अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है लिहाजा पूरा देश राममय हो चुका है। हर तरफ राम की धुन सुनायी दे रही है। इस विशेष दिन को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले सुरक्षा, सजावट समेत तमाम बिंदुओं पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और दुरुस्त किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी एक्शन में हैं और लगातार अयोध्या का दौरा कर ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं।

रामलला को लगेगा इस विशेष चावल का भोग

22 जनवरी की तारीख़ इतिहास के पन्नों में दर्ज होने जा रही है। इस दिन को खास बनाने के लिए देश के अलग-अलग कोनों से विशेष किस्म की चीजें आ रही हैं, जिसे लेकर लोगों में कौतूहल है। आज हम आपको बता रहे हैं कि इस खास दिन पर भगवान श्रीराम को आखिर किस चीज का विशेष भोग लगेगा। जानकारी के मुताबिक प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन विशेष प्रकार के चावलों का भोग लगाया जाएगा।

बिहार से है खास कनेक्शन

रामलला को भोग लगने वाले इन चावलों की खासियत ये है कि इनकी पैदावार बिहार के कैमूर जिले के मोकरी गांव में होती है। इस गांव के चावल के चयन के पीछे की भी बहुत बड़ी वजह है। इस चावल की पैदावार बेहद खास है। ये चावल अपनी अद्भुत सुगंध और क्वालिटी के लिए जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जिस खेत में इस चावल की पैदावार होती है, उस खेत में दूसरी कोई फसल नहीं उगायी जाती है।

खासियत जान हैरान रह जाएंगे आप

इसके साथ ही एक और बात खास है कि इस गांव के कुछ कुएं ऐसे हैं, जिनमें बारिश का पानी पहुंचता रहता है और फिर ये पानी कुएं के जरिए खेतों तक पहुंचता है। बड़ी बात ये है कि कैमूर की पहाड़ियों की जड़ी-बूटी के रिसाव वाला पानी चावल के इन खेतों तक पहुंचता है, जो इसे विशेष बनाता है। इनमें एक अलग ही सुगंध लाता है।

हैरत की बात ये है कि धान की बालियां खेतों में महीनों तक पानी में डूबी रहती है लेकिन फिर गुणवत्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि इसकी क्वालिटी और भी उम्दा हो जाती है। इन तमाम चीजों की वजह से इस चावल की अनोखी महकर हर किसी को बरबस अपनी तरफ खींच लाती है। गौरतलब है कि इस चावल को गोविंद भोग चावल के नाम से जाना जाता है। बीते कई सालों से इसका भोग प्रभु श्रीराम को लगाया जा रहा है।