यूपी के कौशांबी जिले में जहरीली टॉफी खाने से बीमार हुई एक और बच्ची ने इलाज के दौरान रविवार को दम तोड़ दिया। जहरीली टॉफी खाने से दो बच्चियों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि जिले के कड़ा धाम थाना क्षेत्र के सौरई बुजुर्ग गांव में बुधवार की रात को वासुदेव प्रजापति की दो बेटियां साधना (सात) और शालिनी (चार) घर की छत पर सो रही थीं। पुलिस के मुताबिक, रात में प्रजापति के पड़ोसी शिव शंकर ने कथित रूप से जहरीली टॉफियां बच्चियों के बिस्तर के पास फेंक दी थीं, जिन्हें साधना और शालिनी ने उठा लिया था और उन्होंने अपनी दो चचेरी बहनों वर्षा (सात) व आरुषि (चार) के साथ मिल बांटकर इन टॉफियों को खा लिया।
पुलिस ने बताया कि टॉफियां खाने के बाद चारों की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिजन पहले उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, इस्माइलपुर लेकर गए, लेकिन वहां स्थिति में ना सुधार होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिला अस्पताल से गुरुवार की शाम चारों बच्चियों को गंभीर हालत में प्रयागराज के सरोजिनी नायडू बाल चिकित्सालय रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान साधना और शालिनी की मौत हो गई।
टॉफी फेंकने के आरोप में मामला दर्ज
उन्होंने बताया कि आज सुबह इलाज के दौरान वर्षा की भी मौत हो गई, जबकि चौथी बच्ची आरुषि की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जहरीली टॉफी फेंकने के आरोप में शिव शंकर के विरुद्ध प्रजापति की तहरीर पर हत्या समेत संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
श्रीवास्तव के मुताबिक, आरोपी शिव शंकर (37) ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसकी पहली पत्नी ने साल भर पहले फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी और फिर उसकी दूसरी पत्नी ने भी दो माह पहले जहर खाकर अपनी जान दे दी थी। उसने पुलिस को बताया कि इसके बाद आस-पड़ोस के लोग उसके ऊपर टीका टिप्पणी करते थे, जिसके कारण बदले की भावना से ग्रस्त होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया है।
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