अमेरिकी बमवर्षक विमान को चीनी फाइटर जेट ने की रोकने की कोशिश, दक्षिण चीन सागर में बढ़ा टेंशन

दक्षिण चीन सागर में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। जानकारी के अनुसार चीनी लड़ाकू विमान अमेरिकी बी 52 बमवर्षक विमान के बेहद करीब आ गया। इससे दुर्घटना होते होते बच गई। अमेरिकी सेना ने इस बात की जानकारी दी। साथ ही कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन अपनी दादागिरी करने पर उतावला रहता है।

अमेरिकी सेना ने कहा, ‘हमें चिंता है कि यह पायलट इस बात से अनजान था कि वह टक्कर के कितने करीब आ गया था।’

अमेरिका ने दावा किया है कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में रूटीन ऑपरेशन कर रहे अमेरिकी वायुसेना के बी-52 विमान को गलत तरीके से रोकने की कोशिश की। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किए गए वीडियो में बताया कि चीन के जे-11 विमान के पायलट ने 24 अक्तूबर को अमेरिकी वायुसेना के विमान को गैरपेशेवर तरीके से रोकने की कोशिश की थी। चीन के विमान की रफ्तार बहुत तेज थी। एक समय पर दोनों विमानों के बीच की दूसरी महज 10 फीट थी, जिससे विमानों के आपस में टकराने का खतरा बन गया था।

टक्कर होने से बाल बाल बचे

अमेरिका का आरोप है कि चीनी विमान जानबूझकर गैर पेशेवर तरीके से अमेरिकी विमान के नजदीक पहुंचा और उसका रास्ता रोकने की कोशिश की। दोनों के बीच, दूरी इतनी कम बची थी कि आपस में तेज टक्कर हो सकती थी। हाल ही में दक्षिण चीन सागर में चीन के जहाज ने फिलिपींस की बोट को जानबूझकर टक्कर मार दी थी। यह घटना सेकंड थॉमस शोल की है, जो दक्षिण चीन सागर का इलाका है। फिलिपींस इस जगह को आयुंगिन शोल कहता है। फिलिपींस ने आरोप लगाया कि दक्षिण चीन सागर में चीन के कोस्टगार्ड के जहाज ने उसकी एक सप्लाई बोट पर टक्कर मारी। फिलीपींस के रक्षा सचिव गिलबर्तो टीयोडोरो ने दावा किया कि चीनी कोस्ट गार्ड और मैरिटाइम मिलिशिया जहाज ने अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ते हुए जानबूझकर हमारी सप्लाई बोट और कोस्टगार्ड शिप को टक्कर मारी।

फिलिपींस ने चीन के राजदूत को बुलाकर की थी शिकायत

फिलीपींस की सरकार ने चीन के राजदूत हुआंग जिलियान को चीनी सरकार की लापरवाह और अवैध कृत्य की निंदा करने के लिए तलब किया गया था। मामला यह था कि फिलीपींस के कोस्ट गार्ड के कोमोडोर जे तारिएला ने बताया कि करीब 5 चीनी कोस्टगार्ड शिप, 8 जहाज और 2 नौसेना जहाजों ने फिलीपींस की दो कोस्टगार्ड शिप और दो सप्लाई बोट को रोक दिया था। उधर, ​चीन ने फिलिपींस के आरोपों को खारिज ​कर दिया था।

वर्ल्ड कप में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन जारी, जानें अब कौन सा कीर्तिमान करेंगे अपने नाम

वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया काफी अच्छी प्रदर्शन कर रही है। भारत ने अभी तक टूर्नामेंट में कुल पांच मैच खेले हैं, जहां उन्होंने सभी मुकाबलों में जीत हासिल की है। टीम इंडिया के ऐसे प्रदर्शन के पीछ हिटमैन रोहित शर्मा का काफी ज्यादा योगदान है। रोहित और वनडे वर्ल्ड कप इन दोनों का काफी पुराना रिश्ता रहा है। वनडे वर्ल्ड कप आते ही रोहित का बल्ला आग उगलना शुरू कर देता है। पिछले वनडे वर्ल्ड कप से ही रोहित शर्मा ऐसा करते आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ इस साल भी नजर आ रहा है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा इस वनडे वर्ल्ड कप काफी शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं। रोहित शर्मा ने अभी तक खेली गई पांच पारियों में 62.20 की औसत से 311 रन बनाए हैं। जहां उनका स्ट्राइक रेट 133.48 का रहा है। अब रोहित शर्मा एक और कीर्तिमान के काफी नजदीक है।

