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इस देश में मचा बवाल, प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन

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फ्रांसीसी संस्कृति से प्रभावित कैरेबियाई देश हैती में इस समय बवाल मचा हुआ है। यहां की जनता अपने प्रधानमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है। प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर पूरे हैती में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। हैती में प्रधानमंत्री एरियल हेनरी के इस्तीफे की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई और कई प्रमुख शहरों में बंद जैसे हालात रहे।

स्कूल, दफ्तर, बैंक सब बंद

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, हैती के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में बैंक, स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहे। प्रदर्शनकारियों ने टायर जालकर मुख्य मार्गों को अवरुद्ध कर दिया। इसके कारण सार्वजनिक परिवहन सेवा ठप हो गई। हैती के मध्य क्षेत्र के शहर हिन्चे में प्रदर्शनकारियों ने भारी हथियारों से लैस राज्य के पर्यावरणीय विभाग के कर्मियों और उनके कमांडर जोसेफ जीन बैप्टिस्ट के पहुंचने पर उनका स्वागत किया। उन्होंने हेनरी के इस्तीफे की मांग की।

‘पीएम की लाश से गुजरने की ख्वाहिश’, बोले कमांडर

एक वीडियो में कमांडर ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि एरियल मेरी गोलियों के सामने खड़े हों और हम सब उनकी लाश के ऊपर से गुजरें।’’ उन्होंने कहा , ‘‘ हमें अधिकांश आबादी का समर्थन प्राप्त है।’’ उत्तरी हैती में पुलिस के साथ हालिया झड़पों के बाद राज्य के पर्यावरणीय विभाग के कर्मी सरकारी जांच के घेरे में आ गये हैं। ये कर्मी संरक्षित क्षेत्रों के लिए बनी सुरक्षा ब्रिगेड से संबंधित हैं।

लिव-इन रिलेशनशिप का रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर जाना होगा जेल, UCC लागू होने से बदली ये 11 चीजें

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उत्तराखंड विधानसभा में आज समान नागरिक संहिता (यूसीसी) विधेयक पेश किया गया। इस विधेयक उत्तराखंड में सभी नागरिकों के लिए उनके धर्म की परवाह किए बिना एक समान विवाह, तलाक, भूमि, संपत्ति और विरासत कानूनों का प्रस्ताव है। यूसीसी विधेयक में यह भी कहा गया है कि अगर कोई लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा है तो उसका रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर छह महीने की जेल हो सकती है। विधेयक में प्रस्ताव है कि जो कोई भी राज्य के भीतर लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा है, चाहे वह उत्तराखंड का निवासी हो या नहीं, उसे अपने लिव-इन रिलेशनशिप का विवरण प्रशासन के समस्त पेश करना होगा। लिव-इन रिलेशनशिप का विवरण संबंधित रजिस्ट्रार दफ्तर में देना अनिवार्य होगा।

यूसीसी लागू होने के बाद बदल जाएंगी ये चीजें

  1. यूसीसी के लागू होने के बाद बहुविवाह पर रोक लग जाएगी।
  2. लड़कियों की शादी की कानूनी उम्र 21 साल तय की जा सकती है।
  3. लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वालों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा।
  4. लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वालों को अपनी जानकारी देना अनिवार्य होगा और ऐसे रिश्तों में रहने वाले लोगों को अपने माता-पिता को जानकारी देनी होगी।
  5. विवाह पंजीकरण नहीं कराने पर किसी भी सरकारी सुविधा से वंचित होना पड़ सकता है।
  6. मुस्लिम महिलाओं को भी गोद लेने का अधिकार होगा और गोद लेने की प्रक्रिया सरल होगी।
  7. पति और पत्नी दोनों को तलाक की प्रक्रियाओं तक समान पहुंच प्राप्त होगी।
  8. नौकरीपेशा बेटे की मृत्यु की स्थिति में बुजुर्ग माता-पिता के भरण-पोषण की जिम्मेदारी पत्नी पर होगी और उसे मुआवजा मिलेगा।
  9. पति की मृत्यु की स्थिति में यदि पत्नी पुनर्विवाह करती है तो उसे मिला हुआ मुआवजा माता-पिता के साथ साझा किया जाएगा।
  10. अनाथ बच्चों के लिए संरक्षकता की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा।
  11. पति-पत्नी के बीच विवाद के मामलों में बच्चों की कस्टडी उनके दादा-दादी को दी जा सकती है।

