बिहार में अवैध बालु खनन के कई मामले सामने आते रहते हैं। बालू ठेकेदारों द्वारा अवैध रूप से इनका इस्तेमाल किया जाता है। वहीं अब बालू चालान का दुरुपयोग करने वाले ठेकेदारों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। सरकारी योजनाओं में एक ही चालान की बार-बार फोटो कॉपी करके दुरुपयोग करने वाले ठेकेदारों को अब इसका हर्जाना भुगतना पड़ेगा। खान और भू-तत्व विभाग अब इन मामलों को लेकर कड़े आदेश दिए हैं।

दरअसल, बालू और गिट्टी की ढुलाई तथा खनन में ऐसे मामले सामने आने के बाद इसकी सघन जांच का फैसला लिया गया है। ऐसे ठेकेदार जो बालू चालान का दुरुपयोग करते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी सरकारी कार्य विभागों में चल रही तमाम परियोजनाओं में उपयोग हो रहे ई-चालान की जांच करने का आदेश खनन एवं भू-तत्व विभाग ने सभी जिलों के खनन पदाधिकारी एवं खान निरीक्षकों को दिया है।

वहीं, खनन और भू-तत्व विभाग ने आदेश दिया है कि, हर हफ्ते कम से कम 5 परियोजनाओं में चालान की मूल प्रति की जांच कर दोषी पाए गए ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं अगर इन मामले में जांच पदाधिकारियों के द्वारा लापरवाही दिखाई जाएगी तो विभाग उन पर भी सख्त कार्रवाई करेगा। सूत्रों की माने तो खनन एवं भू-तत्व विभाग में 2023- 24 के लिए सरकारी कार्य विभागों से राजस्व प्राप्त करने का वार्षिक लक्ष्य 914 करोड़ रुपए तय किया गया था लेकिन इसके मुकाबले 20 नवंबर 2023 तक करीब 303 करोड़ की ही वसूली हुई है।

उधर,विभाग ने अब ई- चालान में भी संशोधन करने का निर्णय लिया है। एक चालान का फोटोकॉपी कर हो रहे दुरुपयोग को लेकर विभाग इसमें अहम बदलाव करने जा रही है। जिसे लेकर विभाग ने एनआईसी को पत्र भी लिख दिया है। वहीं इन मामलों में आरोपी पाए गए ठेकेदारों पर करीब 25 गुना अधिक तक जुर्माना लगाया जा सकता है।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Adblock Detected!

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.