मणिपुर में एक बार फिर से जातीय हिंसा शुरू हो गई है। यहां पर 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा जारी है। अब मैतेई समुदाय के दो किशोरों के शव मिलने के बाद फिर से हालात तनावपूर्ण हो चुके हैं। जिसके बाद एक वीडियो संदेश वायरल हुआ और प्रदेश में फिर से हिंसा शुरू हो गई। जिसके बाद अब सरकार ने 2 दिन तक स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूल 27 और 29 सितंबर को बंद रहेंगे। आदेशों के दायरे में सभी बोर्डों के अंदर चल रहे स्कूल आएंगे।

मणिपुर सरकार के शिक्षा निदेशालय की ओर से इस बाबत आदेश जारी किए गए हैं। जिसके तहत बुधवार और शुक्रवार को स्कूलों को बंद रखने की बात कही गई है। वहीं, सरकार की हालात पर पूरी नजर है। जिसको देखते हुए 5 दिन के लिए इंटरनेट भी ठप किया गया है। ताकि किसी भी प्रकार से यहां पर अफवाहें न फैलने पाएं। बताया गया है कि 1 अक्टूबर तक प्रदेश में इंटरनेट बैन रहेगा। हालांकि फोन का इस्तेमाल जारी रहेगा। लेकिन लोग इंटरनेट यूज नहीं कर पाएंगे। मणिपुर होम मिनिस्ट्री की ओर से भी इसको लेकर एडवाइजरी जारी की गई है।

लोगों से अपील-अफवाहें न फैलाएं, न इन पर ध्यान दें

गृह विभाग की ओर से एडवाइजरी में लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे अफवाहों से बचें। सोशल मीडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम और वाट्सऐप पर सरकार की पूरी नजर है। इनका किसी भी तरह दुरुपयोग न करें। अगर कोई गलती सामने आती है तो संबंधित दोषी के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई अफवाह फैली तो इससे लोगों को उकसाया जा सकता है। इसको रोकने के लिए ही इंटरनेट पर बैन लगाया गया है। लोगों से भी सावधानी बरतने को कहा गया है।

3 मई से लगातार हो रही है हिंसा

मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा हो रही है। हिंसा की शुरुआत आदिवासी एकता मार्च से हुई थी। मैतेई समाज के लोग एसटी आरक्षण की मांग कर रहे थे। जिसके विरोध में ही कुकी समुदाय ने पहाड़ी इलाकों में मार्च निकाला था। जिसके बाद वहां रह रहे मैतेई लोगों के घरों में आग लगा दी गई थी। कई लोगों को मार दिया गया था। जिसके बाद मैतेई लोगों ने इंफाल में बसे कुकी लोगों पर हमला कर दिया था। जिसके बाद से यहां पर लगातार हिंसा हो रही है।


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