भागलपुर के एक गांव में उस वक्त घर-घर में हर हर महादेव का जयकारा लगने लगा, जब ग्रामीणों को मालूम पड़ा कि शिव मंदिर के अंदर विराजमान शिवलिंग, नंदी व सर्प दूध व जल का सेवन कर रहे हैं. श्रद्धालु इसे चमत्कार मान रहे हैं. वहीं कुछ लोग भगवान भोलेनाथ के साक्षात मंदिर में होने की बात करते दिखे. दरअसल, सावन के पावन महीने में भोलेनाथ की सवारी नन्दी बाबा के दूध पीने की बात आपने वीडियो में देखी और सुनी भी होगी, लेकिन इस बार सिर्फ नन्दी ही नहीं, बल्कि खुद भगवान भोलेनाथ भी दूध पीने लगे हैं. यह पूरी घटना भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड अंतर्गत फतेहपुर पंचायत की है।
इस पंचायत में भगवान शिव के मंदिर में शाम में लोग पूजा करने गए. इस दौरान किसी भक्त ने भगवान को चम्मच से दूध दिया, लेकिन वह दूध धीरे-धीरे खत्म हो गया. मंदिर में सर्प व नन्दी को भी लोग दूध पिलाने लगे सभी के चम्मच का दूध कुछ देर में खत्म हो जा रहा था. इस चमत्कार की घटना पूरी पंचायत में आग की तरह फैल गई. फिर अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में इकट्ठा हो गई. कोई जल तो कोई दूध लेकर बाबा को पिलाने लगे और सभी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ कि उनके चम्मच का दूध और जल धीरे धीरे भोलेनाथ पीने लगे, जिसके बाद लोगों की श्रद्धा दोगुनी हो गई. शिवलिंग के दूध पीने के इस पूरे प्रकरण को मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल कैमरे में भी कैद कर लिया।
क्षणिक चमत्कार के कारण होता है ऐसा
पंडित गुलशन झा ( गौरीपुर) से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसको क्षणिक चमत्कार कहा जाता है. ये कुछ ही क्षण के लिए होता है. ऐसी मान्यता है कि जब भगवान भक्त के भक्ति से अधिक प्रसन्न होते हैं तो उनकी छाया क्षण भर के लिए प्रकट होती है. तभी ऐसा होता है. उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ सावन में ही यह सम्भव है. किसी भी माह या वक्त भगवान आ जाते हैं, लेकिन ये हमेशा नहीं रहता है. ये कुछ क्षण के लिए ही होता है।
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