बिहार सरकार एक सुनियोजित योजना के तहत बेगूसराय में हिंदुओं को टारगेट कर रही है और इसके लिए लगातार बेगूसराय में हिंदू विरोधी कई घटनाएं सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से कभी हिंदू की बेटी का अपहरण कर लिया जाता है तो कभी हिंदू के धर्म एवं पूजा के साथ खिलवाड़ किया जाता है और सरकार एक पक्षीय जांच कर सिर्फ हिंदुओं को ही टारगेट करती है तथा स्थानीय पुलिस के द्वारा हिंदू को ही गिरफ्तार किया जाता है। यह आरोप केंद्रीय मंत्री सह बेगुसराय सांसद गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर लगाया है।

दरअसल, बेगूसराय में बीते बुधवार को बलिया बजार मे मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों में झड़प हो गई और दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई। इस दौरान कई लोग घायल हुए। हालांकि, घटना की जानकारी मिलते ही डीएम रोशन कुशवाहा, एसपी योगेंद्र कुमार भारी संख्या में पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और 6 लोगों को हिरासत में लेकर मामले को शांत कराया। इसके बाद अब  इस विवादित स्थल पर आज केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरीराज सिंह पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी जमकर भड़ास निकाली।

गिरिराज सिंह ने कहा कि – नीतीश कुमार अब यही चाहते हैं कि बेगूसराय में हिंदू अब कोई पूजा पाठ नहीं करें। यहां कोई मूर्ति पूजन या मूर्ति विसर्जन ना करें। कुमार का पूरे बेगूसराय में सुना दिया जाए कि बेगूसराय के हिंदुओं अब अपने-अपने घर में बंद हो जाओ कोई मूर्ति पूजन मत करो कोई हिंदू जुलूस लेकर बाहर नहीं निकले। नहीं तो मेरा तुष्टीकरण तुम्हारे ऊपर पत्थर फेंकेगा और डंडा चलाएगा। इतना ही नहीं हम भी तुमको ही जेल में भेजेंगे। यही है तो कह दें कि यहां से हिंदू पलायन कर जाए।

गिरिराज सिंह कहा कि- हम अभी कहां है पाकिस्तान में है या बांग्लादेश में तो नहीं है न। आज से 75 साल पहले हमारे पूर्वजों से भूल हुई अगर उसी समय सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते तो आज यह दुर्दशा नहीं होती। अगर बेगूसराय में हिंदू होना गुनहगार है तो मैं भी हिंदू हूं और मैं भी गुनहगार हूं मुझे भी जेल भेज दो। ये नीतीश कुमार जान बुझकर आम लोगों को परेशान करवा रहे हैं।

उधर, गिरिराज सिंह ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां सरकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति एवं वोट बैंक की राजनीति कर रही है और इसके लिए सिर्फ हिंदुओं को ही टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदू अगर भारत में देवी देवताओं की पूजा नहीं करें तो क्या पाकिस्तान और बांग्लादेश जाकर पूजा करेंगे।