मावा एक ऐसा मिल्क प्रोडक्ट है, जिससे न जानें कितनी तरह की मिठाइयां तैयार की जाती हैं। ऐसी बहुत कम मिठाइयां हैं, जिसमें मावा न पड़ता हो।बाजार में चमकती रंग-बिरंगी मिठाई मावे से ही बनाई जाती हैं।

मावा एक ऐसा मिल्क प्रोडक्ट है, जिससे न जानें कितनी तरह की मिठाइयां तैयार की जाती हैं. ऐसी बहुत कम मिठाइयां हैं, जिसमें मावा न पड़ता हो. बाजार में चमकती रंग-बिरंगी मिठाई मावे से ही बनाई जाती हैं. लेकिन आजकल मावे में बड़ा घालमेल चल रहा है. फूड माफिया बड़े पैमाने पर नकली मावा तैयार कर रहे हैं. ये नकली मावा मार्केट में हलवाइयों को सप्लाई किया जाता है, जिससे वो मिठाइयां बनती हैं जो हम बड़े चाव से खाते हैं. नकली मावे से बनी मिठाइयों के सेवन से हम न केवल बीमार पड़ जाते हैं, बल्कि हमारे पैसों की भी बर्बादी होती है. ऐसे में हमारे सामने बड़ी चुनौती यह होती है कि असली व नकली मावे की पहचान कैसे की जाए. क्योंकि अगर हमें पहचान नहीं है तो हम भी नकली मावे को सेवन कर सकते हैं।

नकली मावा (खोया) को पहचानना कई बार मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ तरीके हैं जिनसे आप असली और नकली मावा को पहचान सकते हैं।ये हैं कुछ सामान्य उपाय:

रंग: असली मावा साफ सफेद या क्रीमी होता है, जबकि नकली मावा कभी-कभी ज्यादा चमकदार और गहरा हो सकता है।

गंध: असली मावा की सुगंध आमतौर पर सादी और मिठास से भरी होती है, जबकि नकली मावा में आमतौर पर अधिक गंध होती है, जो कभी-कभी असहज हो सकती है।

टेक्स्चर: असली मावा में मुलायमी और सांतुलन होता है, जबकि नकली मावा कठोर और अनुज की तरह हो सकता है।

रूपरेखा और ग्रैनिंग: असली मावा की रूपरेखा और ग्रैनिंग सामान्यत: अच्छी और समान होती है, जबकि नकली मावा में अनियमितता हो सकती है।

पिघलाव: असली मावा गरमता में बहुत जल्दी पिघलता है, जबकि नकली मावा में पिघलाव की प्रतिक्रिया कम हो सकती है या केवल थोड़ी देर तक ही पिघलता है।

टेस्ट: असली मावा का टेस्ट मीठा और स्वादिष्ट होता है, जबकि नकली मावा अक्सर अधिक चटपटा होता है और अजीब स्वाद का हो सकता है।

इन संकेतों का ध्यान रखकर, आप असली और नकली मावा को पहचान सकते हैं. यदि आपको संदेह है, तो विश्वसनीय और प्रमुख ब्रांड के उत्पादों का चयन करना सुरक्षित हो सकता है।