रोहित शर्मा नए कीर्तिमान के करीब

रोहित शर्मा वर्ल्ड कप में अगर अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हैं तो वह न जाने कितने रिकॉर्ड तोड़ देंगे। लेकिन फिलहाल को कप्तान रोहित एक खास रिकॉर्ड के बेहद करीब हैं। रोहित शर्मा इंग्लैंड के खिलाफ 29 अक्टूबर को खेले जाने वाले मुकाबले में अपने 18000 इंटरनेशनल रन से सिर्फ 47 रन दूर हैं। रोहित शर्मा इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 47 रनों की पारी खेल देते हैं तो वह 18000 रन बनाने वाले दुनिया के 20वें खिलाड़ी बन जाएंगे। रोहित शर्मा ने इंटरनेशनल करियर पर एक नजर डालें तो उन्होंने 456 मैचों में 17953 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 43.36 का रहा है। वहीं स्ट्राइक रेट 86.71 का है। रोहित शर्मा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 45 शतक भी जड़ा है।

वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा के रिकॉर्ड

वनडे वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा का रिकॉर्ड काफी शानदार है। उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप में 22 मैचों में 64.45 की औसत और 102.95 की स्ट्राइक रेट से कुल 1289 रन बनाए हैं। रोहित शर्मा ने इस दौरान 7 शतक और 4 अर्धशतक भी जड़े हैं। रोहित शर्मा वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में पहले स्थान पर हैं। ऐसे में न्यूजीलैंड के लिए रोहित शर्मा को रोक पाना आसान नहीं होगा। वहीं भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ अपने पिछले टी20 वर्ल्ड कप से सेमीफाइनल वाली हार का बदला लेना है तो कप्तान रोहित का चलना बहुत ज्यादा जरूरी है।

CM शिवराज सिंह का कांग्रेस पर तंज, कहा- ‘दिग्विजय सिंह की चक्की ने कमलनाथ को ही पीस दिया’

मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव का चुनावी समर अब तेज हो गया है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेता अब एक-दूसरे पर जबरदस्त हमला बोल रहे हैं। दोनों पार्टियों के नेता जमकर जुबानी हमले बोल रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कई चक्कियां चल रही हैं और आपस में ही एक-दूसरे को पीस रही हैं।

कांग्रेस में इस समय चक्कियां चल रही हैं- शिवराज सिंह 

शिवराज सिंह ने कहा, “”कांग्रेस में इस समय चक्कियां चल रही हैं। कमलनाथ कहते हैं कि मेरी चक्की बहुत बारीक पीसती है लेकिन इस बार दिग्विजय की चक्की ने कमलनाथ को ही पीस दिया। कमलनाथ, दिग्विजय और जयवर्धन के कुर्ते फाड़ने की बात करते थे लेकिन सभी कमलनाथ समर्थकों के टिकट कटवाकर अब दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ का कुर्ता फाड़ दिया।” उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह की चक्की ने अब कमलनाथ को पीस दिया है।

बता दें कि बीते 17 अक्टूबर को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में चुनावी घोषणा पत्र जारी हो रहा था। इस दौरान हंसी ठिठोली करते हुए कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह से कहा कि आपको गाली खानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मेरे पास कुछ लोग आये और उन्होंने कहा कि उनका टिकट कट गया है। उनसे मैंने कहा कि आप लोग दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपडे फाड़ो।

दोनों नेताओं के बीच में हुई थी हंसी-ठिठोली

इस पर दिग्विजय सिंह ने हल्के-फुल्के अंदाज में कमलनाथ से कहा कि ए फॉर्म और बी फॉर्म में दस्तखत किसके होते हैं, पीसीसी अध्यक्ष के तो कपड़े किसके फटने चाहिए, बताओ? दोनों नेताओं की इस बातचीत का वीडियो जमकर वायरल हुआ था। इस वीडियो को कई बीजेपी नेताओं ने इन दो नेताओं की आपसी कलह बताकर पोस्ट किया था। अब सीएम शिवराज ने एक बार फिर से इसी वीडियो के आधार पर कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा है।

‘भगवान राम का विरोध करने वाले सड़क पर घूम रहे हैं’, संजय राउत के बयान पर जानें राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने क्या कहा

अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है, जिसका पहला तल बन चुका है। यहीं भगवान राम की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। 22 जनवरी को आयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया गया है। इसपर विपक्षी दलों ने बयान देना शुरू कर दिया है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी को आमंत्रित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। वह खुद जाएंगे। वह देश के प्रधानमंत्री हैं। वह जरूर जाएंगे। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘इतना बड़ा आयोजन कोई क्यों छोड़ेगा। राम मंदिर तो बनना ही था। इसके लिए हजारों कारसेवकों ने अपनी जान दे दी।’

पीएम मोदी पर संजय राउत ने साधा निशाना

संजय राउत ने आगे कहा कि इसमें तमाम हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टियां शामिल थीं। शिवसेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वहां थे। लालकृष्ण आडवाणी ने रथयात्रा निकाली थी। इन सबका नतीजा है कि राम मंदिर बन रहा है। इसी वजह से पीएण मोदी वहां जाकर पूजा-अर्चना करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि ये चुनाव की तैयारी है। संजय राउत के बयान पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि लोग अपनी मानसिकता के आधार पर ही बात करते हैं। संजय राउत को हर जगह केवल चुनाव दिखता है। प्राण-प्रतिष्ठा आस्था, विश्वास और भक्ति का विषय है, इसके लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है।

राम मंदिर को मुख्य पुजारी ने कही ये बात

उन्होंने कहा, ‘इससे पहले भी पीएम मोदी ने भूमिपूजन किया था। अब जब मंदिर लगभग बनकर चुका है और इसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, तो पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है। इस आमंत्रण को पीएम ने स्वीकार किया है। यह बलिदानों के बारे में नहीं है, यह भक्ति और विश्वास के बारे में है।’ आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि जहां तक राजनीति और चुनाव का सवाल है, वो आएंगे और जाएंगे लेकिन सबी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि भगवान राम का उन्हें आशीर्वाद प्राप्त है। इसलिए वो सत्ता में हैं और ऐसा करना वो जारी रखेंगे। जो लोग भगवान राम का विरोध करते हैं वे सड़कों पर घूम रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे।

शाहीन बाग में अवैध कब्जों पर चला बुलडोजर, देखते ही देखते जमींदोज हो गईं तमाम दुकानें; पढ़े पूरी रिपोर्ट

देश की राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए DDA ने बड़ी कार्रवाई की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहीन बाग में अवैध कब्जे की चपेट में आई अपनी जमीन को DDA ने बुलडोजर चलवाकर खाली करवाया है। DDA के ये बुलडोजर शाहीन बाग में फर्नीचर की दुकानों पर चले हैं। कार्रवाई को देखते हुए इलाके में भारी मात्रा में पुलिस की तैनाती की गई है। शाहीन बाग CAA और NRC विरोधी आंदोलनों के चलते देश और दुनिया की नजरों में आया था और इसने जमकर सुर्खियां बटोरी थीं।

बुलडोजर पहले भी कर चुके हैं शाहीन बाग का रुख

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब शाहीन बाग में बुलडोजर लाए गए हों। पिछले साल दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में अतिक्रमण रोधी अभियान में बाधा डालने के आरोप में AAP विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था। शाहीन बाग के थाना प्रभारी को दी गई एक शिकायत में SDMC के सेंट्रल जोन लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर ने कहा था कि इस इलाके में मुख्य सड़क पर अतिक्रमण हटाने का अभियान तय किया गया था और कार्रवाई को अंजाम देने के लिए उसके कर्मचारी और पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद थे, लेकिन विधायक और उनके सहयोगियों ने अतिक्रमण नहीं हटाने दिया।

विपक्ष ने लगाया था कार्रवाई में भेदभाव का आरोप

शाहीन बाग में इससे पहले महिलाओं सहित सैकड़ों लोगों ने अतिक्रमण रोधी अभियान का विरोध किया था, क्योंकि भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बुलडोजर लाए गए थे। उस समय निगम की टीम को वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। पिछले साल शाहीन बाग में बुलडोजर को लेकर राजनीति भी खूब हुई थी और विपक्ष ने आरोप लगाया था कि कार्रवाई में भेदभाव किया जा रहा है। हालांकि गुरुवार को DDA के बुलडोजर शाहीन बाग में घुसे और फर्नीचर की दुकानों को देखते ही देखते जमींदोज कर दिया।

बैंकॉक में होगा तीसरे ‘वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस’ का आयोजन, 3000 से अधिक हस्तियों का होगा जमावड़ा; इस तारीख को होगा सम्मेलन

