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बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप 9 महीने बाद जेल से हुए रिहा, बोले- बिहार में कंस की सरकार

पटना हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिहा कर दिया गया है. बता दें कि मनीष को बिहार की बेऊर जेल में रखा गया था. 9 महीने बाद मनीष को जेल से रिहाई मिली है. मनीष को पहले तमिलनाडु ले जाया जाना था, मगर, पटना सिविल कोर्ट के फैसले के बाद बिहार में ही रखा गया.

मनीष कश्यप ने पटना की बेऊर जेल से निकलते ही बिहार सरकार पर निशाना साधा. आजतक से बातचीत में Manish ने कहा कि बिहार में कंस की सरकार चल रही है. मनीष ने अपनी गाड़ी के आगे भारी भीड़ देखकर कहा कि यहां सभी को सुरक्षा मिल जाती है, लेकिन हमारे लिए रोड ही खाली करवा दीजिए. मनीष ने अपने आगे चल रहे लोगों से कहा कि आगे बढ़ने दीजिए, वर्ना ये लोग मुझ पर फिर कोई केस कर देंगे.

दरअसल, 12 मार्च 2023 को हथकड़ी पहने एक व्यक्ति की ट्रेन में यात्रा करते हुए वीडियो अपलोड की गई थी, इसी मामले में मनीष के खिलाफ FIR हुई थी. मनीष पर आरोप लगाया गया था कि सार्वजनिक भावनाओं को भड़काया है. इसके लिए वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई. पुलिस ने आईपीसी और आईटी अधिनियम की कई धाराओं के तहत कार्रवाई की थी. इस केस में पटना हाईकोर्ट ने मनीष कश्यप को सशर्त नियमित जमानत दी.

तमिलनाडु सरकार ने मनीष कश्यप पर एनएसए के तहत की थी कार्रवाई

मनीष कश्यप पर कानूनी शिकंजा तब कसा था, जब तमिलनाडु में बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा को लेकर एक वीडियो सामने आया था. आरोप लगाया गया था कि ये वीडियो मनीष ने फर्जी तरीके से अपने यूट्यूब चैनल पर दिखाया है. मनीष कश्यप के वीडियो को तमिलनाडु पुलिस ने गलत बताते हुए केस दर्ज किया था. तमिलनाडु सरकार ने मनीष कश्यप पर एनएसए के तहत भी कार्रवाई की थी.

कुर्की-जब्ती के बाद मनीष ने सरेंडर कर दिया था

मनीष ने राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. उस समय तमिलनाडु सरकार ने एनएसए हटाए जाने से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट में दलीलें दी थीं. हालांकि, मनीष को राहत मिल गई थी. वहीं मनीष के खिलाफ बिहार के बेतिया जिले में 7 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भाजपा विधायक से मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के अलावा बैंक मैनेजर से मारपीट का भी आरोप था. इस मामले में कुर्की-जब्ती के बाद मनीष ने थाने में सरेंडर कर दिया था, तभी से मनीष को जेल में रखा गया था.

मनीष के खिलाफ तमिलनाडु में दर्ज हुए थे छह मामले

तमिलनाडु में मनीष के खिलाफ 6 मामले दर्ज हुए थे. सिविल कोर्ट के फैसले के बाद मनीष को तमिलनाडु जेल में नहीं जाना पड़ा. मनीष को पटना की ही जेल में रखा गया. यहां कई मामलों में सुनवाई के दौरान पेशी होनी थी. वहीं तमिलनाडु में दर्ज मामलों में पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई.

अगस्त महीने में पटना सिविल कोर्ट ने मनीष को बड़ी राहत दी थी. कोर्ट ने मनीष को तमिलनाडु जेल वापस नहीं ले जाने का आदेश दिया था. तब वकील शिवनंदन भारती ने बताया था कि तमिलनाडु में मनीष के खिलाफ कुल 6 मामले दर्ज हुए थे, जिस पर उन्हें डिफॉल्ट बेल मिली थी. वहीं मनीष के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने 4 मामले दर्ज किए थे.

