नियमों की धज्जियां उड़ा कर लालू के मंत्री बेटे ने विसर्जन यात्रा में डीजे बजाया, सीएम आवास-राजभवन के सामने से गुजरे, पुलिस अभी देख रही है

दूर्गा पूजा के दौरान शांति रहे इसके लिए बिहार पुलिस ने पूरे राज्य के लिए आदेश जारी किया था. दूर्गा प्रतिमा के विसर्जन जुलूस में डीजे नहीं बजाया जायेगा. लेकिन ये आदेश आम लोगों के लिए था. बिहार सरकार के मंत्री और लालू-राबड़ी के बेटे तेजप्रताप यादव ने पुलिस के आदेश की धज्जियां उड़ा दी।

डीजे बजाते हुए विसर्जन जुलूस निकाला. डीजे के साथ विसर्जन यात्रा निकालने वाले तेजप्रताप यादव बिहार के मुख्यमंत्री आवास और राजभवन के सामने से गुजरे. सीएम आवास के आस पास तैनात रहने वाले सैकड़ों पुलिसकर्मियों चुपचाप तमाशा देखते रहे. आज पटना पुलिस से जब सवाल पूछा गया तो पुलिस ने कहा-मामले का अनुसंधान करेंगे।

बता दें कि इस साल तेजप्रताप यादव ने सीएम आवास से कुछ ही दूरी पर बांके बिहारी मंदिर बनवा रखा है. उसी मंदिर में इस साल तेजप्रताप यादव की ओर से मां दूर्गा की प्रतिमा की स्थापना की गयी थी. बुधवार को तेजप्रताप यादव खुद प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस लेकर निकले थे. उनके प्रतिमा विसर्जन जुलूस में डीजे बजता हुआ चल रहा था।

विसर्जन यात्रा लेकर निकले तेजप्रताप यादव बिहार के मुख्यमंत्री आवास और राजभवन के सामने से गुजरे. ये वो इलाका है, जहां हर समय सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं. उनके सामने से तेजप्रताप यादव प्रतिमा विसर्जन के लिए डीजे बजाते हुए गुजरे लेकिन कार्रवाई करने की हिम्मत किसी की नहीं हुई. तेजप्रताप यादव प्रतिमा विसर्जन यात्रा को लालू-राबड़ी आवास भी लेकर गये. उसके बाद वे शहर से गुजरते हुए गंगा नदी किनारे पहुंचे, जहां प्रतिमा का विसर्जन किया गया।

पुलिस ने कहा-मामले को देखेंगे

आज पटना के सिटी एसपी वैभव शर्मा ने दूर्गा पूजा को लेकर प्रेस कांफ्रेस की. सिटी एसपी ने कहा कि कुछ दूर्गा पूजा आयोजकों द्वारा नियमों का पालन नहीं किये जाने की शिकायत मिली है, उनके खिलाफ छानबीन की जा रही है. इस बीच मीडिया ने सवाल पूछा कि क्या तेजप्रताप यादव के खिलाफ भी कार्रवाई होगी जो राजभवन और सीएम आवास के सामने से डीजे बजाते हुए निकले थे. सिटी एसपी ने कहा कि जितने भी मामले होंगे उनका अनुसंधान कर कार्रवाई की जायेगी।

मामी के साथ भांजे की कराई गई शादी, आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े जाने के बाद मामा ने उठा लिया बड़ा कदम

PALAMU: कहते हैं प्यार अंधा और बहरा दोनों होता है जब प्यार किसी को होता है तो उसे ना तो कुछ दिखाई देता है और ना ही कुछ सुनाई ही देता है। ऐसे लोग किसी की बात सुनने को तैयार नहीं होते। इन्हें तो बस प्यार को अंजाम तक पहुंचाने की चिंता रहती है। अजब प्रेम की गजब कहानी का मामला झारखंड के पलामू में सामने आया है। जहां मामी को भांजे की प्रेम कहानी की चर्चा इलाके में हो रही है। इस बात की जानकारी जब मामा को हुई तो उसने अपनी पत्नी की शादी भांजे से करवा दी।