तीसरे विशाल ‘विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन’ का आयोजन इस साल थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में होने जा रहा है। तृतीय विश्व हिंदू सम्मेलन जिसे वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस के नाम से जाना जाता है, में 50 से 55 देशों के करीब 3000 से भी अधिक लोग हिस्सा लेने आ रहे हैं। इस सम्मेलन में दुनिया में हिंदू समुदाय की मूल्य उद्यमशीलता, रचनात्मकता की भावना के साथ-साथ शिक्षा, संगठनात्मक, आर्थिक ,सामाजिक, धार्मिक जैसे विभिन्न क्षेत्रों में योगदान एवं नेतृत्व पर चर्चा की जाएगी।

इस तारीख को सम्मेलन

वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजन बैंकॉक में नवंबर महीने में 3 दिनों के लिए किया जाएगा। करीब 3000 लोगों की उपस्थिति में 24 से 26 नवंबर तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। बता दें कि  इस कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड हिंदू फाउंडेशन के तरफ से किया जाता है। प्रथम वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजन 2014 में दिल्ली में और दूसरे सम्मेलन का आयोजन 2018 में अमेरिका के शिकागो में हुआ था। कोरोना काल की वजह से तीसरे आयोजन में विलंब हुआ है।

ये होगी थीम

तीसरे विश्व हिंदू कांग्रेस सम्मेलन का थीम ‘जयस्य आयतनं धर्मः’ रखा गया है। इसका अर्थ होता है- ‘धर्म ,विजय का आधार’। इस सम्मेलन में दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव ,अत्याचार एवं हिंसा तथा उससे निपटने के तरीकों के साथ ही, विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं की उपलब्धियों पर भी विचार मंथन किया जाएगा।

हिंदू चेतन का आकर्षण

इस सम्मेलन में जिन-जिन देशों में हिंदू संगठन काम करते हैं, उन देशों के लोग एकत्र होंगे। सम्मेलन में आर्थिक ,सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक ,शैक्षणिक जैसे तमाम क्षेत्रों के बारे में हिंदू केंद्रित चर्चाएं होंगी। इससे पहले शिकागो के बैठक में लगभग 2400 प्रतिनिधि आए थे। विश्व के अनेक देशों के प्रमुख भी उसमें शामिल हुए थे।

जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले कैदियों की खैर नहीं! सामने आई यह नई तकनीक; पढ़े पूरी रिपोर्ट

जेल में कैदियों द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की खबरें अब बीते जमाने की बात हो सकती हैं। दरअसल, अब एक ऐसी तकनीक आई है जो एक मीटर की सटीकता के साथ किसी मोबाइल फोन की मौजूदगी वाली जगह के बारे में बता सकती है। बताया जा रहा है कि इसकी मदद से जेलों में अवैध रूप से इस्तेमाल होने वाले मोबाइल फोन को भी पकड़ा जा सकता है। इस प्रौद्योगिकी को नई दिल्ली में आयोजित रक्षा एवं सुरक्षा प्रदर्शनी ‘मिलिपोल इंडिया-2023’ में प्रदर्शित किया गया। इस तकनीक का विकास सुरक्षा एवं संचार प्रौद्योगिकी कंपनी श्यामवीएनएल ने किया है।

‘मोबाइल डिवाइसेज का पता लगाने में सक्षम’

कंपनी के मुताबिक, इस तकनीक को जेलों में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एक परिधि के भीतर मौजूद सभी मोबाइल कम्युनिकेशन पर लगाम लगाने, मोबाइल डिवाइसेज की सटीक पहचान और एक मीटर की सटीकता के साथ मोबाइल डिवाइसेज की जगह के बारे में पता लगाने की क्षमता है। कंपनी ने कहा, ‘अपराधियों और बदमाशों ने जेलों के भीतर रहते हुए अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मोबाइल फ़ोन का तेजी से इस्तेमाल किया है। हाल में कई बड़े मामलों का सुराग जेलों के अंदर मोबाइल नेटवर्क कवरेज और अवैध मोबाइल डिवाइसेज से मिला है।’

‘अपराधियों पर काबू पाने में होगी आसानी’

कंपनी का दावा है कि इस तकनीक से दूरसंचार सेवाप्रदाताओं पर निर्भरता खत्म कर जेलों में फोन का इस्तेमाल करने वाले अपराधियों पर काबू पाने में अधिकारियों को आसानी होगी। यह जेलों में मोबाइल फोन के अवैध इस्तेमाल को रोकने, महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में व्यवस्था बनाए रखने में काफी अहम साबित हो सकता है। श्यामवीएनएल के संस्थापक राजीव मेहरोत्रा ने कहा, ‘हम इनोवेशन से प्रेरित कंपनी हैं जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर को सुरक्षित रखने में लगातार पैदा हो रही तकनीकी चुनौतियों का सामना करने में भरोसेमंद एवं बहुआयामी समाधान प्रदान करती है।’