यूट्यूबर मनीष कश्यप जेल से रिहा, बेऊर के बाहर समर्थकों की भीड़, पटना हाईकोर्ट ने दी है सशर्त जमानत

नौ महीने के बाद यूट्यूबर मनीष कश्यप की शनिवार सुबह बेऊर जेल से रिहाई हो गई. पटना हाईकोर्ट ने यूट्यूबर को दो मामले में जमानत दी है. आर्थिक अपराध इकाई के दो मामलों में मनीष कश्यप को पहले ही जमानत मिल चुकी है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि वो जल्द ही जेल से रिहा होंगे. इससे उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौर गई थी।

यूट्यूबर मनीष कश्यप जेल से रिहा

यूट्यूबर मनीष कश्यप पर कुल 13 मामले दर्ज हैं, जिनमें बिहार में 7 और तमिलनाडु में 6 मामले दर्ज हैं. दरअसल, तमिलनाडु में बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा का एक वीडियो सामने आया था, जिसके बाद जांच में पता चला कि फर्जी वीडियो मनीज कश्यप ने अपने यूट्यूब पर अपलोड किया था. इसके बाद तमिलनाडु पुलिस ने वीडियो को फर्जी बताया और एफआईआर दर्ज की थी. मनीष पर एनएसए के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी।

18 मार्च 2023 को सरेंडर किया था

जब यूट्यूबर मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में शिकंज कसा तो उसने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. मनीष ने अदालत से एनएसए हटाने की मांग की, जिस पर तमिलनाडु पुलिस ने इनकार किया था. हालांकि बाद में राहत मिल गई थी. वहीं बिहार में भी मनीष पर 7 मामले दर्ज हैं. जिसमें बीजेपी विधायक और बैंक मैनेजर से मारपीट का भी मामला है. बता दें कि इस मामले में कुर्की के बाद यूट्यूबर ने बेतिया कोर्ट में 18 मार्च 2023 को सरेंडर किया था, जिसके बाद से उस पर शिकंजा कसता चला गया।

मनीष कश्यप ने फर्जी वीडियो बनाया

मनीष कश्यप को इसके बाद तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले गई थी. कई महीनों जेल में रहने के बाद इसी साल उसे बिहार लाया गया था और बेतिया कोर्ट में पेश किया गया था. इसके बाद पटना हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए पटना के बेऊर जेल में रखने का आदेश दिया. यहां कई मामलों में समय-समय पर सुनवाई हुई. दूसरी तरफ तमिलनाडु में दर्ज मामले में वीडियो कॉफ्रेंसिंग से पेशी हुई. इस दौरान मनीष कश्यप के कई बयान भी सामने आए।

‘खोजी कुत्ते के भरोसे सजा नहीं हो सकती’, फांसी का आरोपी पटना हाईकोर्ट से बरी, रेप के बाद मर्डर का आरोप

शुक्रवार कोपटना हाईकोर्ट से रेप का आरोपी बरी हो गया है. कोर्ट ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में फांसी की सजा पाए आरोपी को बरी कर दिया. जस्टिस आशुतोष कुमार और जस्टिस आलोक कुमार पाण्डेय ने अमर कुमार की आपराधिक याचिका पर सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद ये आदेश दिया।

पटना हाईकोर्ट ने फांसी के सजायाफ्ता को बरी किया

ये घटना वर्ष 2019 की है, जब अररिया में एक नाबालिग लड़की से एक मंदिर के पास सामूहिक दुष्कर्म किया गया. उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. जब पीड़िता का शव मिला तो पुलिस एक खोजी कुत्ते को ले आई, उसने पहले शव को सूंघा और फिर एक ग्रामीण के घर में चला गया।

अररिया कोर्ट ने सुनाई थी फांसी की सजा

ये कुत्ता आरोपी के घर में घुस गया. कमरे के अंदर बंद पाए जाने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. अक्टूबर 2021 में अररिया ट्रायल कोर्ट ने उसे दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई. इसके विरुद्ध उसने उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी।