अपने दिल पर पत्थर रखकर मामा ने अपनी पत्नी का हाथ भांजे के हाथ में सौंपा। दोनों की शादी कराई फिर पत्नी को विदा किया। इस मामले के सामने आने के बाद इलाके के लोग भी दंग रह गये। मामला पलामू के पाटन थाना क्षेत्र के पकरी गांव का है जहां छह साल पहले सुबई भुईयां की शादी रीता कुमारी से हुई थी। शादी के बाद उनका भांजा घर पर आया करता था। पिछले कुछ साल से भांजा प्रिंस कुमार और उनकी पत्नी रीता कुमारी के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था दोनों एक दूसरे से बेइंतहा प्यार करने लगे थे। साथ जीने मरने की कसम तक खा रखी थी। इस बात की जानकारी प्रिंस के मामा को तब हुई जब तीन दि पहले उसने दोनों को कमरे में आपत्तिजनक हालत में देख लिया। पहले तो उसने दोनों की जमकर पिटाई कर दी। फिर गांव में पंचायत बुलाई गयी।

भरी पंचायत में प्रिंस और रीता ने बताया कि वे दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते है। पंचायत का फैसला सुबई भुईयां के पर टिकी थी। पंचायत ने फैसला सुनाने से पहले महिला के पति से बातचीत की पूछा कि आप क्या चाहते हैं। तब महिला के पति सुबई भुईयां ने इस पर काफी सोच विचार कर बड़ा फैसला ले लिया। उसने दिल पर पत्थर रखकर भांजे के साथ पत्नी की शादी के लिए हामी भर दी। जिसके बाद समाज के बीच दोनों की शादी करवा दी गयी।

रिश्ते में भांजा लगने वाले प्रिंस ने मामी रीता की मांग में सिन्दूर भरा और जयमाला पहना मामी को पत्नी के रूप में स्वीकार किया वही रीता ने भी भांजे को पति के तौर पर स्वीकारा और फिर अपने नये ससुराल के लिए रवाना हो गयी। इस मामले को कुछ लोग सही तो कुछ गलत बता रहे थे। लोगों का कहना था कि समाज में इस तरह की बातें सही नहीं है। कल तक जो मामी-भांजा का रिश्ता था आज दोनों पति-पत्नी हो गये हैं। भाजे और पत्नी की इस करतूत से मामा काफी सदमें में हैं।

बिहार में इथेनॉल के लिए मक्का उत्पादन पर जोर, 100 फीसद हाइब्रिड बीज लगाने का लक्ष्य; पढ़े पूरी रिपोर्ट

केंद्र सरकार इथेनॉल के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में बिहार सरकार (Bihar Government) ने भी इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रदेश में मक्के का रकबा बढ़ाने का फैसला किया है. सरकार की योजना सभी जिलों में मक्के की खेती पर जोर देने और 100 फीसद हाइब्रिड बीज लगाने का लक्ष्य रखा गया है.

कृषि विभाग के एक अधिकारी कहते हैं कि राज्य के सभी 38 जिलों में मक्का की खेती का क्षेत्र विस्तार करने की सरकार की योजना है. इसके लिए सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में पटना में बिहार के चौथे कृषि रोड मैप (2023-2028) का शुभारंभ किया था. इस दौरान उन्होंने भी इथेनॉल को बढ़ाने पर जोर दिया था.

बीज पर अनुदान के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए भी पहल

इथेनॉल के उत्पादन बढ़ाने में मक्के की बड़ी भूमिका हो सकती है. बिहार सरकार ने रबी के मौसम में र्सवाधिक उत्पादन प्राप्त करने के उद्देश्य से हाइब्रिड मक्के ‘संकर’ बीज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. रबी में मक्के के बीज का 100 प्रतिशत हाइब्रिड बीज लगाने की तैयारी है. किसानों को इसके लिए बीज पर अनुदान के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है.

