हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को शिवरात्रि कहा जाता है। पंचांग के अनुसार, प्रत्येक साल 12-13 शिवरात्रियां पड़ती हैं, लेकिन इनमें से 2 शिवरात्रि बेहद खास और प्रसिद्ध मानी गई है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, फाल्गुन माह की त्रयोदशी महा शिवरात्रि और दूसरी शिवरात्रि सावन की शिवरात्रि।

फाल्गुन माह की शिवरात्रि बेहद खास और पवित्र मानी गई है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। ऐसे में इस दिन विधि विधान से पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। आज इस खबर में जानेंगे इस साल महाशिवरात्रि कब है। साथ ही शुभ मुहूर्त और महत्व क्या है। आइए विस्तार से जानते हैं।

कब है महाशिवरात्रि

हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2024 में महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च 2024 दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान भोलेनाथ पर बेलपत्र अर्पित करते हैं। साथ ही दूध से अभिषेक भी करते हैं।

महाशिवरात्रि का पूजा मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की तीन प्रहर में पूजा करने का विधान है। प्रथम प्रहर में पूजा करने का शुभ मुहूर्त 6 बजकर 25 मिनट से लेकर रात्रि के 9 बजकर 28 मिनट तक है। उसके बाद द्वितीय प्रहर में पूजा करने का समय रात्रि के 9 बजकर 28 मिनट से लेकर आधी रात 12 बजकर 31 मिनट तक है। 9 मार्च 2024 की रात्रि 12 बजकर 31 मिनट से लेकर सुबह के 3 बजकर 34 मिनट तक तृतीय प्रहर की शुरुआत होगी। चतुर्थ प्रहर की बात करें तो यह 9 मार्च की सुबह 3 बजकर 34 मिनट से लेकर सुबह के 6 बजकर 37 मिनट तक है।

महाशिवरात्रि का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का प्राकट्य हुआ था। साथ ही यह भी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव का विवाह भी हुआ था। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन जो जातक उपवास करता है उसके जीवन से दुख-दर्द खत्म हो जाता है। साथ ही सारी मनोकामना भी पूर्ण हो जाती है। इस दिन व्रत, उपवास, मंत्र जाप, जागरण और भगवान शिव की आराधना करने का विशेष महत्व है।


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