ऐसे हालत में लिव-इन संबंध पंजीकृत नहीं किया जाएगा

  1. रीति-रिवाज और सार्वजनिक नीति और नैतिकता के विरुद्ध न हों
  2. पूर्व में कोई व्यक्ति विवाहित हो या पहले से ही लिव-इन रिलेशनशिप में हो।
  3. जहां कम से कम एक व्यक्ति नाबालिग है।
  4. जबरदस्ती और धोखाधड़ी करके एक साथ रहने पर मजबूत किया हो।

परिवारवाद आखिर क्या है? क्या होता है इसका मतलब? प्रधानमंत्री मोदी ने बताया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के निचले सदन यानी लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर खूब निशाना भी साधा। पीएम मोदी ने कहा कि नई ससद में नई परंपरा बहुत ही प्रभावशाली है। लोकतंत्र की गरिमा कई गुना बढ़ी है। सेंगोल संसदीय प्रक्रिया का नेतृत्व कर रहा है। इस दौारन उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जो संकल्प किया है, मैं उसकी सराहना करता हूं। इससे मेरा और देश का विश्वास पक्का हो गया। इन्होंने लंबे समय तक वहां (विपक्ष) रहने का संकल्प लिया है। अब कई दशक तक जैसे यहां बैठे थे, वैसे ही कई दशक तक वहां बैठका आपका संकल्प जनता जनार्दन पूरा करेगी।

परिवारवाद पर क्या बोले पीएम मोदी

परिवारवाद पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवाद का खामियाजा जितना देश ने उठाया है। खुद कांग्रेस ने भी उसका खामियाजा उठाया है। परिवारवाद की तो सेवा करनी पड़ती है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे और सदन से उठकर चले गए। उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद पार्टी से शिफ्ट हो गए। ये सब परिवारवाद की भेंट चढ़ गए। एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में अपनी ही दुकान को ताला लगाने की नौबत आ गई है। उन्होंने आगे हा कि देश परिवारवाद से त्रस्त है। विपक्ष में एक ही परिवार की पार्टी है। हमें देखिए, ना राजनाथ जी की राजनीतिक पार्टी है और ना ही अमित शाह की, जहां एक परिवार की पार्टी ही सर्वेसर्वा हो। यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है।

क्या होता है परिवारवाद?

पीएम मोदी ने कहा कि इतने साल हो गए विपक्ष ने नेता नहीं बदला। परिवारवाद का खामियाजा देश ने भुगता है। विपक्ष पुरानी ढपली, पुराना राग अलाप रही है। देश को स्वस्थ, अच्छे विपक्ष की जरूरत है। उन्होंने परिवारवाद को लेकर कहा कि हम किस परिवारवाद की बात करते हैं? यदि किसी परिवार में एक से अधिक लोग जनसमर्थन से अपने बलबूते पर राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो उसे हम परिवारवाद नहीं कहते हैं। हम परिवारवाद उसे कहते हैं जो पार्टी परिवार चलाता है। पार्टी के सारे निर्णय परिवार के लोग करते हैं वो परिवारवाद है। पीएम ने कहा कि हम चाहते हैं कि एक ही परिवार के 10 लोग राजनीति में आए। नवजवान राजनीति में आए। लेकिन परिवारवाद के जरिए नहीं। यह चिंता का विषय है।

इस राज्य के यात्रा पर जाने वाले हैं पीएम मोदी, कई परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को गोवा में भारत ऊर्जा सप्ताह 2024 का उद्घाटन करेंगे और 1,350 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अलावा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के स्थायी परिसर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। मोदी विकसित भारत, विकसित गोवा 2047 कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री दक्षिण गोवा के बेतुल गांव में ओएनजीसी सी सर्वाइवल सेंटर का पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे उद्घाटन करेंगे और भारत ऊर्जा सप्ताह की शुरुआत करेंगे।

गोवा को पीएम मोदी की सौगात

ऊर्जा सप्ताह, भारत की सबसे बड़ी और एकमात्र सर्वव्यापी ऊर्जा प्रदर्शनी व सम्मेलन होगा जिसमें विभिन्न देशों के लगभग 17 ऊर्जा मंत्रियों के भाग लेने की उम्मीद है। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने ऊर्जा आवश्यकताओं में आत्मनिर्भरता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित रखा है। इसी दिशा में छह से नौ फरवरी तक गोवा में भारत ऊर्जा सप्ताह 2024 का आयोजन किया जा रहा है।’’ विज्ञप्ति के अनुसार, यह देश की ऐसी एकमात्र ऊर्जा प्रदर्शनी और सम्मेलन होगा, जो संपूर्ण ऊर्जा मूल्य श्रृंखला को एक मंच प्रदान करेगा और भारत के ऊर्जा पारगमन लक्ष्यों के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।