बिहार कृषि विभाग के अनुसार, राज्य में इस बार 1.50 लाख एकड़ क्षेत्र में मक्का की खेती का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें लगभग 12 हजार क्विंटल तक मक्का उत्पादन का भी लक्ष्य तय किया जाएगा. कृषि विभाग ने सभी कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विश्वविद्यालय, किसान सलाहकार एवं कृषि समन्वयक को किसानों को जागरूक करने का भी निर्देश दिया है. बताया जाता है कि ज्यादातर उत्तर और पूर्वी मैदानी क्षेत्रों के किसानों के द्वारा सबसे अधिक मक्के की खेती की जाती है. मक्का को रबी सीजन की प्रमुख फसलों में से एक माना जाता है.

बिहार में पिता-पुत्र की मौत, पत्नी को पति ने किया वीडियो कॉल, फिर बेटे को फांसी पर लटकाया, कहा- ‘मैं भी जा रहा हूं’

पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद या घरेलू हिंसा जैसी खबरें आती हैं, लेकिन बेतिया की एक घटना ने सबको हैरान कर दिया है. बुधवार (25 अक्टूबर) की देर शाम को पिता ने पहले अपने पांच साल के बेटे को फांसी पर लटका दिया और फिर खुद भी फंदे से लटक गया. इस घटना में दोनों बाप-बेटे की मौत हो गई. घटना लौरिया थाना क्षेत्र के कंधवलिया गांव की है. पिता-पुत्र की मौत के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इस दौरान शख्स ने अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया था.

मृतकों की पहचान लौरिया थाना क्षेत्र के कंधवालिया गांव निवासी 33 वर्षीय अजीमुल्ला उर्फ डब्लू और 5 वर्षीय पुत्र अयान के रूप में की गई है. शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए बेतिया जीएमसीएच भेज दिया है. बताया जा रहा है कि अजीमुल्ला कंधवालिया चौक पर जेनरल स्टोर चलाता था.

तलाक को लेकर चल रहा था विवाद

इस घटना के संबंध में मृतक अजीमुल्ला के परिजनों ने बताया कि पति-पत्नी में तलाक को लेकर विवाद चल रहा था. पत्नी हरिया खातून करीब दो महीने से मायके में रह रही थी. पांच दिन पहले ही अजीमुल्ला ने अपनी दो मासूम बेटियों को भी पत्नी के पास पहुंचा दिया था.

पड़ोसी तौफीक ने बताया कि बुधवार की देर शाम अजीमुल्ला ने अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया था. इसके बाद उसने अपने पांच साल के बेटे को फंदे से लटका दिया और कहा कि अब मैं भी फंदे से झूलने जा रहा हूं. वीडियो कॉल में यह सब देख पत्नी ससुराल पहुंची लेकिन बाप-बेटे की मौत हो चुकी थी. कमरे में पंखे के सहारे लटके थे.

इस संबंध में थानाध्यक्ष कैलाश कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि फांसी के फंदे से लटककर पिता-पुत्र की जान चली गई है. मौके पर पहुंचकर दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

दूसरे राज्यों के इतने अभ्यर्थी बनें बिहार में शिक्षक, प्राइमरी स्कूल में मात्र 58 हज़ार ही मिले स्थानीय टीचर

बिहार में लोक सेवा आयोग के तरफ से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में दूसरे राज्यों से अभ्यर्थियों का चयन होने पर शिक्षक बनने से वंचित रह गए स्थानीय अभ्यर्थियों में काफी गुस्सा है। कई शिक्षक संगठनों ने भी इसका विरोध किया है। इसके बाद अब शिक्षा विभाग के तरफ से  दूसरे राज्य से चयन किए गए अभ्यर्थियों के सही आंकड़े भी सामने आ गए हैं।

दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से आयोजित परीक्षा में चयनित कुल एक लाख, 20 हजार 336 में करीब 14 हजार (करीब 12 प्रतिशत) दूसरे राज्यों के हैं। ये सभी प्राथमिक शिक्षक के रूप में चयनित हुए हैं। इनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश के हैं। वहीं, झारखंड, हरियाणा आदि राज्यों के अभ्यर्थी भी नियुक्त हुए हैं।

मालूम हो कि, बिहार में कक्षा नौंवीं से बारहवीं तक के शिक्षक बनने के लिए एसटीईटी (माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा)  पास करना आवश्यक था और जिसका आयोजन सिर्फ बिहार में ही होता है। इसमें सिर्फ बिहार के ही स्टूडेंट शामिल होते हैं। इस कारण नौवीं से बारहवीं में दूसरे राज्यों के शिक्षक चयनित नहीं हुए हैं। जबकि प्राथमिक शिक्षक के रूप में कुल 72 हजार चयनित हुए हैं, इनमें 14 हजार दूसरे राज्यों के हैं। जबकि, अनारक्षित वर्ग में राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों को भी शिक्षक नियुक्ति में आवेदन देने की छूट दी गई थी।

आपको बताते चलें कि, गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो नवंबर को नए बहाल टीचरों को नियुक्ति पत्र सौपेंगे। सीएम यहां दोपहर 3 बजे पहुंचेंगे। इसलिए यहां नियुक्ति पत्र पाने वाले शिक्षकों को दो बजे तक पहुंच जाने के लिए कहा गया है। गांधी मैदान में होने वाले मुख्य कार्यक्रम से जिले भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़ेंगे। केके पाठक ने निर्देश दिया है कि गांधी मैदान में मुख्यमंत्री जैसे ही नियुक्ति पत्र सौपेंगे, उसके तुरंत बाद ही जिलों में भी नियुक्ति पत्र वितरण कार्य शुरू हो जाएगा।

भागलपुर: ससुराल से पत्नी को विदाई करा कर अपने घर पहुंचा CISF जवान; चौकीदार ने मारी गोली

भागलपुर के निजी क्लीनिक में एक ऐसी घटना सामने आई जिसे जानकर आप दंग हो जाएंगे ,सीआईएसएफ के जवान ने आज अपने ससुराल से पत्नी को दुरागमन की विदाई करा कर अपने घर पहुंचा, दोनों पति-पत्नी जोड़ा काफी खुश थे।

सीआईएसएफ जवान के पैर रंगे हुए हैं और पत्नी की अभी हाथ की मेहंदी भी नहीं उतरी थी लेकिन इस खुशी पर किसी का ग्रहण लग गया और देखते ही देखते इस खुशी को किसी की काली नजर सी लग गई सीआईएसएफ जवान को आरोपी ने गोली मार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया, पूरी घटना किसी फिल्मी ट्रेजेडी से कम नहीं।

*क्या है पूरा मामला?*

छुट्टी में घर आए सीआईएसएफ के जवान बालकृष्ण कुमार को गोपालपुर थाना के चौकीदार ने गोली मारकर जख्मी कर दिया, गोली जवान के जबड़े में लगी है, घटना गोपालपुर थाना क्षेत्र के गोसाई गांव की है, जवान पत्नी का गौना (दुरागमन की विदाई) कराकर मोटरसाइकिल से घर लौटा था तभी गांव के ही पेसे से चौकीदार जवान पर गोली चला दी।

गोली लगने के बाद जवान वहीं पर गिर गए, घटना के बाद चौकीदार मौके से फरार हो गया, जख्मी जवान को देर रात इलाज के लिए मायागंज अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने कहा जबड़े में गोली लगी है यह सुनकर परिजन मरीज को लेकर एक निजी अस्पताल ले गए जहां उसके जबड़े से ऑपरेशन कर गोली निकाली गई हालांकि जवान की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।