खोजी कुत्ते के भरोसे सजा नहीं हो सकती

खंडपीठ ने यह पाया कि अभियोजन पक्ष का पूरा मामला केवल इस तथ्य पर आधारित था कि एक खोजी कुत्ता आरोपित के घर में घुस गया था. हाईकोर्ट ने कहा कि न्यायिक व्यवस्था खोजी कुत्ते की विशेषज्ञता पर इतनी अधिक निर्भरता को सही नहीं मान सकता. कोर्ट ने कहा कि स्नीफर डॉग साक्ष्य एक साक्ष्य नहीं हो सकता है. जब तक कि अदालत कुत्ते के कौशल की विश्वसनीयता, उसके प्रदर्शन के पिछले पैटर्न या उसके हैंडलर की क्षमताओं की जांच नहीं करती है, तब तक यह मजबूत सबूत तो बिल्कुल भी नहीं हो सकता है।

अदालत ने अभियोजन पक्ष की दलीलों को खारिज की

पटना उच्च न्यायालय ने गिरफ्तारी के समय एक कमरे के अंदर बंद पाए जाने के आधार पर आरोपी के अपराध पर अभियोजन पक्ष की दलीलों को भी खारिज कर दिया. हाई कोर्ट ने उसकी तत्काल रिहाई का भी आदेश दिया।

बिहार शिक्षक भर्ती: केके पाठक ने दी खुशखबरी, कहा- हर साल 40 हजार निकाली जाएगी बहाली

मोतिहारी: शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बड़ी खुशखबरी दी है. शुक्रवार को मोतिहारी के डायट भवन में केके पाठक पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ट्रेनिंग ले रहे D.El.Ed के छात्र-छात्राओं से कहा कि आज से ही आप सभी आदत डाल लें कि हर दिन समय से स्कूल आएं. आपकी लापरवाही भविष्य को खराब करेगी. आप सभी इसलिए अपनी जिम्मेदारी को समझिए. आगे केके पाठक ने कहा कि आप लोग बढ़िया से तैयारी करिए. हर साल अगस्त माह में 40 हजार शिक्षकों की बहाली निकाली जाएगी।

वहीं, अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने डायट भवन में प्रिंसिपल से पूछा कि कितने लोग हर दिन ट्रेनिंग लेने आते हैं. इस पर प्रिंसिपल ने कहा कि 85 से 90 प्रतिशत लोगों की उपस्थिति हर दिन रहती है. प्रिंसिपल के इस जवाब पर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बाकी के 10 प्रतिशत लोग सुधर जाएं, नहीं तो हर दिन जांच की जाएगी. उपस्थिति नहीं होने पर एक दिन का वेतन काटा जाएगा. स्कूल आने-जाने की आदत इसलिए अभी से ही डाल लें।

बता दें कि इससे पहले शुक्रवार की सुबह केके पाठक ने बेतिया के कई सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने एक नया फरमान भी जारी किया. उनके इस नए फरमान में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग शामिल किया गया है. उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल और अधिकारियों से कहा कि प्राइवेट स्कूलों के तर्ज पर सरकारी स्कूलों में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग विद्यालय के प्रिंसिपल हर शनिवार को करें. छात्रों के अभिभावकों से यह जानकारी लें कि शिक्षा में कितनी गुणवत्ता है. वहीं, केके पाठक के निरीक्षण से प्रदेश के सरकारी स्कूल प्रशासन में हड़कंप है।

कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर CM नीतीश ने की उच्चस्तरीय बैठक, RTPCR जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में देश कई राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान सीएम ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए आरटीपीसीआर जांच की संख्या और बढ़ाई जाए. कोविड के निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुरूप अस्पतालों में दवा, उपकरण, बेड, ऑक्सीजन, मानव बल एवं अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाओं की उपलब्धता रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड समुचित व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्रचार माध्यमों से लोगों को कोरोना के प्रति सतर्क एवं जागरूक करें. अस्पतालों में सभी लोग मास्क का उपयोग करें. सीएम ने कहा कि लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है, सभी लोग सजग और सतर्क रहें।

बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हाल में ओमिक्रॉन परिवार का जेएन.1 वरिएंट के कई मामले देश में मिले हैं. बिहार में भी कोरोना के 2 ऐसे मामले आए हैं, जो राज्य में बाहर से आए लोगों में मिला है. उन्होंने बताया कि यह वैरिएंट बहुत घातक नहीं है. कोरोना के पाए गए दोनों मरीज होम आइसोलेशन में हैं और स्वस्थ हैं।

स्वास्थ्य विभाग कोरोना के इस नए वेरियेंट के प्रति पूरी तरह सतर्क है और इसके बचाव के लिये सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं. इस बैठक में उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह और राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत उपस्थित थे।

एमएसएमई–विकास कार्यालय, पटना द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना पर एक कार्यशाला का किया गया आयोजन

भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के अंतर्गत स्थित एमएसएमई–विकास कार्यालय, पटना द्वारा पटना में शुक्रवार (22.12.2023) को बिहार राज्य के उद्योग संघों, चैम्बर्स, सामान्य सुविधा केंद्र, बिहार एवं पटना जिले में कार्यरत उद्यमियों के सहयोग से पीएम विश्वकर्मा योजना पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। पीएम विश्वकर्मा के तहत पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को उनके पारंपरिक उत्पादों और सेवाओं को बढ़ाने में शुरू से अंत तक समग्र सहायता प्रदान करने की कल्पना की गयी है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इस योजना के विभिन्न हितधारकों की मदद से इसके विभिन्न पहलुओं पर तकनीकी सत्र में योजना के बारे में वृहद रुप से जागरुकता उत्पन्न करना था।

कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित समीर कुमार महासेठ, मंत्री, उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा किया गया I कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यालय के निदेशक प्रदीप कुमार, आई॰ई॰डी॰एस॰ द्वारा किया गया I कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप मे बिहार उद्योग संघ, पटना के अध्यक्ष के पी एस केशरी, लघु उद्योग भारती के महासचिव सुमन शेखर, बिहार उद्योग संघ, पटना के उपाध्यक्ष आशीष रोहतगी, आर सी मण्डल, उप निदेशक, उद्यमशीलता एवं कौशल विकास मंत्रालय, संतोष तिवारी, राज्य प्रमुख, सामान्य सुविधा केंद्र, बिहार एवं अन्य एमएसएमई हितधारक कार्यक्रम मे सम्मलित हुए एवं उनके द्वारा कार्यक्रम को संबोधित किया गया।

कार्यक्रम के उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए समीर कुमार महासेठ, मंत्री, उद्योग विभाग, बिहार सरकार ने बिहार के एमएसएमई उद्यमियों के लिए कार्यक्रम को लाभकारी बताया एवं वर्तमान वैश्विक परिस्थिति में प्रतिस्पर्धा में अपने को सक्षम बनाने हेतु एक कदम बताया। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए कार्यालय के निदेशक प्रदीप कुमार ने कहा कि समाज के हर वर्ग के उत्थान के आवश्यकता को देखते हुई पीएम विश्वकर्मा योजना बहुत ही लाभकारी साबित होगी जो उनको प्रारम्भिक सहायता के साथ ही टूलकिट, प्रशिक्षण एवं वित्तीय सहायता के माध्यम से उनको जीवन में आगे बढ्ने में सहयोग प्रदान करेगा। कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता, कौशल उन्नयन, बेहतर और आधुनिक उपकरणों के लिए सहायता प्रदान करना, समपार्श्विक मुक्त ऋण तक आसान पहुँच, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन प्रदान करना, ब्रांड प्रचार और बाज़ार लिंकेज के लिए मंच प्रदान करना इस योजना के प्रमुख उद्देश्य हैं।