कई परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास

कार्यक्रम में 900 से अधिक प्रदर्शनीकर्ता शामिल होंगे। इसमें छह देशों – कनाडा, जर्मनी, नीदरलैंड, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के पवेलियन होंगे। प्रधानमंत्री गोवा में एक कार्यक्रम में 1,330 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। वह गोवा के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के स्थायी परिसर का उद्घाटन करेंगे और राष्ट्रीय जलक्रीड़ा संस्थान के नये परिसर का लोकार्पण करेंगे। बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में अटल सेतु का उद्घाटन किया था।

जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर पीएम मोदी का बयान, बोले- वो भारतीयों को आलसी समझते थे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के निचले सदन यानी लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर खूब निशाना भी साधा। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी को लेकर भी पीएम मोदी ने बयान दिया। अपने संबोधन में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू को लेकर कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री ने दिल्ली के लाल किले से कहा था कि हिंदुस्तान में काफी मेहनत की आदत आमतौर पर नहीं है। हम इतना काम नहीं करते थे, जितना यूरोप, चीन और जापान में लोग करते हैं। ये ना समझिए ये जादू से खुशहाल हुईं। वे मेहनत और अक्ल से हुई है। नेहरू जी भारतीयों को आलसी समझते थे।

नेहरू और इंदिरा पर पीएम मोदी की टिप्पणी

इंदिरा गांधी पर पीएम मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी की सोच भी इससे अलग नहीं थी। इंदिरा जी ने कहा था कि हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को हेता है तो हम आत्मसंतुष्टि की भावना से भर जाते हैं। लेकिन जब कोई कठिनाई आ जाती है तो हम नाउम्मीद हो जाते हैं। कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि पूरे राष्ट्र ने ही पराजय की भावना को अपना लिया है। बता दें कि पीएम मोदी ने लोकसभा में विपक्ष की नीतियों और परिवारवाद पर भी निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने परिवारवाद का मतलब भी सदन में समझाया।

परिवारवाद पर क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी ने कहा कि इतने साल हो गए विपक्ष ने नेता नहीं बदला। परिवारवाद का खामियाजा देश ने भुगता है। विपक्ष पुरानी ढपली, पुराना राग अलाप रही है। देश को स्वस्थ, अच्छे विपक्ष की जरूरत है। उन्होंने परिवारवाद को लेकर कहा कि हम किस परिवारवाद की बात करते हैं? यदि किसी परिवार में एक से अधिक लोग जनसमर्थन से अपने बलबूते पर राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो उसे हम परिवारवाद नहीं कहते हैं। हम परिवारवाद उसे कहते हैं जो पार्टी परिवार चलाता है। पार्टी के सारे निर्णय परिवार के लोग करते हैं वो परिवारवाद है। पीएम ने कहा कि हम चाहते हैं कि एक ही परिवार के 10 लोग राजनीति में आए। नवजवान राजनीति में आए। लेकिन परिवारवाद के जरिए नहीं। यह चिंता का विषय है।

PM मोदी ने लोकसभा में दिया भाषण, कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले- मोदी जी इधर-उधर की बातें करते हैं

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सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी यही नहीं रूके। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने विपक्ष पर परिवारवाद का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि जवाहरलाल नेहरू भारतीयों को आलसी समझते थे। इस मामले पर अब राहुल गांधी का बयान आया है। दरअसल पीएम मोदी ने इस दौरान जातिवाद, परिवारवाद,  लोकसभा चुनाव समेत कई अन्य मुद्दों पर बात की।

पीएम मोदी पर क्या बोले राहुल गांधी

इसपर अब राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने इसमें लिखा, ‘प्रधानमंत्री इस बीच अक्सर कह रहे थे देश में सिर्फ दो जातियां हैं – अमीर और गरीब, मगर आज संसद में उन्होंने खुद को ‘सबसे बड़ा OBC’ बताया। किसी को छोटा और किसी को बड़ा समझने की इस मानसिकता को बदलना ज़रूरी है। OBC हों, दलित हों या आदिवासी, बिना गिनती के उन्हें आर्थिक और सामाजिक न्याय नहीं दिलाया जा सकता। मोदी जी इधर उधर की इतनी बातें करते हैं, तो गिनती से क्यों डरते हैं?’

