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शत प्रतिशत मतदान करने की केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने की अपील

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भागलपुर। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे अपने परिजनों के साथ सुबह 9:00 बजे बूथ संख्या 37 प्राथमिक विद्यालय दुर्गा चरण मानिक सरकार भागलपुर में मतदान करेंगे।

उन्होंने मतदाताओं से अपील की है कि शत प्रतिशत मतदान करें। लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने युवाओं से अपील की है कि मतदान केंद्र पर पहुंचे और मतदान करें।

टिकट कटने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की पहली प्रतिक्रिया, कहा-मान सहित विष पीके, शम्भू भयो जगदीश…

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केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सोमवार को पटना पहुंचे। एयरपोर्ट पर दिल्ली से पहुंचने के उपरांत बक्सर आरा, भागलपुर, कैमूर सासाराम, मुजफ्फरपुर दरभंगा, सीतामढ़ी, मधुबनी पटना, अरवल, नवगछिया सहित बिहार के विभिन्न जिलों से आए बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। मैं नाराज नहीं हूं पार्टी ने बहुत कुछ दिया। बक्सर के लिए मैंने हर संभव कदम उठाए। बक्सर सदैव मेरे दिलों में रहेगा। बक्सर नहीं छोड़ रहा हूं। उन्होंने एक दोहे की पंक्ति…मान सहित विष खाय के, संभु भये जगदीस

बिना मान अमृत पिये, राहु कटायो सीस… के माध्यम से अपनी भावनाएं प्रकट की। उन्होंने कहा कि एक बार फिर केंद्र में नरेंद्र भाई की सरकार बनेगी। सीटों की संख्या 400 पार होगी। मैं गिरगिट की तरह रंग बदलने वाला नहीं हूं, हम शेर की तरह दहाड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हम सक्रिय राजनीति मे बने रहेंगे। लोग कयास लगा रहे थे कि मुझे टिकट नहीं मिला है तो हम राजनीति छोड़ देंगे। लेकिन, ऐसा नहीं है। मैं राजनीति में सक्रिय रहूंगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद मेरे उपर है। मैने कभी अपने लिए या परिजन के लिए हाथ नहीं फैलाया है। मै सदा राष्ट्र के लिए लगा रहा हूं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं मैं बाहर का नही हूं मैं बक्सर का हूं, बक्सर का ही बनकर कर रहूंगा। पत्रकार बंधुओं द्वारा टिकट कटने की वजह पर उन्होंने कहा कि…मेरा कसूर क्या है ? यह तो बताओ।

उन्होंने कहा कि मैं 1966 से लगातार संघर्ष कर रहा हूं। 58 साल की तपस्या है मेरी. मेरा क्या कसूर है? मेरा कसूर यही है कि मैं सक्रिय राजनीति में पूरी तरीके से हिंदुस्तान के अंदर सक्रियता से बना रहा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि 14 साल तक भगवान राम वनवास गए थे, जो गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं मैं उनकी तरह रंग बदलने वाला नहीं हूं। हम भीगी बिल्ली की तरह नहीं है। भाजपा हमारी मां है, भाजपा ने सबकुछ दिया है। पार्टी के लिए सब कुछ न्योछावर है।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे एयरपोर्ट से निकलकर सीधे कदम कुआं पटना स्थित लोकनायक जयप्रकाश आवास पहुंचे। वहां उन्होंने जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 8 अप्रैल 1974 को छात्र आंदोलन के समर्थन पर जेपी पटना के सड़कों पर मौन धारण का चले थे। आज उसकी स्वर्ण जयंती है। मैं जेपी का सेनानी हूं। इस पर मुझे गर्व है। मैं संघर्ष से पीछे हटने वाला नहीं हूं।

आज से बक्सर में चुनाव प्रचार का शंखनाद करेंगे मिथिलेश तिवारी, कई BJP नेताओं ने स्वागत समारोह से बनाई दूरी

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बक्सर: जब से बीजेपी ने बक्सर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की जगह मिथिलेश तिवारी को कैंडिडेट बनाया है, तब से स्थानीय स्तर पर विरोध शुरू हो गया है. एक तरफ जहां अश्विनी चौबे के समर्थक उनका विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ‘बाहरी उम्मीदवार’ की मुखालफत हो रही है. इस बीच आज मिथिलेश तिवारी आज से बक्सर में चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे.

