ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित महागठबंधन की जन विश्वास रैली में भाग लेने आए कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. हाथों में पार्टी का झंडा-बैनर लिए, ढोल-नगाड़े बजाते कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गांधी मैदान पहुंच रहे हैं. इस रैली में प्रदेश के अलग-अगल हिस्सों से हजारों युवा कार्यकर्ता भी पहुंच रहे हैं. युवा कार्यकर्ताओं का कहना है कि तेजस्वी यादव यूथ आइकॉन हैं, जिन्होंने 17 महीनों में ही लाखों बेरोजगारों को नौकरी प्रदान की.

 

’17 साल में कुछ नहीं कर पाए नीतीश’: तेजस्वी यादव और लालू यादव जिंदाबाद के नारे लगाते युवा कार्यकर्ताओं का हुजूम पटना की सड़कों पर नजर आ रहा है. इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि “तेजस्वी यादव ने सिर्फ 17 महीने में 3 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरियां दीं, जबकि नीतीश कुमार पिछले 17 सालों में बिहार के युवाओं के लिए कुछ नहीं कर पाए.”

“यूथ आइकन हैं तेजस्वीः” कार्यकर्ताओं का कहना है कि “एक बात साफ हो गयी है कि युवाओं के लिए अगर कोई अच्छी सोच रखता है तो वे तेजस्वी यादव हैं. तेजस्वी यादव युवाओं की बात सुनते हैं और समझते हैं. सही मायने में तेजस्वी ही यूथ आइकॉन हैं. इसलिए ही लाखों की संख्या में पहुंचकर हमलोग तेजस्वी का हाथ मजबूत करने आए हैं. इस रैली के जरिए पूरे बिहार में एक नया सियासी संदेश जाएगा”

‘जगह-जगह कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है’: इस बीच आरजेडी विधायक राकेश रौशन ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राकेश रौशन का कहना है कि “रैली में आ रहे कार्यकर्ताओं को काफी दिक्कत हो रही है क्योंकि जगह-जगह कार्यकर्ताओं से भरी बसोंं को रोका जा रहा है. प्रशासन का ये रवैया कहीं से उचित नहीं है. जनता सब देख रही है और समय आने पर सरकार को करारा जवाब देगी”

लोकसभा चुनाव का शंखनाद है महारैली: गांधी मैदान में हो रही महागठबंधन की महारैली को 2024 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद माना जा रहा है. रैली में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित लेफ्ट पार्टियों के कई बड़े नेता भी शिरकत कर रहे हैं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस रैली में हिस्सा ले रहे हैं।