मानव तस्करी एक गंभीर और घिनौना अपराध है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को मानव तस्करी के मामलों में 10 राज्यों में छापेमारी की है। इन राज्यों में त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, हरियाणा, पुडुचेरी, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं।
संदिग्धों के आवासीय परिसर भी जांच के दायरे में
ये छापेमारी संदिग्धों के आवासीय परिसरों और अन्य स्थानों पर चल रही है। एनआईए की कई टीमों ने अपराध में शामिल संदिग्धों के खिलाफ विशिष्ट जानकारी के आधार पर मंगलवार तड़के ये कार्रवाई शुरू की।
4 दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी
एनआईए सूत्रों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय संपर्क वाले मानव तस्करों के रैकेट का पता लगाने के लिए एनआईए के अधिकारियों द्वारा इन 10 राज्यों में चार दर्जन से अधिक स्थानों की तलाशी ली जा रही है। पिछले महीने बेंगलुरु से एनआईए की एक टीम ने श्रीलंकाई मानव तस्करी मामले में तमिलनाडु से एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया था।
आरोपी की पहचान इमरान खान के रूप में हुई है। उसने बाकी के साथ मिलकर श्रीलंकाई नागरिकों की बेंगलुरु और मंगलुरु में विभिन्न स्थानों पर तस्करी की। संघीय एजेंसी ने इसके अंतरराष्ट्रीय आयामों को देखते हुए मामले को स्थानीय पुलिस से अपने हाथ में ले लिया था।
5 के खिलाफ आरोप पत्र हो चुका है दायर
एनआईए ने इस मामले में पांच भारतीय आरोपियों- दिनाकरण उर्फ अय्या, कासी विश्वनाथन, रसूल, साथम उशेन और अब्दुल मुहीतु के खिलाफ अक्टूबर 2021 में प्रारंभिक आरोप पत्र दायर किया था। इस साल अक्टूबर के अंत तक कुल 13 संदिग्धों पर आरोप लगाए गए थे। इसी तरह के अन्य मामलों में भी एनआईए जांच कर रही है।
म्यांमार से आए एक रोहिंग्या मुसलमान को हिरासत में लिया गया
एनआईए ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के जम्मू और सांबा जिलों में कई स्थानों पर छापेमारी की और म्यांमार से आए एक रोहिंग्या मुसलमान को हिरासत में लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि छापेमारी म्यांमार से आए प्रवासियों की झुग्गियों तक ही सीमित थी और पासपोर्ट अधिनियम के उल्लंघन और मानव तस्करी से संबंधित एक मामले की जांच के संबंध में की गई थी। अधिकारी ने बताया कि जफर आलम को देर रात करीब दो बजे जम्मू के बठिंडी इलाके में उसके अस्थायी आवास से गिरफ्तार किया गया।
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