“आज जनसेवक को सही मायनो में जनसेवा करने का आधार मिल गया है. यह मेरा सौभाग्य है कि मोदी जी के सिपाही के तौर पर मुझे बक्सर की सेवा करने का मौका मिला है. आज बक्सर की पावन भूमि को नमन करते हुए और इसकी सेवा करने की संकल्प लिए आपका सेवक आपके द्वार आ रहा है. साथ, समर्थन और आशीर्वाद बनाए रखिएगा.”- मिथिलेश तिवारी, बीजेपी प्रत्याशी, बक्सर लोकसभा सीट

स्वागत समारोह से नेताओं की दूरी: बक्सर बीजेपी का अंतर्कलह खुलकर सामने आ गया है. वर्तमान सांसद अश्विनी कुमार चौबे को बेटिकट करने के बाद भी कार्यकर्ताओ का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. यही कारण है कि बीजेपी के बक्सर लोकसभा सीट के नए उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के पहुंचने से पहले ही पार्टी के कई बड़े नेताओं ने उनके स्वागत कार्यक्रम से दूरी बनाने का एलान किया है. पुराने कार्यकर्ताओं का आरोप है कि क्षणिक लाभ लेने के लिए कुछ लोग खुद को बक्सर का बादशाह बताने की कोशिश में लगे हैं, जबकि जमीन पर जनता के बीच उनकी कोई औकात नहीं है. जब पहली बार अश्विनी कुमार चौबे बक्सर चुनाव लड़ने आए थे तो जो लोग आज मसीहा बन रहे हैं, वही लोगों ने भितरघात करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी.

नए प्रत्याशी को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी: बीजेपी के वर्तमान जिलाध्यक्ष से लेकर पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओ से जब पत्रकारों ने बात की तो विरोध में अधिक लोग नजर आए. वर्तमान जिलाध्यक्ष भोला सिंह की मानें तो सही समय पर मीडिया को सब कुछ बताया जाएगा. वहीं पूर्व के कई जिलाध्यक्ष से लेकर उपाध्यक्ष और पुराने कार्यकर्ताओं की भी अलग-अलग राय है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि मिथलेश तिवारी को लेकर बक्सर बीजेपी के लोग असहज हैं. उनको इस बात की चिंता सता रही है कि जैसे भागलपुर से आकर अश्विनी कुमार चौबे बक्सर से चुनाव जीतकर गायब रहते थे, वही हालात फिर होने वाले हैं.

क्या कहते हैं पार्टी के नेता?: बीजेपी में चल रहे अंतर्कलह को लेकर राजपूत समाज से आने वाले पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राजवंश सिंह ने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, वह आरजेडी फंडिंग वाले तथाकथित बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता हैं लेकिन उससे पार्टी की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं जब उनसे पूछा गया कि राजपूत समाज और भूमिहार समाज के कई बड़े नेताओं की नराजगी को कैसे दूर करेंगे, क्या उनकी पार्टी में पुनः वापसी होगी? जिसके बाद उन्होंने चुप्पी साध ली.

निलंबित नेताओं की घर वापसी?: वहीं, राजपूत समाज से ही आने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और भूमिहार समाज के निवर्तमान जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर को अश्विनी कुमार चौबे का विरोध करने के आरोप में बिना कारण बताए आनन-फानन में 8 महीने पहले पार्टी से निष्कासित कर दिया गया, जिन्हें वापस लाना भी एक बड़ी चुनौती है.

वेट एन्ड वाच की स्थिति में बड़े नेता: पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं की मानें तो आखिर क्यों कभी भागलपुर तो कभी गोपालगंज के प्रत्याशी को पार्टी जबरदस्ती थोप देती है. क्या ऐसे नेताओं का अपने क्षेत्र में कोई जनाधार नहीं है कि 500 किलोमीटर दूर चुनाव लड़ने आ जाते हैं. बक्सर के लोग अब ऐसे नेताओं का झोला नहीं ढोएंगे. 2009 में जो स्थिति लालमुनि चौबे का हुआ था, वही इस बार मिथिलेश तिवारी का होगा.

विरोध के कारण चौबे का टिकट कटा: पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं की मानें तो स्थानीय कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के कारण ही वर्तमान सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को पार्टी बेटिकट कर दिया है. बक्सर के 40 हजार से अधिक कार्यकर्ताओ ने नमो ऐप से लेकर अन्य माध्यम से अश्विनी कुमार चौबे का विरोध कर अपना संदेश देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचा था, जिसका परिणाम रहा कि अश्विनी कुमार चौबे का टिकट कट गया.

दिल्ली में भी अश्विनी चौबे की नही बनी बात! मिथलेश तिवारी सिंबल लेकर पटना पहुंचे

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बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर इस बार कई सीटों पर एनडीए के तरफ से फेर बदल दिया गया तो कुछ सांसदों का पत्ता भी काट दिया गया। ऐसे में एक सीट बक्सर भी है जहां स्थानीय सांसद जहां अश्वनी चौबे का टिकट काटकर मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया गया। उसके बाद पिछले कुछ दिनों से मीडिया मेरा लगाई जा रही थी कि इस को लेकर अश्विनी चौबे ने विरोध जाता है और फिर पार्टी आलाकमान के तरफ से मिथिलेश तिवारी को दिल्ली तलब किया गया और उनसे सीट छोड़ने की बात कही गई। लेकिन अब इन तमाम अटकलें पर विराम लग गया है और मिथिलेश तिवारी को पार्टी के तरफ से सिंबल भी दे दिया गया है।

दरअसल, बक्सर के वर्तमान सांसद अश्वनी चौबे का टिकट कटने के बाद सोशल मीडिया पर एक गुट के तरफ से यह चर्चा की जा रही थी इसको लेकर बक्सर के कार्यकर्ता काफी नाराज है और इसी बात को लेकर अश्वनी चौबे ने पार्टी आलाकमान को संदेश भी दिलवाया है। जिसके बाद मिथलेश तिवारी जो इस सीट से कैंडिडेट बनाए गए हैं उन्हें दिल्ली तलब किया गया है और उन्हें सीट बदलने को कहा जा रहा है। हालांकि, अब इन तमाम अटकलों पर विराम लग गया है। तिवारी तो दिल्ली तलब तो जरूर किया गया ,लेकिन टिकट रिटर्न या बदलने नहीं बल्कि सिंबल प्रदान करने के लिए उन्हें बुलाया गया। मतलब हर हाल में बक्सर से मिथलेश तिवारी ही कैंडिडेट होंगे।

सूत्रों के मुताबिक,गुरुवार को तिवारी भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली गए हुए थे। जहां उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक कर बक्सर सीट पर प्रचंड बहुमत से कमल खिलाने का आश्वासन दिया। उसके बाद मिथिलेश तिवारी पार्टी का सिंबल लेकर आज दस बजे दिल्ली से वापस पटना लौट रहे है। जहां एयरपोर्ट पर समर्थकों द्वारा स्वागत होगा। इसके बाद दोपहर में वे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

उधर, पार्टी की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक कल सुबह साढ़े नौ बजे देवकुली में बक्सर जिले के बीजेपी कार्यकर्ता गाजे बाजे व फूल माला के साथ स्वागत करते हुए उन्हें रिसीव करेंगे। इसके बाद वे ब्रह्मपुर पहुचेंगे जहाँ भव्य स्वागत होने के पश्चात तिवारी बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर में मत्था टेक कर विजय श्री का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।

इसके बाद तकरीबन 11 बजे पुनः वे ब्रह्मपुर से बक्सर के लिए रवाना होंगे. इस दौरान कृष्णाब्रह्म,धरहरा,ढ़काइच,नया भोजपुर,पुराना भोजपुर,चिलहरी,टोल प्लाजा दलसागर,पड़री एवं दोपहर 1:15 बजे बक्सर गोलंबर पहुचेंगे। इसके बाद मिथिलेश तिवारी का काफिला सिंडिकेट, कृष्णा सिनेमा,यमुना चौक,मुनीम चौक,अलका सिनेमा के पास पहुंचेगा। उसके बाद तिवारी तकरीबन ढाई बजे रामरेखा घाट स्थित रामेश्वरनाथ मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद शहर के विभिन्न चौक चौराहा होते हुए सिटी पैलेस मैरेज हॉल में शाम 5 बजे लोकसभा कोर कमेटी के साथ बैठक कर पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करेंगे।

बक्सर से टिकट कटने के बाद अश्विनी चौबे की पहली प्रतिक्रिया, कही ये बड़ी बात

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बक्सर सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद रहने वाले अश्विनी कुमार चौबे का 2024 के लोकसभा चुनाव में पत्ता साफ हो गया है. पार्टी ने अश्विनी कुमार चौबे का टिकट काट कर मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है. बक्सर से टिकट कटने पर अश्विनी कुमार चौबे की पहली प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है।

अपने बयान में अश्विनी चौबे ने किसी का नाम नहीं लिया और ना ही किसी तरह का कोई आरोप अपनी पार्टी पर लगाया. हालांकि अश्विनी चौबे ने अपने दो लाइन के बयान में बड़ी बात कही है. अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, “सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं. सत्य और संघर्ष ही मेरे जीवन की पूंजी।

बता दें कि बीजेपी की ओर से बिहार की 17 लोकसभा सीटों के लिए पार्टी के प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी की गई थी. लिस्ट सामने आने के बाद पता चला कि कई मौजूदा सांसदों का टिकट कट गया है. बक्सर से सांसद अश्विनी कुमार चौबे के अलावा सासाराम से छेदी पासवान का टिकट कटा है. मुजफ्फरपुर से अजय निषाद का टिकट कटा है।

बिहार में सांसदों के टिकट पर चलेगी कैंची, तीसरी लिस्ट में अश्विनी चौबे, राधा मोहन सिंह का क्या होगा?

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लोकसभा चुनाव की तारिखों का ऐलान हो चुका है. इसके बावजूद बिहार में किसी भी दल ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. सूबे में फिलहाल एनडीए का सीट शेयरिंग के लिए फॉर्मूला तैयार हो चुका हैं.

कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) में आधा दर्जन से ज्यादा सांसदों के टिकट पर तलवार लिटकी हुई है.

इन सीटों पर है सस्पेंस
इस बीच बीजेपी ने अपने उन सांसदों को तैयारी करने का संकेत दे दिया है, जिनका टिकट नहीं कटने वाला है. पार्टी आलाकमान बक्सर, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, पटना साहिब, शिवहर और पश्चिमी चंपारण को लेकर विचार विमर्श कर रहा है.

अश्विनी चौबे व राधामोहन सिंह पर लटकी तलवार
बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को लेकर सस्पेंस बरकरार है. यहां से पूर्व आइपीएस आनंद मिश्रा भी मजबूत दावेदार हैं. वहीं, बढ़ती उम्र के चलते पश्चिमी चंपारण के सांसद राधा मोहन सिंह का टिकट भी कट सकता है. इसके अलावा अजय निषाद और रवि शंकर प्रसाद के टिकट पर संश्य बना हुआ है.

बिहार में बीजेपी 17 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी और जेडीयू के हिस्से में 16 सीटें आई हैं. लोकजन शक्ति पार्टी (रामविलास) को 5 और एक-एक सीट कुशवाहा और मांझी की पार्टी को मिली है. फिलहाल एनडीए में कुछ सीटों की अदला-बदली हो रही है. इसके चलते उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने में देरी हो रहा है.

पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी ने देश की राजनीति दिशा को नई धार दी: अश्विनी चौबे

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नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व उपप्रधानमंत्री श्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इससे करोड़ों कार्यकर्ताओं का मन प्रफुल्लित हो उठा है।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर को लेकर जो उन्होंने देशभर में यात्राएं की, जन जागरण किया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने देश की राजनीति को नई धार दी। सार्वजनिक जीवन में उनका योगदान करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है। सोशल मीडिया × पर पोस्ट करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि-

“देश के वरिष्ठ नेता, राजनीतिक शुचिता के जीवंत उदाहरण, प्रेरणास्त्रोत श्रद्धेय श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न मिलने का समाचार अत्यंत सुखद है। राजनीति की दिशा मोड़ने वाले श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न देने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आत्मीय आभार”।

कर्पूरी के ‘भारत रत्न’ पर सियासत, बोले अश्वनी चौबे- ‘लालू उन्हें कपटी ठाकुर कहते थे, नीतीश कुमार मुंह में राम बगल में छूरी रखते हैं’

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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के बाद राजद और जदयू की तरफ से दावे किए जा रहे हैं कि उनकी लंबित मांग थी, जिसे केंद्र सरकार ने दिया है. केंद्रीय मंत्री और बक्सर के सांसद अश्वनी कुमार चौबे ने नीतीश कुमार और लालू यादव पर जमकर हमला बोला. अश्वनी कुमार चौबे ने कहा कि वह कर्पूरी ठाकुर को करीब से जानते थे. नीतीश कुमार और लालू यादव के साथ छात्र राजनीति में भी रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि लालू यादव और नीतीश कुमार ने सबसे ज्यादा कर्पूरी ठाकुर को बेइज्जत किया है. उन्हें अलग-अलग उपनामों से पुकारते थे।

केंद्र में मंत्री थे तब क्यों नहीं दिलवाया भारत रत्न

अश्वनी चौबे ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों और पिछड़ों के लिए काम करते हैं. उन्हें पता है किन्हें कब, कितना सम्मान देना है. आज अति पिछड़ा के सपूत कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर उन्होंने गरीबों और अति पिछड़ों को जो सम्मान दिया है वह आज तक किसी ने भी नहीं दिया. अश्वनी चौबे ने लालू यादव और तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लेते हुए बड़े भाई- छोटे भाई दोनों केंद्र में मंत्री थे. बड़े भाई तो हर सरकार में अपनी दाएं और बाएं जेब में प्रधानमंत्री को रखते थे. अब तक उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न क्यों नहीं दिलवा दिया. यह सिर्फ गरीबों और पिछड़ों को ठगते हैं।

“कर्पूरी ठाकुर के नाम पर राजनीति करने वाले, उनके नाम पर वोट बैंक हड़पने वालों को कर्पूरी ठाकुर के किए गए कार्यों से कोई लेना-देना नहीं है. लालू यादव तो कर्पूरी ठाकुर से इतनी नफरत करते थे कि उन्हें कपटी ठाकुर कहते थे. उन्हें समस्तीपुर से चुनाव नहीं लड़ने देते थे. अब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान दिया है तो घड़याली आंसू बहा रहे हैं.”- अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री

एनडीए में नीतीश कुमार की नो इंट्री

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिये जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है. अश्विनी चौबे से यह सवाल किया गया कि क्या नीतीश के गठबंधन में आने की संभावहा है, अश्विनी चौबे ने कहा कि अब कोई सवाल ही नहीं पैदा होता है कि नीतीश कुमार को हम लोग अपने गठबंधन में रखेंगे. यह मुंह में राम बगल में छुरी रखने वाले लोग हैं. यह इतनी बार पलट चुके हैं कि इन पर विश्वास करना मुश्किल है. अब उन्हें दोबारा अपने गठबंधन में वापस नहीं लेंगे. ये बात-बात पर पलट जाते हैं।

‘बहुत कम दिनों के मेहमान हैं ललन सिंह’, ये क्या बोल गए केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे?

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बिहार की राजनीति में फेरबदल को लेकर बयानबाजी तो होती रहती है, लेकिन कभी-कभी नेता ऐसी बात बोल जाते हैं, जिसका अर्थ ही अलग निकल जाता है. आश्वासन बाबा से पहचान बनाने वाले केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ललन सिंह को लेकर बड़ा बयान दिया है. आखिर ललन सिंह को क्या होने वाला है, जिसको लेकर उन्होंने इतनी बड़ी बात कह दी।

ललन सिंह को भी लपेटे में ले लिया

दरअसल, रविवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे मीडिया के सामने बयान दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज तो कसा ही साथ ही ललन सिंह को भी लपेटे में ले लिया.उन्होंने कहा कि “मुझे लग रहा है कि ललन सिंह अब बहुत कम दिनों के मेहमान हैं.” अश्विनी चौबे ने जिस तरह से ललन सिंह के बारे में बयान दिया है, यह सच में हैरान करने वाला है।

“मैंने पहले ही कहा था कि जदयू भानुमती का पिटारा है. यह आज है, कल है लेकिन आगे रहेगा इसका कोई ठीक नहीं है. लालू जी ने नीतीश जी के पेट में दांत का इलाज उन्हीं के डॉक्टर (ललन सिंह) से कराने का काम किया. मुझे लग रहा है कि ललन सिंह अब बहुत कम दिनों के मेहमान हैं.”-अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री

क्या इसलिए पद से हटे ललन सिंह?

बता दें कि 29 दिसंबर को दिल्ली में जदयू की बैठक में ललन सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद नीतीश कुमार ने जिम्मेदारी संभाली है. चर्चा है कि ललन सिंह राजद के साथ मिलकर तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए एक गुप्त बैठक की थी. इसी कारण उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है।

जदयू भानुमति का पिटारा

ऐसी चर्चा है कि नीतीश कुमार को राजद से खतरा महसूस हुआ. इसके बाद उन्होंने ऐसा फैसला लिया है. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे जदयू को भानुमति का पिटारा बताया. कहा कि जदयू आज है लेकिन कल रहेगी इसका कोई ठीक नहीं है. अनिश्चितिता की स्थिति बनी हुई है. इसका क्या मतलब जदयू खत्म होने वाली है?

लालू यादव ने नीतीश का इलाज कराया

अश्विनी चौबे ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार के पेट में दांत का इलाज उन्हीं के डॉक्टर (ललन सिंह) से कराने का काम किया. ये ठीक है कि इलाज अधूरा रहा लेकिन इलाज अच्छा हो जाएगा. मुझे लग रहा है कि ललन सिंह अब बहुत कम दिनों के मेहमान हैं. अब जल्दी ही इनकी विदाई होगी।

लालू यादव ने नीतीश का इलाज कराया

अश्विनी चौबे ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार के पेट में दांत का इलाज उन्हीं के डॉक्टर (ललन सिंह) से कराने का काम किया. ये ठीक है कि इलाज अधूरा रहा लेकिन इलाज अच्छा हो जाएगा. मुझे लग रहा है कि ललन सिंह अब बहुत कम दिनों के मेहमान हैं. अब जल्दी ही इनकी विदाई होगी.