सीआईएसएफ जवान के परिजनों ने गोपालपुर थाने के कर्मी पर लगाया आरोप

सीआईएफ के जवान बालकृष्ण कुमार के भाई संजीव कुमार ने बताया कि घटना के बाद निजी नर्सिंग होम में गोपालपुर थाने की पुलिस पहुंची और हमलोगों की ओर से दिए गए आवेदन को बदलने के लिए दबाव बनाने लगी जबकि आवेदन में गोपालपुर थाना पुलिस ने सिर्फ घायल शब्द का प्रयोग किया है उन्होंने गोली से घायल शब्द को लिखा ही नहीं है।

साथ ही बरारी थाने का प्राइवेट ड्राइवर भी पत्रकार बनकर फर्जी रूप से निजी नर्सिंग होम पहुंचा और हम लोगों को डराना धमकाना शुरू कर दिया, गोपालपुर पुलिस को बरारी पुलिस सहयोग कर रही है , हम लोगों के हाथ से पर्चा छीन कर जला देना मोबाइल से वीडियो बनाने का पुलिस का विरोध करना यह सभी कहीं से सही नहीं है।

वही घायल जवान के भाई संजीव कुमार ने बताया कि हमारे भाई को गोपालपुर थाना के चौकीदार आलोक कुमार उर्फ संतोष कुमार अमन कुमार छोटू उर्फ राकेश बॉबी आदि ने मिलकर षड्यंत्र के साथ करने की कोशिश की है, बीच बचाव में जाने पर मुझे भी बुरी तरीके से लाठी डंडे से घायल कर दिया।

एसपी ने कहा दोषियों पर जल्द होगी कार्रवाई

भागलपुर नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि यह सूचना हमें भी मिली है की गोलीबारी गोपालपुर थाना अंतर्गत हुई है थानेदार से भी मेरी बात हुई है अब तक पीड़ित के परिवार के ओर से आवेदन लिखकर नहीं दिया गया है उनके जो परिजन है उनसे मेरी बात हुई है हमने आवेदन देने की भी बात कही है जैसे ही आवेदन आता है मैं इस पर जांच टीम बैठाऊंगा और जिनके खिलाफ साक्षी मिलेगा उनको मैं कानूनी कार्रवाई भी करने की प्रक्रिया करूंगा, चाहे वह पुलिस के ही लोग क्यों ना हो।

75 साल पहले हमारे पूर्वजों से भूल हुई अगर उसी समय सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते तो आज यह दुर्दशा नहीं होती: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

बिहार सरकार एक सुनियोजित योजना के तहत बेगूसराय में हिंदुओं को टारगेट कर रही है और इसके लिए लगातार बेगूसराय में हिंदू विरोधी कई घटनाएं सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से कभी हिंदू की बेटी का अपहरण कर लिया जाता है तो कभी हिंदू के धर्म एवं पूजा के साथ खिलवाड़ किया जाता है और सरकार एक पक्षीय जांच कर सिर्फ हिंदुओं को ही टारगेट करती है तथा स्थानीय पुलिस के द्वारा हिंदू को ही गिरफ्तार किया जाता है। यह आरोप केंद्रीय मंत्री सह बेगुसराय सांसद गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर लगाया है।

दरअसल, बेगूसराय में बीते बुधवार को बलिया बजार मे मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों में झड़प हो गई और दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई। इस दौरान कई लोग घायल हुए। हालांकि, घटना की जानकारी मिलते ही डीएम रोशन कुशवाहा, एसपी योगेंद्र कुमार भारी संख्या में पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और 6 लोगों को हिरासत में लेकर मामले को शांत कराया। इसके बाद अब  इस विवादित स्थल पर आज केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरीराज सिंह पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी जमकर भड़ास निकाली।