दानिश अली ने भी दी प्रतिक्रिया

इससे पहले विपक्षी सांसद दानिश अली ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि इतना अहंकारी भाषण प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। बहुत अहंकारी भाषण था। देश की जनता अहंकार तोड़ देती है। आप देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बारे में मखौल उड़ाते हैं। आपका तो कोई इतिहास नहीं था। नेहरू जी 9 साल अंग्रेजों की जेल में रहे, आपकी पुरखे तो अंग्रेजों से माफी मांगती रही। आपको अपनी पार्टी के अंदर परिवारवाद नहीं दिखता? देश की महिलाओं के साथ मणिपुर में जो हुआ वो उनको दिखाई नहीं दिया। उनके भाषण में मणिपुर पर एक शब्द नहीं आया। आपकी सरकार रेपिस्ट को बार-बार पेरोल देती है, क्या वे महिला नहीं है जिसका रेप गुरमीत राम रहीम ने किया। आप उसको चुनावी प्रचार करने के लिए 2 महीने का पेरोल देते हो।

मुख्यमंत्री ने UCC बिल किया पेश, विधानसभा में लगे नारे, विपक्ष का विरोध जारी

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उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता पर विधेयक पेश कर दिया है। इस दौरान विधानसभा में जय श्री राम के नारे लगे। दोपहर 2:00 बजे से विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी। वहीं, इस बिल को लेकर विपक्ष विधानसभा में ही धरना दे रहा है। UCC बिल का कांग्रेस और मुस्लिम संगठन विरोध कर रहे हैं।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भारतीय संविधान की एक प्रति के साथ विधानसभा पहुंचे। उत्तराखंड कैबिनेट ने इस बिल को मंजूरी दे दी है। ड्राफ्टिंग कमेटी ने UCC के ड्राफ्ट को 2 फरवरी को मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी को सौंपा था। सोमवार से उत्तराखंड विधानसभा सत्र शुरू हो गया है। अब ड्राफ्ट सदन में रखा जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कहा, “समान नागरिक संहिता की लंबे समय से सबको प्रतीक्षा थी। बहुत जल्द सबकी प्रतीक्षा समाप्त हो रही है। मंगलवार को हम इसे विधानसभा में पेश करेंगे और आगे इस पर चर्चा होगी। मेरा अन्य दलों के साथियों से भी अनुरोध है कि इस चर्चा में सकारात्मक रूप से भाग लें।”

यूसीसी पर चार खंडों और 740 पृष्ठों के ड्राफ्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी को सौंपा था। इसके बाद उत्तराखंड कैबिनेट ने रविवार को यूसीसी के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी थी। यूसीसी को लेकर 2 लाख 33 हजार लोगों ने अपने विचार दिए थे। ड्राफ्ट में करीब 10 फीसदी परिवारों के विचारों को सम्मिलित किया गया है।

UCC बिल से क्या-क्या बदल सकता है?

  • शादी की उम्र-  18 साल से पहले लड़कियों की शादी नहीं हो पाएगी
  • शादी का रजिस्ट्रेशन- विवाह का रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा
  • तलाक पर समान अधिकार- तलाक के लिए पति-पत्नी को बराबर का हक
  • बहु विवाह पर रोक- एक पति या पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी नहीं
  • लिव इन रिलेशन- लिव इन रिलेशनशिप का डिक्लेरेशन देना जरूरी
  • जनजातियां- अनुसूचित जनजातियों के लोग यूसीसी से बाहर रहेंगे

सदन में बीजेपी के पास बहुमत

सदन में बीजेपी के पास बहुमत है, इसलिए यूसीसी के विधेयक का पारित होना तय माना जा रहा है। बीजेपी के सदन में 47 विधायक हैं। साथ ही उसे दो निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है। UCC ड्रॉफ्टिंग कमेटी ने 72 बैठकें की हैं। माना जा रहा है ड्राफ्ट में पारंपरिक रीति रिवाज से छेड़छाड़ नहीं की गई है और यह पूरा ड्राफ्ट महिला केंद्रित होगा। साथ ही संभावना जताई जा रही है कि इससे बहुविवाह पर रोक लगेगी।

