं गई थी।

पुलिस के अनुसार उमेश साव आपराधिक प्रवृत्ति का है। पूर्व में वह चर्चित कोचिंग संचालक सुधीर सक्सेना मर्डर में जेल जा चुका है। हाल में उमेश ने प्रापर्टी डीलिंग से अकूत संपत्ति अर्जित कर पंजाबी मोहल्ला में पांच आलीशान मकान बनाया है। पुलिस पूरी पड़ताल कर रही है। उधर पुलिस अधीक्षक पंकज कुआर की निगरानी में एएसपी रोशन कुमार के नेतृत्व में गठित एसआइटी फरार मुख्य आरोपित आशाष चौधरी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

पुलिस आशीष चौधरी के कई कराबियों एवं अन्य आघा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर उससे गहन पूछताछ कर रही है। लखीसराय पुलिस का कहना है कि आशीष ने गोलीबारी एवं हत्या की घटना को अंजाम दिया जिसमें उसी के मोहल्ले के राजन पासवान ने लाइनर की भूमिका निभाई जबकि उमेश साव ने उसे पिस्टल एवं कारतूस उपलब्ध कराया।

उक्त दोनों अपराधी रहे हैं तथा शराब तस्करी से भी जुड़े रहने का प्रमाण मिले हैं। उक्त दोनों अपराधियों की नजर दुर्गा झा के परिवार की कीमती जमीन और मकान पर थी। उसने सिरफिरे आशाष चौधरी को दुर्गा द्वारा धोखा देने की बात दिमाग में डालकर उसके परिवार को खत्म करने की साजिश रची।

हालांकि आशीष द्वारा लिखी 15 पन्ने की प्रेम कहानी को आधार बनाकर पुलिस पूरे मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर टेख रही है।

 

 

लखीसराय गोलीकांड में सामने आया आशीष का लिखा नोट,लिखा- तांडव होगा

बिहार के लखीसराय में एक ही परिवार के छह लोगों को गोली मारने में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. सोमवार (20 नवंबर) की सुबह कबैया थाना क्षेत्र में हुई इस गोलीकांड में अब तीसरी मौत हो गई है. गोलीकांड में घायल दुर्गा झा (24 साल) का पीएमसीएच में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान दुर्गा झा ने दम तोड़ दिया. अब परिवार के तीन सदस्यों का इलाज चल रहा है.

दुर्गा झा से पहले सोमवार को दो भाइयों की मौत हुई थी. लवली कुमारी (38 वर्ष), प्रीति कुमारी (35 वर्ष) और शशि भूषण झा (60 वर्ष) का इलाज जारी है.

अब इस घटना को लेकर पुलिस को हत्याकांड के आरोपी आशीष चौधरी की ओर से लिखित कई पन्नों का नोट मिला है. इसमें आशीष ने कई बातें लिखी हैं. उसने लिखा है, “12 ज्योतिर्लिंग का दर्शन किया. दर्शन करते समय दिल से रोया हूं. फूट फूट कर रोया हूं. आंसू गिरे हैं मेरे बाबा के दरबार में, आगे महादेव जानें क्या होने वाला है. हमें सब कुछ स्वीकार है.”

उसने नोट में यह भी लिखा, “आज मैं 19/11/2023 को अशोक घाम गया. 30 मिनट बाबा भोलेनाथ से रिक्वेस्ट की हमें अधर्म करने से रोक लीजिए पर एक चांस दीजिए और कुछ मांगा है वो मिल गया तो ये बला टल जाएगी पर देवों के महादेव को ये पसंद नहीं, तब हमारी मृत्यु तय है और तांडव भी, हर हर महादेव. जय श्री राम.”

मर्डर के पहले लिखा- तांडव होगा

आमतौर पर लोग सुसाइड से पहले लेटर लिखते हैं, लेकिन यह मर्डर के पहले लिखी गई चिट्ठी है। अब तक इस केस में प्रेमिका समेत तीन की मौत हो चुकी है। हत्यारा आशीष चौधरी अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है, लेकिन उसकी 15 पन्नों की चिट्ठी पुलिस ने मीडिया के सामने लाई है। यह एक कॉपी में लिखी गई चिट्ठी है, जिसमें 20 नवंबर 2023 की तारीख के साथ लिखा गया है कि जो कुछ भी हुआ है या होगा उसका जिम्मेदार सिर्फ मैं हूं और कोई नहीं। चिट्ठी के अंत में उसने लिखा है कि मन को स्थिर करने के लिए तीर्थ कर आया, लेकिन अब भी शांति नहीं मिली। अब तांडव होगा।

कुछ नहीं बचा है…सबकुछ लिखा

इस चिट्ठी में 14 मार्च 2021 से अपनी मानसिक परेशानी का जिक्र करते हुए आशीष ने लिखा कि अब मेरे जीवन में कुछ नहीं बचा है। जर, जोरू, जमीन… कुछ नहीं मेरे पास। मेरे जीवन से मेरी बहुमूल्य मां चली गई, जो जड़ थी। जोरू यानी मेरी बीवी ने मेरी जिंदगी नरक बना दी। और जोरू के लिए डिप्रेशन में मैंने जमीन बेच दी। इस चिट्ठी में आशीष ने लिखा है कि उसने दुर्गा झा से कैसे प्रेम किया, कैसे पटना में उससे शादी की, कैसे उसे ज्वेलरी शोरूम में नौकरी दिलवाई। उसने यह भी लिखा है कि कैसे उसे पता चला की शादी से पहले भी दुर्गा झा का किसी और से रिश्ता था। आशीष के अनुसार उससे शादी के बाद दुर्गा का किसी तीसरे से रिश्ता उसके सामने आया तो वह टूट गया। आशीष के अनुसार दुर्गा के जिस परिवार ने बाद में उसकी शादी को स्वीकार कर लिया था, उसी परिवार के लोगों ने दूसरे लड़के के पक्ष में आकर मुझे वापस अकेला छोड़ दिया। आशीष के अनुसार जब दुर्गा ने 14 मार्च 2021 को पूरे मोहल्ले के सामने उसे गालियां दीं और यह कहा कि वह उसके साथ टाइम पास कर रही थी तो वह टूट गया।

आशीष के दो सहयोगियों को किया गया गिरफ्तार

इस पूरे मामले में पुलिस ने उमेश साव जिसने आरोपित आशीष चौधरी को हथियार उपलब्ध कराया था और राजन कुमार जिसने छठ घाट से सूचना देते हुए लाइनर का काम किया था उसे गिरफ्तार कर लिया है. वहीं अन्य से पूछताछ जारी है. अभी भी मुख्य आरोपित आशीष चौधरी पुलिस की गिरफ्त से फरार है. पुलिस की टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है.