बिहार लोक सेवा आयोग ने बुधवार 20 मार्च को शिक्षक बहाली के तीसरे चरण की परीक्षा में पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला लिया है. आयोग ने 15 मार्च की हुई दोनों पालियों की परीक्षा को रद्द कर दिया है. बीपीएससी द्वारा परीक्षा रद्द किए जाने के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर हमला बोला है. सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ‘आखिरकार मजबूत विपक्ष और परीक्षार्थियों की बुलंद आवाज के चलते मजबूर सरकार को पेपर रद्द करना पड़ा।

तेजस्वी यादव ने कहा कि जब हम सत्ता पक्ष में थे तो 17 महीनों में 4 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी. किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक नहीं होने दिया. हमारे द्वारा स्वीकृत तीसरे चरण की एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा में हमारे हटते ही पेपर लीक हो गया. बिहार सरकार मानने को तैयार ही नहीं थी कि पेपर लीक हुआ है, लेकिन आखिरकार मजबूत विपक्ष और परीक्षार्थियों की बुलंद आवाज के चलते मजबूर सरकार को पेपर रद्द करना पड़ा।

राजद नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को पटना एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करते हुए पेपर लीक को लेकर सवाल उठाया. उन्होंने कहा था कि बिहार में माफिया राज आ गया है. इसलिए परीक्षा के एडमिट कार्ड के पीछे उत्तर लिखा हुआ मिलता है. उन्होंने कहा कि 17 महीने के कार्यकाल में कहीं भी पेपर लीक नहीं हुआ. उन्होंने कहा था कि “कुछ लोग माफिया राज खत्म करने की बात करते हैं लेकिन हो क्या रहा है? हमलोगों ने 70 दिनों के अंदर 2 लाख लोगों को नियुक्ति पत्र बांटने का काम किया. भाजपा का जहां राज रहा है वहां पेपर लीक हुआ है।


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