बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक प्रेमिका शादी नहीं होने पर अपने प्रेमी के घर पहुंच गई. लेकिन उसके पहुंचने पर युवक घर से फरार हो गया. इसके बाद प्रेमिका ने भी घर छोड़ने से इंकार कर दिया. बाद में पंचायती के दौरान युवक और उसके पिता को बुलाया गया. फिर सभी की मौजूदगी में दोनों की शादी करा दी गई।

करजा थाना क्षेत्र का मामला: मिली जानकारी के अनुसार, मामला जिले के करजा थाना क्षेत्र का है. जहां करजा के सलाहपुर निवासी ननहकी पंडित की 21 वर्षीय पुत्री सुदामा कुमारी का प्रेम प्रसंग जैतपुर ओपी क्षेत्र के चकिया निवासी सुरेश पंडित के 23 वर्षीय पुत्र विकास कुमार के साथ कई वर्षों से चल रहा था. इस दौरान दोनों एक दूसरे के साथ शादी करने की कसमें खाते रहे. लेकिन दोनों की शादी नहीं हो पा रही थी।

लड़के के पिता को बुलाया गया: ऐसे में एक सप्ताह पूर्व लड़की अचानक लड़के के घर पहुंच गई और हाई वोल्टेज ड्रामा कर उसके घर में रहने लगी. यह देख लड़का डर गया और घर से फरार हो गया. इधर, लड़की पक्ष के लोगों द्वारा भी शादी करना का दबाव बनाया गया. लेकिन लड़का पक्ष द्वारा बार-बार मना किया जा रहा था. इस बीच दूसरे राज्य में रह रहे लड़के के पिता को बुलाया गया।

महापंचायत में ये रहे मौजूद: जिसके बाद करजा थाना क्षेत्र के गोनौरा इंडा के समीप मुखिया संघ अध्यक्ष दिनेश यादव की अध्यक्षता में मुखिया विकास कुमार, पूर्व पंसस किशोरी राय, वार्ड सदस्य दयाशंकर पंडित, पैक्स अध्यक्ष उमाशंकर राय, राजद नेता भाग्य नारायण राय समेत अन्य लोगों को महापंचायत के लिए बैठाया गया।

दोनों का का आदर्श विवाह कराया गया: जहां लड़का और लड़की के परिजनों को बुलाकर उनका पक्ष सुना गया. जिसके बाद पंचों और दोनों पक्षों की मौजूदगी में विकास और सुदामा का आदर्श विवाह कराया गया. यह विवाह जैंतपुर ओपी क्षेत्र के नर्सिंग स्थान के पास कराया गया।

“मुझे जानकारी मिली कि एक लड़की मेरे बेटे से प्रेम करती है. मैं सुदामा जैसी बहू पाकर काफी खुश हूं. मझे इससे भी अधिक खुशी इस बात की हो रही है कि दोनों का आदर्श विवाह किया गया है.” – सुरेश पंडित, लड़के के पिता