कोर्ट ने कहा- संविधान देता है पसंद के व्यक्ति से विवाह का अधिकार, परिवार नहीं जता सकता आपत्ति

दिल्ली हाई कोर्ट ने शादी के बाद अपने परिवार के लोगों की तरफ से धमकियों का सामना कर रहे दंपत्ति के मामले की सुनवाई करते हुए एक बेहद अहम टिप्पणी की है। कोर्ट ने इस दंपत्ति को पुलिस सुरक्षा प्रदान करते हुए कहा कि पसंद के व्यक्ति से विवाह करने का अधिकार अमिट और संविधान के तहत संरक्षित है। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि दंपत्ति के परिवार के सदस्य भी ऐसी शादियों पर आपत्ति नहीं जता सकते।

‘नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार बाध्य’

हालिया आदेश में जस्टिस तुषार राव गेडेला ने जोर देते हुए कहा कि सरकार अपने नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए संवैधानिक रूप से बाध्य होती है और हाई कोर्ट, एक संवैधानिक न्यायालय होने के नाते दंपत्ति के संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा की उम्मीद करता है। कोर्ट ने कहा, ‘पसंद के व्यक्ति से शादी करने का याचिकाकर्ताओं का अधिकार अमिट और संविधान के तहत संरक्षित है, जिसे किसी भी तरह से कमजोर नहीं किया जा सकता।’ अदालत ने पुलिस सुरक्षा की मांग करने वाली दंपत्ति की याचिका का निपटारा करते हुए कहा, ‘याचिकाकर्ताओं के विवाह से संबंधित तथ्य और उनके बालिग होने को लेकर कोई संदेह नहीं है।’

कोर्ट ने बीट अधिकारी को दिए ये निर्देश

कोर्ट ने कहा, ‘कोई भी, यहां तक कि परिवार के सदस्य भी ऐसे संबंध पर आपत्ति नहीं जता सकते।’ याचिकाकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने अपने माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध अप्रैल में शादी की थी और तब से खुशी-खुशी साथ रह रहे हैं। उनका कहना है कि इस दौरान परिवार के सदस्यों, विशेषकर लड़की के परिवार के लोगों से उन्हें धमकियां मिल रही हैं। कोर्ट ने ‘सरकार को दोनों याचिकाकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उनमें से किसी को भी, विशेष रूप से महिला के माता-पिता या परिवार के सदस्यों की तरफ से कोई नुकसान न हो।’ कोर्ट ने संबंधित बीट अधिकारी को समय-समय पर उनपर नजर रखने का निर्देश दिया।

जीतन राम मांझी का नीतीश सरकार पर हमला, कहा – वोट दें बिहारी, नौकरी पाएं बाहरी’… नहीं चलेगा

बिहार में चल रही शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य अभ्यर्थियों के सफल होने के बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रदेश में डोमिसाइल नीति लागू करने की मांग की है. शुक्रवार (27 अक्टूबर) को एक बार फिर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है।

जीतन राम मांझी ने अपने एक्स हैंडल से लिखा, “बिहार के पढ़े लिखे युवा मजदूरी करें दूसरे राज्यों में और बिहारियों के हिस्से की सरकारी नौकरी ‘लैंड फॉर जॉब’ और ‘मनी फॉर जॉब’ के तहत आप बेच दें. बिहारी नौकरियों पर पहला अधिकार मांगे बिहारी बेरोजगार’, वोट दें बिहारी और नौकरी पाएं बाहरी, यह नहीं चलेगा. सूबे में डोमिसाइल नीति लागू हो।

बता दें कि बिहार को 2 नवंबर को 1.20 लाख नए शिक्षक मिलेंगे. ये सभी शिक्षक बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से बहाल किए गए हैं. इनमें से 12 फीसद शिक्षक बिहार से बाहर के हैं. इसका मतलब है कि लगभग 14 हजार अभ्यर्थी दूसरे राज्यों के हैं. बताया जाता है कि ये सभी प्राथमिक शिक्षक के तौर पर अनारक्षित वर्ग में चयनित हुए हैं. कहा जा रहा कि इनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश के हैं. इसके अलावा झारखंड, हरियाणा समेत अन्य राज्यों के भी अभ्यर्थी नियुक्त हुए हैं।

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