कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 14 जनवरी को मणिपुर से 6,200 किलोमीटर की भारत न्याय यात्रा शुरू करेंगे। यह 14 राज्यों के 85 जिलों को कवर करेगी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। आज यहां इसका खुलासा करते हुए एआईसीसी के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल और संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, भारत न्याय यात्रा को 14 जनवरी को इंफाल से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हरी झंडी दिखाएंगे। न्याय यात्रा देश के लोगों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाने के लिए होगी।

वेणुगोपाल ने कहा, 21 दिसंबर को कांग्रेस कार्य समिति के सर्वसम्मत प्रस्ताव के बाद कि राहुल गांधी की यात्रा का दूसरा चरण पूर्व से पश्चिम तक करना था, यह निर्णय लिया गया कि उन्हें (गांधी को) यात्रा का दूसरा चरण इंफाल से मुंबई तक करना चाहिए। मणिपुर को शुरुआती बिंदु के रूप में चुनने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, मणिपुर राज्य देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और पार्टी मणिपुर के लोगों के घावों को ठीक करने की प्रक्रिया भी शुरू करना चाहती है।

12 राज्यों को कवर करेगी भारत न्याय यात्रा

उन्होंने कहा, पहले चरण में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 12 राज्यों को कवर करते हुए लगभग 4,500 किलोमीटर की यात्रा की, इस बार वह 14 राज्यों को कवर करते हुए 6,200 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस बार यात्रा का माध्यम बस और पैदल यात्रा मार्ग होगा। यात्रा में शामिल होने वाले राज्यों में मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।

रमेश ने कहा, जहां भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गांधी ने आर्थिक असमानताओं, ध्रुवीकरण और तानाशाही के मुद्दे उठाए, वहीं न्याय यात्रा देश के लोगों के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा, भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से एकता, प्रेम और सद्भाव का संदेश फैलाने के बाद गांधी देश के लोगों के लिए न्याय मांगेंगे।

इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) दल भी यात्रा में भाग लेंगे, वेणुगोपाल ने कहा, अंतिम विवरण पर काम किया जा रहा है। रमेश ने बताया, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी उस यात्रा में भाग लिया था।