उत्तर प्रदेश के सीतापुर के एक गांव में एक मुस्लिम दंपत्ति की इस बात पर हत्या कर दी गई क्योंकि उनके बेटे के आरोपियों की बेटी के साथ नाजायज संबंध थे। गांववालों ने बताया कि मुस्लिम दंपत्ति का बेटा शौकत रामपाल जायसवाल की बेटी रूबी को पहले दो बार भगाकर ले जा चुका था और एक बार फिर से वो दोनों भाग गए। इसी बात से तंग आकर रूबी के पिता, भाई, मां और एक अन्य रिश्तेदार ने मिलकर शौकत के मां-बाप की पीट-पीटकर हत्या कर दी। अब मुस्लिम दंपत्ति की तीन नाबालिग बेटियां अनाथ हो गई हैं।

लाठी डंडों और धारदार हथियार से ही हत्या

बताया जा रहा है कि सीतापुर के हरगांव में शुक्रवार की शाम लगभग पांच बजे अब्बास अली निवासी ग्राम राजेपुर हरगांव, बाजार से आकर अपने घर के बाहर बैठा था कि तभी गांव का ही पड़ोसी शैलेन्द्र जायसवाल, उसका पिता रामपाल, बहनोई पल्लू और शैलेन्द्र की मां का अब्बास अली और उसकी पत्नी से विवाद होने लगा। इसके बाद रामपाल के परिजनों ने लाठी डंडों और धारदार हथियार लेकर अब्बास पुत्र इंसान अली (55) और उसकी पत्नी कशरूंनिशां (53) पर हमला कर दिया। जिसके बाद मौके पर ही दोनों की मौत हो गयी।

रामपाल की बेटी को दो बार भगाकर ले गया शौकत

ग्रामीणों के अनुसार मृतक दम्पत्ति के बेटे शौकत के रामपाल की बेटी रूबी के नाजायज़ संबंध थे। शौकत साल 2020 में रूबी को भगा ले गया था। उस समय रूबी नाबालिक थी। इसके बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने शौकत को जेल भेज दिया था। लेकिन इसी साल जून में वह फिर विवाहित रूबी को भगा ले गया। फिर घर वालों ने उसके खिलाफ बहला फुसला कर भगा ले जाने का मामला दर्ज कराया, लेकिन अब रूबी बालिग हो चुकी थी और उसने अपना बयान भी शौकत के पक्ष में दे दिया। जिससे उस मामले में शौकत पर कोई दोष सिद्ध नहीं हो सका।

जेल से बाहर आते ही तीसरे बार भागा ले गया

कुछ दिन बाद एक पुराने मामले में शौकत को जेल जाना पड़ा था और पिछले बुधवार को ही वह जेल से छूट कर आया था। ग्रामीणों के अनुसार फिर से प्रेमी-प्रेमिका के भाग जाने की खबर है। इसी बात से तंग आकर रामपाल और उसके परिवार वालों ने अब्बास और उसकी पत्नी को मौत की नींद सुला दिया। इस पूरे मामले के बाद भी शौकत और रूबी का कहीं पता नहीं लग सका है। अब मृतक दम्पति की तीन नाबालिक बेटियां पड़ोसियों और पुलिस के संरक्षण में हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और फॉरेंसिक टीम ने बारीकी से जांच पड़ताल की।