जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद ललन सिंह लगातार अपने संसदीय क्षेत्र मुंगेर में सक्रिय नजर आ रहे हैं. दिल्ली से पटना लौटने के बाद वे पहले लखीसराय गए और अब एक बार फिर से मुंगेर के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में कई कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. ललन सिंह गुरुवार को मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पंडारक पहुंचे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नजदीकियों में रहे दिवंगत भाषों बाबू पहलवान की पहली पुण्यतिथि पर आयोजित भारत केशरी दंगल कुश्ती में शामिल हुए।

ललन सिंह ने जदयू अध्यक्ष पद छोड़ने के पीछे मूल वजह अपने संसदीय क्षेत्र में जनसेवा में समय नहीं दे पाना कहा था. ऐसे में अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद अब ललन सिंह पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रहे हैं. वे क्षेत्र के हर छोटे बड़े आयोजन में शामिल हो कर जन सम्पर्क भी कर रहे हैं. साथ ही गठबंधन के सहयोगी स्थानीय नेताओं को भी इस दौरान साथ रख रहे हैं. पंडारक पहुंचने पर ललन सिंह के साथ राजद एमएलसी कार्तिक सिंह उर्फ़ मास्टर भी साथ रहे. दोनों ने दंगल कुश्ती में शामिल पहलवानों की हौसलाअफजाई की. साथ ही राजद और जदयू के मजबूत साथ का भी संकेत किया।

दरअसल, ललन सिंह ने वर्ष 2019 में मुंगेर से संसदीय चुनाव जीता है. इसके पहले वे 2009 के संसदीय चुनाव में भी जीते थे लेकिन वर्ष 2014 में हुए चुनाव में मुंगेर में ललन की हार हो गई थी. एक बार फिर से ललन सिंह इस वर्ष होने वाले संसदीय चुनाव में मुंगेर से जदयू उम्मीवार होंगे. माना जा रहा है कि वे अपने लिए अभी से मुफीद रास्ता बनाना चाहते हैं जिससे उन्हें चुनाव में कोई विशेष परेशानी ना हो. उन्हें वैसी चुनौतियाँ ना झेलनी पड़ी जैसा वह 2014 में झेले थे. ऐसे में ललन की मुंगेर के इलाके में सक्रियता उनकी चुनावी रणनीति का बड़ा हिस्सा माना जा रहा है।

मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पंडारक पहुंचने पर उन्होंने स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की. साथ ही उनकी क्षेत्र से जुडी विभिन्न मांगों और समस्याओं को भी सुना।