कार्यक्रम में पीएम विश्वकर्मा, सामान्य सुविधा केंद्र द्वारा पंजीकरण प्रक्रिया, कौशल एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा कौशल उन्नयन इत्यादि विषयों पर प्रतिभागियों हेतु प्रस्तुतीकरण संबन्धित विशेषज्ञों द्वारा दी गई एवं सेमिनार भी आयोजित की गई I कार्यक्रम में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना के वित्तीय सहायता अवयव पर भी प्रस्तुति दी गयी। बिहार उद्योग संघ के उपाध्यक्ष सीए आशीष रोहतगी द्वारा टूलकिट के महत्व एवं उससे होने वाले मुनाफे पर भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। द्वारा कार्यक्रम में 100 से अधिक एमएसएमई प्रतिभागियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन कार्यालय के सहायक निदेशक रविकांत द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पीएम विश्वकर्मा योजना के ऊपर प्रस्तुतिकरण एवं धन्यवाद ज्ञापन कार्यालय के सहायक निदेशक गोपाल कुमार सिन्हा,सहायक निदेशक द्वारा किया गया।

बिहार राज्य में अवस्थित भारतीय खाद्य निगम के विभिन्न गोदामों सेई-नीलामी के द्वारा गेहूँ तथा चावल की बिक्री

भारतीय खाद्य निगम के द्वारा खुली बिक्री योजना के माध्यम से निर्धारित कीमतों पर उपलब्ध स्टॉक से गेहूँ एवं चावल की बिक्री की जा रही है ताकि बाजार में गेहूँ एवं चावल की कमी न हो सके एवं कीमतों पर नियंत्रण रखा जा सके ।

भारत सरकार ने भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से गेहूँ एवं चावल की बढ़ती कीमतों को कम करने हेतु सेंट्रल पूल के स्टॉक से ई-नीलामी के माध्यम से पूरे देश में गेहूँ एवं चावल की तय शुदा मात्रा को खुले बाजार में बिक्री करने का फैसला किया है ।

गेहूँ खरीददार जैसे फ्लोर मिलर्स / गेहूँ उत्पादों के निर्माताओं/ गेहूँ प्रोसेसर ( खरीद मात्रा न्यूनतम 10 एम.टी ) इसमें भाग ले सकते हैं । जिन प्रार्थी को पास बिजली का एल.टी कनेक्शन (75 के.वी.ए से कम) हो अधिकतम 50 मी.टन तक एवं बिजली का एच.टी कनेक्शन (75 के.वी.ए से उपर) हो अधिकतम 250 मी.टन गेहूँ एक नीलामी में उठाव कर सकते हैं । चावल खरीददार जैसे व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं, थोक खरीददारों (01एम.टी से 2000 एम.टी तक) इस ई-नीलामी में भाग ले सकते हैं ।

इसके 27वां ई-नीलामी में बिहार राज्य के विभिन्न एफसीआई गोदामों के 37 केंद्रों से 26,000 एम.टी गेहूँ तथा 13 केन्द्रों से 19,485 एम.टी चावल बिक्री के लिए निविदा आमंत्रित किया गया है। सभी संबंधितों से अनुरोध है कि वे पात्रता के अनुसार इस नीलामी में भाग लें एवं नीलामी से खरीदे गेहूँ को प्रोसेस करने के बाद आटा, मैदा, सुजी तथा दलिया आदि के रूप में जनता के उपयोग के लिए बाजार में लाना सुनिश्चित करें । इसके अलावा खरीदे गये गेहूँ के प्रोसेसिंग के प्रमाण स्वरूप उन्हें प्रोसेसिंग यूनिट के पिछले 3 महीना के स्व-प्रमाणित बिजली बिल जमा करना होगा।

इसका न्यूनतम मूल्य रू. 2125/- (यूआरएस गेहूँ) तथा रू. 2150/- (एफएक्यू गेहूँ) एवं सामान्य चावल हेतु रू. 2900/- प्रति क्विंटल है । अधिक जानकारी वेबसाइट https://www.valuejunction.in/fci से प्राप्त कर नीलामी में भाग ले सकते हैं ।

