पटना: खुद को टिकट बांटनेवाला बतानेवाले गोपाल मंडल का दावा उस समय हवा-हवाई साबित हुआ जब जेडीयू ने भागलपुर सीट पर फिर से अजय मंडल को चुनावी मैदान में उतार दिया है.इससे पहले गोपाल मंडल कई बार सार्वजनिक रूप से दावा कर चुके थे कि भागलपुर सीट से वहीं चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. ऐसे में गोपाल मंडल के अगले कदम को लेकर चर्चा का दौर भी तेज हो गया है।

जेब से गायब हो गया टिकट !: गोपाल मंडल अक्सर ये दावा करते रहे हैं कि टिकट तो उनकी जेब में रहता है और हम टिकट बांटनेवाले लोग हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान भी गोपाल मंडल ने कहा था कि “भागलपुर से मैं लोकसभा चुनाव लड़ूंगा और अजय मंडल इस बार नहीं लड़ेंगे.उनकी तबीयत ठीक नहीं है. मैंने उन्हें समझ लिया है.”लेकिन जेडीयू ने एक बार फिर अजय मंडल पर भरोसा जताकर पॉकेट में टिकट लेकर घूमने का दावा करनेवाले गोपाल मंडल को करारा झटका दिया है।

अब क्या करेंगे गोपाल मंडल ?: गोपाल मंडल भागलपुर जिले के ही गोपालपुर से जेडीयू विधायक हैं और इस बार भागलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे. सूत्रों की मानें तो टिकट को लेकर गोपाल मंडल आरजेडी के संपर्क में भी हैं. हालांकि प्रत्यक्ष तौर पर वो इससे इंकार कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि “मैंने भागलपुर से चुनाव लड़ने के आरजेडी के ऑफर को ना कर दिया है”

क्या लालू करेंगे कोई खेल ?: इधर जेडीयू से रुपौली की विधायक रही बीमा भारती को आरजेडी में लाकर लालू प्रसाद ने जेडीयू को झटका दे दिया है. इतना ही नहीं पूर्णिया लोकसभा सीट से बीमा भारती के टिकट देने की खबरों ने कांग्रेस और पप्पू यादव की भी नींद उड़ा दी है. अब गोपाल मंडल के केस में भी लालू प्रसाद कोई बड़ा खेल कर जाए तो हैरानी नहीं होगी।

भागलपुर पर दावा कर रही है कांग्रेसः जानकारी के मुताबिक जिन सीटों को लेकर महागठबंधन में पेच फंसा हुआ है, उसमें भागलपुर भी शामिल है, जहां से कांग्रेस नेता अजित शर्मा की अभिनेत्री बेटी नेहा शर्मा के कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा हो रही है. लेकिन गोपाल मंडल अगर पाला बदलते हैं तो और लालू बीमा भारती की तरह टिकट ऑफर कर देते हैं तो ये कांग्रेस के लिए बड़ा झटका हो सकता है।

पूर्णिया में पप्पू और कांग्रेस को लालू ने दिया झटकाः इससे पहले लालू प्रसाद पूर्णिया सीट पर ये खेल कर चुके हैं. पूर्णिया सीट पर चुनाव लड़ने के मंसूबे के साथ पप्पू यादव ने बड़ी तामझाम के साथ नई दिल्ली में अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में किया था. लेकिन लालू प्रसाद ने जेडीयू की बीमा भारती को पूर्णिया से चुनाव लड़ाने का संकेत देकर पप्पू यादव के साथ-साथ कांग्रेस को भी झटका दे दिया है।