सागर कुमार झा का जन्म बिहार के सहरसा में हुआ था। यूपीएससी परीक्षा 2017 में उन्होंने टॉप किया था। 13वां स्थाना लाकर ना सिर्फ उन्होंने अपने परिवार का बल्कि बिहार का नाम देश भर में रोशन कर दिया। सागर झा बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान समय में दरभंगा में कार्यरत हैं। अपनी कार्य कुशलता के कारण बहुत कम समय में वे ना सिर्फ लोकप्रिय हुए हैं बल्कि अपराध जगत में लोग अब उनके नाम से डरने भी लगे हैं। कई हाई प्रोफाइल केस को उन्होंने बहुत कम समय में सॉल्व करके अपने आप को साबित भी कर दिखाया है। तो आइए जानते हैं क्या है बिहार के बेटे और मिथिला के लाल सागर झा की कहानी

सागर कुमार झा की स्कूलिंग रांची डीपीएस से हुई है इसके बाद सागर ने बीएचयू आईआईटी से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक किया और फिलहाल एक कंपनी में रिसर्च के पद पर तैनात हैं।

सागर ने यूपीएस एग्जाम में 13वीं रैंकिग हासिल की है लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पुलिस सेवा को प्राथमिकता दी हैं. उन्होंने कहा कि शुरु से उन्हें पुलिस सेवा से लगाव रहा हैं. 2016 में यूपीएससी की सेंट्रल आर्मड पुलिस फोर्स परीक्षा में उन्हें पहला स्थान हासिल हुआ था।

सागर को इस सेवा में जाने के लिए मामा और जीजा से प्रेरणा मिली. सागर के मामा भागेश्वर झा इंडियन पुलिस सेवा में है जबकि जीजा रविश रंजन डिविजनल मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर तैनात हैं. सागर का कहना है कि पुलिस सेवा में रहकर वो वुमेन सेफ्टी के लिए काम करना चाहते हैं।

सागर कुमार झा बिहार से सहरसा जिले के कहरा ब्लॉक के चैनपुर गांव के रहने वाले हैं और इनके पिता मिहिर कुमार झा ब्लॉक कोऑपरेटिव अफसर के पद पर तैनात हैं. यूपीएससी में सागर का सब्जेक्ट मैथेमेक्टिस था. सागर को 10वीं में मैथ में 100 में 100 और 12वीं में 98 फीसदी मार्क्स हासिल हुए थे. सागर का कहना है कि कोचिंग की जरूर सहायता ली लेकिन सफलता में खुद से स्टडी का सबसे ज्यादा योगदान है।


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