गिरिराज सिंह ने कहा कि – नीतीश कुमार अब यही चाहते हैं कि बेगूसराय में हिंदू अब कोई पूजा पाठ नहीं करें। यहां कोई मूर्ति पूजन या मूर्ति विसर्जन ना करें। कुमार का पूरे बेगूसराय में सुना दिया जाए कि बेगूसराय के हिंदुओं अब अपने-अपने घर में बंद हो जाओ कोई मूर्ति पूजन मत करो कोई हिंदू जुलूस लेकर बाहर नहीं निकले। नहीं तो मेरा तुष्टीकरण तुम्हारे ऊपर पत्थर फेंकेगा और डंडा चलाएगा। इतना ही नहीं हम भी तुमको ही जेल में भेजेंगे। यही है तो कह दें कि यहां से हिंदू पलायन कर जाए।

गिरिराज सिंह कहा कि- हम अभी कहां है पाकिस्तान में है या बांग्लादेश में तो नहीं है न। आज से 75 साल पहले हमारे पूर्वजों से भूल हुई अगर उसी समय सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते तो आज यह दुर्दशा नहीं होती। अगर बेगूसराय में हिंदू होना गुनहगार है तो मैं भी हिंदू हूं और मैं भी गुनहगार हूं मुझे भी जेल भेज दो। ये नीतीश कुमार जान बुझकर आम लोगों को परेशान करवा रहे हैं।

उधर, गिरिराज सिंह ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां सरकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति एवं वोट बैंक की राजनीति कर रही है और इसके लिए सिर्फ हिंदुओं को ही टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदू अगर भारत में देवी देवताओं की पूजा नहीं करें तो क्या पाकिस्तान और बांग्लादेश जाकर पूजा करेंगे।

बिहार में सास-ससुर ने धारदार हथियार से की दो महीने की गर्भवती बहु की हत्या, इलाके में हड़कंप मचा

एक कहावत बहुत सुनने को मिलता हैं कि जहां एक साथ वस्तु सारी बर्तन रख दी जाए तो कुछ न कुछ खटपट होती है और उससे शोरगुल भी होता है। लेकिन, इसका मतलब यह कतई नहीं होता है कि लोग उसे फेंक दे या फिर कुछ गलत करें। ठीक उसी तरह एक परिवार के रिश्ते को भी माना जाता है जहां खटपट तो होती है लेकिन बाद में बातों को ठीक ढंग से समझाकर शांत कर लिया जाता है। लेकिन, यह मामला शांत नहीं होता है तो फिर एक अलग रूप लेता और फिर इसमें आपराधिक वारदात भी शामिल हो जाता है। एक ऐसा ही मामला जमुई से निकल कर सामने आया है,जहां महज एक छोटी कलह में बहु की मौत हो गई।

दरअसल, जमुई जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र के कुंधूर इलाके में गुरुवार सुबह 7 बजे एक महिला को उसके सास -ससुर ने मिलकर धारदार हथियार से काटकर मौत के घाट उतार दिया। इनलोगों ने अपनी बहु की हत्या कर उसका शव घर में आंगन में ही छोड़ दिया और सास- ससुर फरार हो गए। हालांकि, पुलिस ने सास प्रेमा देवी को भागते हुए पकड़ कर पूछताछ के लिए थाना ले आया।

वहीं, मृतक महिला की पहचान संगीता देवी 25 वर्ष पति त्रिवेणी यादव के रूप में हुई है। घटना के बारे में महिला के पति ने त्रिवेणी यादव ने बताया कि हम चंडीगढ़ में मजदूरी करते है। सुबह हम शौच के लिए नदी गए थे देखा की मेरे पापा कट्टा लेकर दौड़ रहे थे। उसके बाद परिवार के लोगों ने बताया कि,वह ट्रेन में कटने के लिए जा रहे हैं। उसके बाद हम पापा के पीछे दौड़े। लेकिन, वो नहीं मिले।

उसके बाद मुझे फ़ोन आया कि, मेरे पिता ने मेरी पत्नी को धारदार हथियार से काटकर भागा है। मेरी मम्मी और पापा ने पत्नी संगीता को काटा है। जबकि हमारा उनसे कोई विवाद नही था। उन दोनों ने हमलोगो को अलग कर दिया था। मुझे यह नहीं मालूम था कि ये लोग मेरी पत्नी की हत्या कर देंगे।

