अमेरिका ने जॉर्डन में अपने सैनिकों पर हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया (असैनिक लड़ाकों) और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के 85 ठिकानों पर हमले किए।
इन हमलों में कितने लोगों की मौत हुई, अभी तक जानकारी नहीं मिल पाई है। जॉर्डन में ईरान समर्थित समूह के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी और 40 से अधिक सैनिक घायल हो गए थे।
यूएस सेंट्रल कमांड के अनुसार, अमेरिकी सैन्य बलों ने 85 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया। हमले में अमेरिका से भेजे गए बमवर्षक विमानों सहित कई विमान शामिल थे।
इराक ने 16 मौत का दावा किया शुक्रवार रातभर हुए अमेरिकी हवाई हमलों में 16 लोग मारे गए, जिनमें नागरिक भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के कार्यालय ने यह जानकारी दी।
नुकसान पहुंचाया तो जवाब देंगे बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और शीर्ष अमेरिकी नेता कई दिनों से चेतावनी दे रहे थे कि अमेरिका मिलिशिया समूहों पर जवाबी हमला करेगा। अमेरिका द्वारा शुक्रवार को हमले किए जाने के बाद बाइडन ने एक बयान जारी कर कहा कि यदि आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे, तो हम जवाब देंगे।
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