बिहार में मंडराए राजनीतिक संकट के बीच महागठबंधन के घटक दल आरजेडी के चीफ लालू प्रसाद यादव ने सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बात की. सूत्रों के मुताबिक, सीएम नीतीश एक-दो दिन में अंति फैसला ले सकते हैं. यानी एक-दो रोज के बाद ही पता चलेगा कि मौजूदा सरकार बरकरार रहेगी या फिर जेडीयू एनडीए में वापसी करेगी. इस बीच लालू यादव ने अपनी पार्टी के नेता शिवानंद तिवारी को नीतीश कुमार से बातचीत करने के लिए भेजा.

नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने की अटकलें तो तभी से लगाई जा रही हैं जब उन्होंने पार्टी की कमान ललन सिंह से अपने हाथ में ले ली थी, कुछ समय के बाद अपनी टीम में बदलाव किया तो ललन सिंह को कोई जगह नहीं दी. भले ही जेडीयू नेता एनडीए में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते रहे लेकिन जैसे ही कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न देने का फैसला हुआ, उसके बाद इस चर्चा ने एकबार फिर तेजी पकड़ी.

2019 में बीजेपी और जेडीयू ने साथ लड़ा था चुनाव
उधर, नीतीश कुमार के परिवारवाद के बयान के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी एक सोशल मीडिया पोस्ट ने भी आरजेडी और जेडीयू के बीच के तनाव को हवा दे दी. रोहिणी ने भले ही इस पोस्ट को डिलीट कर दिया लेकिन बीजेपी ने इस मुद्दे को कैच कर लिया और इसको लेकर आरजेडी को घेरा.

बता दें कि बिहार में यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब लोकसभा चुनाव भी जल्द होने हैं. बता दें कि 2019 में बीजेपी और जेडीयू ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था. माना जा रहा है कि बिहार में सीएम के पोस्ट के अलावा आगामी लोकसभा चुनाव की सीट शेयरिंग पर भी बीजेपी और जेडीयू में बात हो रही है.