बताया जा रहा है मृतक महिला दो महीने की प्रेगनेंट थी। इतना ही महिला का एक डेढ़ साल का लड़का भी है। महिला की शादी 2017 में हुई थी। इधर अक्रोशित महिला के मायके वालों ने महिला के पति त्रिवेणी और उसके चचेरे भाई को कूट दिया। पुलिस ने दोनो को भीड़ से बचा कर थाने ले आई। महिला की हत्या की सूचना मिलने पर गिद्धौर थानाध्यक्ष बृजभूषण कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर  महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

उधर, इस घटना के बारे में जमुई एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया महिला की हत्या आंतरिक कलह और बात विवाद में उनके सास ससुर के द्वारा हत्या कर दी गई है। पुलिस महिला के सास और पति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना के कारणों का तपसीस पुलिस के द्वारा चल रही है। पुलिस अन्य मामलों की छानबीन कर रही है।

पटना के गांधी मैदान में लालू यादव करेंगे भाजपा हटाओ-देश बचाओ रैली, श्री कृष्ण सिंह की जयंती में बोले- भूमिहार समाज नहीं करता इनको याद

2015 में विशुनदेव बाबू की पुस्तक विमोचन के बाद लगभग 08 साल बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव कांग्रेस ऑफिस पहुंचे हैं। बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह की 136वीं जयंती पर कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। लालू इसी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। लालू के किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उनकी सेहत में काफी सुधार है। सेहत में सुधार के साथ ही वे राजनीति में भी काफी एक्टिव हो गए हैं। ऐसे में अब आज वो कांग्रेस के कार्यक्रम में पहुंचे हैं।

वहीं, इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राजद सुप्रीमों लालू यादव ने कहा कि- भाजपा वाला आज राम और रहीम के बंदों के बीच नफरत फैला रहा है। आज संविधान पर खतरा बना हुआ है। इसलिए हम लोग एकजुट होकर India गठबंधन बनाये हैं। ये लोग काला धन वापस लायेंगे बोलकर जनता को ठग लिया और चुनाव जीत लिया। ये लोग बोला 15 लाख आएंगे तो हम भी  एकाउंट खोलवा लिए। परिवार के सदस्य के हिसाब से भी खुलवा दिए। फिर झूठ बोल दिया विदेशों में पैसा नहीं है।

इसके आगे लालू यादव ने कहा कि – हमको तो आज बड़े बड़े जनसंघ के नेता बता रहे हैं कि भाजपा पटना लोकसभा सीट छोड़कर कहीं नहीं जीत रहे हैं। इनलोगों का इस बार सबकुछ बर्बाद हो जाएगा। इस बार देश में इंडिया गंठबंधन की सरकार बनेगी और उसके बाद जनसंख्या के हिसाब से देश के सत्ता का बंटवारा होगा। राहुल जी बोलते हैं सरकार आएगी तो पूरे देश मे जातीय जनगणना होगी।

उधर,लालू ने यह ऐलान किया है कि, हमलोग पटना के गांधी मैदान में एक बार फिर से बड़ी रैली करेंगे। इसका नारा होगा भाजपा हटाओ देश बचाओ। यहीं से आंधी उठेगा और मोदी,शाह और RSS का सुपरा साफ हो जाएगा। आज हम यहां आए हैं। सचिवालय में श्री कृष्ण बाबू का मूर्ति है। हम और राबड़ी जाते थे और कुछ गाने वाले रहते थे और कोई नही रहता था। भूमिहार भाई दावा करते हैं कि कृष्ण बाबू उनके है लेकिन कोई भूमिहार उनको याद नहीं करता। हम तो भूमिहार भाई ने कहते हैं किम वो अपने पूर्वज का सत्कार करें।

खबर वही जो है सही

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