प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच मालदीव ने चीन से ज्यादा पर्यटक भेजने की गुहार लगाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच मालदीव ने चीन से ज्यादा पर्यटक भेजने की गुहार लगाई है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से गुहार लगाई है कि वो उनके देश में अपने यहां से ज्यादा से ज्यादा पर्यटक भेजने का प्रयास करें. आपको बता दें कि राष्ट्रपति मोइज्जू ने ये बातें फ़ुज़ियान प्रांत
भाषण में चीन समर्थित नेता के तौर पर दिखे मुइज्जू
इस दौरान दोनों देशों के बीच मालदीव में एक एकिकृत पर्यटन क्षेत्र विकसित करने के लिए 50 मिलियन यूएस डॉलर का समझौता भी हुआ. चीन और मालदीव के रिश्तों में यह गर्माहट पीएम मोदी को लेकर मालदीव के कुछ मंत्रियों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद पैदा हुई राजनयिक तनाव के दौरान देखने को मिली. अपने भाषण में मोहम्मद मुइज्जू एक चीन समर्थित नेता के तौर पर दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का पूरा फोकस मालदीव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर है. इसके साथ ही उनका फोकस चीन के साथ 2014 में साइन हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को जल्दी से जल्दी लागू करने पर भी है. उन्होंने कहा कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट दोनों देशों के बीच एक मजबूत व्यापारिक संबंधों का आधार है. फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का उदेश्य द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना है. खासकर चीन को निर्यात होने वाले फिश प्रोडक्ट्स में वृद्धि करना एफटीए की मुख्य कड़ी है।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ बॉयकॉट मालदीव
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था. इस दौरान पीएम ने वहां की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थी. पीएम मोदी तस्वीरों के कैप्शन में भारतवासियों ने एकबार लक्षद्वीप आने की अपील भी की थी. मालदीव ने पीएम मोदी के लक्षद्वीप के दौरे के अपने पर्यटन के लिए चुनौती के रूप में देखा. यही नहीं पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के जवाब में मालदीव के कुछ नेताओं ने पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की. पीएम मोदी पर टिप्पणियों के बाद भारतीयों ने सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव के नाम से अभियान चला दिया, जिसके कुछ देर बाद ही बॉयकॉट मालदीव ट्रेंड होने लगा।
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