2024 के चुनाव का गेमचेंजर फैसला

धामी सरकार का ये कदम 2024 के चुनाव से पहले गेमचेंजर साबित हो सकता है। वहीं कुछ संगठन बिल के विरोध में हैं। सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बिल से किसी का नुकसान नहीं होगा। वहीं, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए विधानसभा के आस-पास धारा 144 लगा दी गई है। विधानसभा आने जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है।

PM मोदी ने ब्रिटेन के किंग चार्ल्स के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की, जानें क्या कहा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। चार्ल्स तृतीय कैंसर से पीड़ित पाए गए हैं। लंदन स्थित ब्रिटेन के शाही परिवार के आधिकारिक निवास बकिंघम पैलेस ने सोमवार को एक बयान में बताया था कि चार्ल्स प्रोस्टेट ग्रंथि की हाल में हुई जांच के दौरान कैंसर से पीड़ित पाए गए। उसने यह नहीं बताया कि 75 वर्षीय चार्ल्स को किस प्रकार का कैंसर है लेकिन उसने बताया कि उनका इलाज शुरू हो गया है और वह ‘‘पूरी तरह सकारात्मक’’ हैं।

जांच में पता चला कैंसर

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं, भारत के लोगों के साथ किंग चार्ल्स तृतीय के शीघ्र ठीक होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।  बता दें कि बकिंघम पैलेस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि किंग चार्ल्स III की स्वास्थ्य जांच में कैंसर का पता चला है। 75 वर्षीय राजा का पिछले साल उनकी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद राज्याभिषेक किया गया था।

किंग के बेटे हैरी पिता से मिलने आएंगे

बकिंघम पैलेस ने किंग चाल्स की जांच में डॉक्टरों ने कैंसर के एक रूप की पहचान की है। राजा पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उन्हें उम्मीद है कि वे जल्द ही सार्वजनिक जीवन में लौट आएंगे। चार्ल्स के अलग हुए बेटे प्रिंस हैरी ने कहा है कि उन्होंने अपने पिता से बात की है और जल्द ही उनसे मिलने आएंगे।  बता दें कि प्रिंस हैरी अपने पिता से अलग रहते हैं।

‘जिस समुदाय की लड़ाई मांझी जी लड़ते हैं, उसी समुदाय के इर्द-गिर्द उन्हें रखा जाता है’- मनोज झा

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आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि बिहार में नई सरकार का गठन हुआ है और इसमें जिस तरह से मांझी जी की पीड़ा झलक रही है, वह देखने लायक है. उन्होंने कहा कि मांझी जी ने जिस समुदाय को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति की, उन्हें घुमा फिरा कर उन्हीं विभागों के इर्द-गिर्द रखा जा रहा है।

“हमारे हिसाब से यह कहीं से भी ठीक नहीं है. माझी जी ने भी इन बातों को कहा है वैसे अब उनके दल की बात है वह क्या सोचते हैं वह समझे, मांझी जी की पीड़ा पूरी तरह से झलक रही है और यही कारण है कि वह सच बात बोल देते हैं”- मनोज झा, राज्यसभा सांसद

खेला होने के बयान पर कही ये बात: उनसे जब सवाल किया गया कि तेजस्वी यादव कहते हैं कि बिहार में खेला होगा तो उन्होंने कहा कि वो किस मायने में खेला होना कहे हैं, यह बात आप लोग नहीं समझते हैं. जिस तरह से तेजस्वी यादव युवाओं को रोजगार दे रहे थे, लगातार सरकारी नौकरी दे रहे थे यह बिहार की जनता देख रही थी. अब जब नई सरकार बनी है तो यह लोग क्या करेंगे वह भी जनता देखेगी।

‘तेजस्वी यादव नौकरी देने की सोचते हैं’: मनोज झा ने कहा कि आप बिहार से बाहर या बिहार में ही कहीं जाकर देखिए तेजस्वी यादव का नाम लीजिएगा तो सीधे-सीधे लोग यही कहेंगे कि वह ऐसे नेता हैं, जो नौकरी देने के लिए सोचते हैं. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर लोगों का क्या विचार है. ये भी आप जाकर लोगों से पूछ सकते हैं. किस तरह का परसेप्सन नीतीश जी ने बनाया है।