एक अप्रैल से बिहार में बिजली दर में कमी आ जाएगी। राज्य के दो करोड़ उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। बिहार सरकार बिजली कंपनी को 15,343 करोड़ रुपये अनुदान देकर विद्युत दर में कमी लाई है।

बिहार विद्युत विनियामक आयोग प्रत्येक श्रेणी के उपभोक्ताओं का पक्ष सुनने के बाद ऊर्जा शुल्क में 15 पैसे की कमी कर दिया है। फिक्स चार्ज में कोई बदलाव नहीं लाया गया है। मीटर से बिजली कनेक्शन लेने वाले किसानों को सिर्फ 55 पैसे प्रति यूनिट बिजली मिलेगी। पहले 70 पैसे प्रति यूनिट लगता था।

किसानों को साल में 4 बार मिलेगा बिल

किसानों को फसल चक्र के अनुसार बिल साल में चार बार मिलेगा। फिक्स चार्ज नहीं लगेगा। जबकि बिना मीटर वाले उपभोक्ताओं को प्रति एचपी 85 रुपये की दर से शुल्क भुगतान करने की व्यवस्था की गई है।

दो भाग में बांटा गया विद्युत टैरिफ का स्लैब

पिछले वित्तीय वर्ष से विद्युत टैरिफ का स्लैब दो भाग में बांटा गया है। शुन्य से 100 यूनिट तक का दर कम है तथा उससे अधिक बिजली उपभोग करने पर ज्यादा शुल्क लगता है। घरेलू उपभोक्ता, उद्योग से जुड़े उपभोक्ता और किसानों को राहत मिलेगी।

विद्युत कंपनी एक अप्रैल से नये दर से बिजली शुल्क पर बिजली बिल जारी करेगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होम स्टे से संबंधित कारोबार करने वालों को घरेलू विद्युत दर देना पड़ेगा।