एनडीए विधायकों की ओर से स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ बिहार विधानसभा सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भेजा गया है लेकिन माना जा रहा है कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. खबर है कि जरूरत पड़ी तो वह अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे. वहीं आरजेडी की ओर से इसी दौरान ‘खेला’ होने का दावा किया जा रहा है. इस बीच विधानमंडल के सत्र शुरू होने से ठीक पहले विधानसभा अध्यक्ष की सक्रियता बढ़ गई है. उन्होंने आज कई अहम बैठक बुलाई है।

अवध बिहारी चौधरी ने बुलाई बैठक: विधानसभा सचिवालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष आज कई महत्वपूर्ण बैठक करेंगे. विधानसभा सत्र से पहले वरिष्ठ अधिकारियों की उन्होंने बैठक बुलाई है. आज 11:30 बजे अवध बिहारी चौधरी राज्य के सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

सर्वदलीय बैठक बुला सकते हैं स्पीकर: इसके अलावा प्रेस सलाहकार समिति की बैठक भी बुलाई गई है. दोपहर 1:30 बजे प्रेस सलाहकार समिति की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष भी हिस्सा लेने वाले हैं. इस बैठक में आने वाले सत्र को लेकर विमर्श होगा. वहीं, सर्वदलीय बैठक बुलाई जाने की भी सूचना है. सबकी नजर सर्वदलीय बैठक पर टिकी है. सर्वदलीय बैठक में महत्वपूर्ण विमर्श होते हैं. किसी भी समय अध्यक्ष सर्वदलीय बैठक की सूचना राजनीतिक दलों को भेजी जा सकती है।

अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास का नोटिस: बिहार में एनडीए की सरकार बनने के अगले ही दिन भारतीय जनता पार्टी की ओर से वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को अविश्वास का नोटिस दिया गया है. नंद किशोर यादव ने उनके खिलाफ नोटिस भेजा है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि स्पीकर इस्तीफा नहीं देंगे. पिछले दिनों से जब स्पीकर ने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से मुलाकात की थी, तभी से ही इस बात की चर्चा शुरू हो गई थी कि वह पद से इस्तीफा नहीं देंगे।

क्या है विधानसभा का गणित?: 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में एनडीए के पास 128 विधायक हैं, जबकि महागठबंधन के विधायकों की संख्या 114 है. वहीं एक विधायक एआईएमआईएम के हैं, जो जरूरत पड़ने पर विपक्षी खेमे को समर्थन दे सकते हैं. ऐसे में स्पीकर के लिए अविश्वास प्रस्ताव को गिराना मुश्किल दिख रहा है. हालांकि आरजेडी की ओर से दावे किए जा रहे हैं कि विधानसभा में ‘खेला’ होगा।