बिहार के पूर्व मंत्री और ‘हम’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने गया में रविवार को कई मुद्दों को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला. जाति आधारित गणना को लेकर उन्होंने कहा कि त्रुटि तो है. 60–70% प्रतिशत के पास गणक नहीं पहुंचे हैं. कुछ तो ऐसी बातें हुई हैं जिससे किसी जाति विशेष को आगे बढ़ाया गया है अगर डोर टू डोर सर्वे होता तो आंकड़ा सही आता. एक जगह पर बैठकर सर्वे को कर दिया गया है।

जाति आधारित गणना लोकसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में अगर किया गया है तो निश्चित है जिसकी ज्यादा संख्या होगी उसकी उतनी हिस्सेदारी. उसी के अनुसार हिस्सेदारी देने की कोशिश कीजिए. यह हर जगह लागू होना चाहिए. आंकड़ा के अनुसार तेजश्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाइए. तभी हम मानेंगे कि इसके पीछे उनकी अच्छी मंशा है।

यह तो राजनीति है किसी को गणना में आगे बढ़ा दीजिए. नीतीश कुमार तो सोशल इंजीनियरिंग में बहुत माहिर हैं. किसी को एससी, एसटी बना देते हैं और फिर वोट लेने के बाद छोड़ देते हैं. यह शुरू से कर रहे हैं. दलित को महादलित बनाए हैं. यह सब एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं. जनता सब जानती है अब बिहार में इनकी चलने वाली नहीं है।

ओवैसी को लेकर सीएम नीतीश के बयान पर संतोष कुमार सुमन ने कहा कि कहा कि बीजेपी का बी टीम है या सी टीम है यह बाद की बात है, लेकिन किसी समुदाय में यह कहकर किसी को चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकते हैं. एआईएमआईएम की विचारधारा से हम भी सहमत नहीं हैं, लेकिन किसी को यह कहकर चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकते हैं और नीतीश कुमार ने जब अल्पसंख्यक मुसलमानों के लिए काम किया है तो उनको किसी से डरना नहीं चाहिए. जनता अगर आपको चाहती है तो आपकी जीत होगी।