देश में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर सीएम नीतीश ने की हाइलेवल बैठक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में देश कई राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाल में ओमिक्रॉन परिवार का जे एन.1 वेरिएंट के कई मामले देश में मिले हैं। बिहार में भी कोरोनों के 2 ऐसे मामले आये हैं, जो राज्य में बाहर से आए लोगों में मिला है। उन्होंने बताया कि यह वैरियेंट बहुत घातक नहीं है। कोरोना के पाये गये दोनों मरीज होम आइसोलेशन में हैं और स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य विभाग कोरोना के इस नये वेरियेंट के प्रति पूरी तरह सतर्क है और इसके बचाव के लिये सभी जरूरी उपाय किये जा रहे हैं।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए आर टी पी सी आर जांच की संख्या और बढ़ाई जाए। कोविड के निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एस०ओ०पी०) के अनुरूप अस्पतालों में दवा, उपकरण, बेड, ऑक्सीजन, मानव बल एवं अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाओं की उपलब्धता रखें। उन्होंने कहा कि कोविड समुचित व्यवहार सुनिश्चित करने हेतु सोशल मीडिया एवं अन्य प्रचार माध्यमों से लोगों को कोरोना के प्रति सतर्क एवं जागरूक करें। अस्पतालों में सभी लोग मास्क का उपयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। सभी लोग सजग एवं सतर्क रहें।

बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी  गोपाल सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत उपस्थित थे।

बिहार में सियासी हलचल तेज, आधे घंटे तक चली CM नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात

बिहार की सियासत में हलचल उस समय तेज हो गई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को मिलने के लिए बुलाया। सूत्रों के मुताबिक इन दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक मुलाकात चली। सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात में कैबिनेट विस्तार, सीटों के बंटवारे पर चर्चा होने की खबर है।

राहुल ने नीतीश से बात की

बताया जा रहा है कि इस गठबंधन में उन्हें ज्यादा प्राथमिकता ना मिलने से वह नाराज चल रहे हैं। वहीं इसी बीच गुरुवार 21 दिसंबर को कांग्रेस राहुल गांधी ने उनसे फोन पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच पिछली बैठक के दौरान हुए चर्चा और फैसले और उन्हें अमल में लाए जाने को लेकर बातचीत हुई है। सूत्र दावा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन में अहम जिम्मेदारी दी जाएगी और जल्द ही सीट शेयरिंग और साझा कार्यक्रम पर फैसले लिए जाएंगे। राहुल गांधी से बात होने के बाद नीतीश ने तेजस्वी को मिलने के लिए बुलाया।

इंडिया अलायंस की बैठक से पहले लगे थे पोस्टर

इससे पहले इंडिया अलायंस की बैठक से पूर्व  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका सौंपने की मांग वाले पोस्टर  राजधानी पटना के कई हिस्सों में लगाए गए था। इन पोस्टर के बारे में कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की ओर से त्वरित स्पष्टीकरण आया कि उसका इन पोस्टर से कोई लेना-देना नहीं है। जदयू के सर्वोच्च नेता कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं, उनका एकमात्र उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता को मजबूत करना है । बिहार में जदयू के साथ महागठबंधन सरकार में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपनी ओर से यह स्पष्ट कर दिया है कि प्राथमिक लक्ष्य लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना है और अगर इस प्रक्रिया में मुख्यमंत्री को शीर्ष पद मिलता है, तो यह “बिहार के लिए गर्व की बात” होगी।

ममता बनर्जी ने खरगे का नाम आगे किया

वहीं सूत्रों के मुताबिक इंडिया अलायंस की बैठक में टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम के चेहरे के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे किया है। उनके इस प्रस्ताव पर इंडिया गठबंधन के कई नेताओं ने तो सहमति जताई, लेकिन कई इसके खिलाफ बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ममता दीदी के इस प्रस्ताव से सबसे ज्यादा परेशानी लालू यादव और नीतीश कुमार को हुई। बताया जा रहा है कि ममता के इस प्रस्ताव से दोनों नाराज़ हैं। यही वजह है कि अब तक ना तो लालू यादव कुछ बोले और ना ही नीतीश कुमार का कोई बयान आया। वहीं पीएम फेस को लेकर ममता दीदी का स्टैंड लाउड एंड क्लीयर है।