लुधियाना: जिले के रायकोट नगर के करीब सिलोआनी गांव में उस समय मातम पसर गया जब कनाडा से एक फोन आया, जो अपने साथ एक मनहूस खबर लेकर आया। खबर थी गांव के सरपंच रछपाल सिंह के भाई माघ सिंह के बेटे जसविंदर सिंह टोना के मौत की। इस खबर से न सिर्फ परिवार में बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जसविंदर सिंह 27 जनवरी 2019 को रोजी-रोटी कमाने के लिए कनाडा वर्क परमिट पर ब्रैम्पटन गया था। अब जसविंदर सिंह की हार्ट अटैक से मौत खबर आई है।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

जानकारी के अनुसार, कनाडा में जसविंदर सिंह अफोर्ड में अपने चार साथियों के संग रहता था। परिवार को ये जानकारी कडाना में जसविंदर सिंह के साथ रहने वाले दोस्तों ने फोन कॉल पर दी। उन्होंने परिवार को बताया कि, जसविंदर सिंह 27 अगस्त की रात को अफोर्ड में गुरुद्वारा साहिब की सेवा करने के बाद रात को 10.30 बजे करीब अपने कमरे में गया और सो गया। अलगी सुबह जब कमरे के एक साथी ने उसे जगाया तो वो जागा नहीं। इसके बाद बाकी साथियों नें उसे जगाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं उठा। डॉक्टर की जांच के बाद पता चला की दिल का दौरा पड़ने से जसविंदर सिंह की मौत हो गई है।

डिप्रैशन का शिकार

वहीं, मृतक के जीजा मनप्रीत सिंह चक कलां ने जसविंदर के डिप्रैशन में होने के बारे में खुलासा किया। उन्होंने जसविंदर पिछले कुछ समय से बेरोजगार था, जिसकी वजह से वो डिप्रैशन में रहा करता था।

4 बहनों का इकलौता भाई

गांव के सरपंच रछपाल सिंह ने बताया कि जसविंदर सिंह 4 बहनों का इकलौता भाई और माता-पिता का अकेला बेटा था। जब उन्हें इसकी खबर हुई तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। जसविंदर सिंह के एक दलित गरीब परिवार से आता था, वो कनाडा भी इसीलिए गया था ताकि वो अपने परिवार को गरिबी के दलदल से बाहर निकाल सकें। लेकिन उसकी मौत की खबर ने पूरे परिवार की नीव को हिला कर रख दिया है।

सरकार से मदद की गुहार

जसविंदर सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए पंजाब भेजने के लिए कनाडा में रहने वाले पंजाबियों से मदद करने की अपील की जा रही है। साथ ही पंजाब सरकार और केंद्र सरकार से भी इस मामले में मदद की गुहार लगाई गई है।


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