बिहार के पूर्णिया में डीआईजी विकास कुमार ने घूसखोर दारोगा को सस्पेंड कर दिया है. करीब डेढ़ साल के बाद यह कार्रवाई की गई. सस्पेंड दारोगा पर 35 हजार रुपए घूस लेने का आरोप है. यह मामला 17 जून 2022 का है. निगरानी की टीम ने बायसी थाना के सब इंस्पेक्टर प्रोमे मरांडी को एक चाय की दुकान में घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।
केस से नाम हटाने के नाम पर लिया घूस
जानकारी के अनुसार एक युवक पर रेप का केस दर्ज किया गया था. इसी सिलसिले में प्रोमे मरांडी उस युवक को केस से नाम हटाने और कमजोर करने की बात कही थी. इसके बदले रुपए की डिमांड की थी. इसके बाद युवक तय रकम को बायसी अनुमंडल कोर्ट परिसर स्थित चाय दुकान पर आया था. निगरानी की टीम को इससे पहले ही सूचना मिल गई थी, इससे वह पहले ही चाय दुकान पर मौजूद थी।
निगरानी ने रंगे हाथ पकड़ा था
दारोगा प्रोमे मरांडी युवक से 35 हजार रुपए लिए ही थे कि निगरानी ने उसे दबोच लिया. कुछ देर के लिए चाय दुकान पर अफरा-तफरी मच गई. निगरानी टीम दारोगा को लेकर मुख्यालय चली गई. इस मामले में दारोगा के ऊपर केस दर्ज कराया गया था. छानबीन के दौरान घूस लेने का मामला सत्य पाए जाने पर डीआईजी ने कार्रवाई की. गुरुवार को उसे सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा है।
रेप का झूठा केस दर्ज था
बताया जाता है कि जिस युवक ने दारोगा को घूस दिया था, उसपर रेप का झूठा केस दर्ज था. दरअसल, कुछ अपराधियों ने उसके भाई की हत्या कर दी थी. इसमें युवक ने कई लोगों को आरोपी बनाया था. इसी बात को लेकर एक आरोपी पक्ष ने अपने बेटी के साथ रेप करने का आरोप लगाकर युवक के खिलाफ झूठा केस दर्ज करा दिया था. इसी मामले में दारोगा ने 35 हजार रुपए घूस लिए थे।
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