Share

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में आगामी 20 मई को सारण में चुनाव कराये जायेंगे। जहाँ राजद की ओर से लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के राजीव प्रताप रूडी से हैं। जहाँ दोनों प्रत्याशियों के बीच मुकाबला दिलचस्प हो गया है। इस लोकसभा सीट को लालू परिवार का पारंपरिक सीट माना जाता है। लेकिन भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से लालू परिवार का यहाँ से पुरानी जंग चलती आई है।

इस जंग की शुरुआत होती है 1977 से, जहाँ 28 साल के युवा लालू यादव ने छपरा सीट पर लगातार तीन चुनाव जीत चुके कांग्रेस के रामशेखर प्रसाद सिंह को हरा दिया। तीन साल बाद फिर मध्यावधि चुनाव हुई। जनता पार्टी में टूट हो चुकी थी। जनता पार्टी के टिकट पर सत्यदेव सिंह मैदान में रहे, जबकि लालू प्रसाद यादव जनता पार्टी (सेकुलर) के उम्मीदवार थे। बेहद कड़े मुकाबले में लालू को इस बार हार मिली। सत्यदेव सिंह महज 8,781 वोटों जीत दर्ज करने में सफल रहे। इसके बाद लालू 1989 में यहाँ से विजयी हुए।

2004 में लालू इस सीट से फिर चुनाव में उतरे और बीजेपी को राजीव प्रताप रूडी को हरा दिया। लेकिन 2009 में नए परिसीमन के बाद हुए चुनाव में छपरा लोकसभा सीट का अस्तित्व खत्म हो गया। इसे सारण का नाम दिया गया। 2009 में लालू फिर यहाँ राजीव प्रताप रूडी को हराकर सांसद बने।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading