मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि लोकसभा चुनाव के बाद नल-जल योजना में हुई गड़बड़ी की जांच होगी। इस योजना में जिस भी संवदेक अथवा पदाधिकारी ने गड़बड़ी की है, उनपर हर हाल में कार्रवाई होगी। साथ ही ग्रामीण सड़कों की मरम्मति में हुई लापरवाही की जांचकर दोषियों को दंडित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री रविवार को मुंगेर लोकसभा के सूर्यगढ़ा विधानसभा के माणिकपुर में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि मुझे इन योजनाओं में हुई गड़बड़ी की जानकारी दी गयी है। इसकी गंभीरता से जांच होगी। इससे पहले मुंगेर में एनडीए उम्मीदवार सह निवर्तमान सांसद ललन सिंह ने भी अपने भाषण में नल-जल योजना और सड़कों की अच्छी मरम्मत नहीं किये जाने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने लोगों का आह्वान किया कि आप सभी जाति नहीं, विकास के नाम पर वोट करें। मैंने सभी के उत्थान और विकास के लिए कार्य किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, कृषि, सिंचाई आदि क्षेत्रों में कार्य किया गया है।

2006 में पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने एक-एक कार्य किया है। 2006 में पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। बिहार में जाति आधारित गणना कराकर गरीबों के कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। आरक्षण का दायरा 15 प्रतिशत बढ़ाया गया। सीएम ने कहा कि जिन लोगों ने 2005 के पहले शासन किया, उन्होंने अपने हित में कार्य किया। इसलिए गड़बड़ करने वाले लोगों के चक्कर में नहीं पड़ना है और विकास करने वाले को वोट देकर जिताना है।

साथ रहकर गड़बड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा

समस्तीपुर की चुनावी सभा में बिना किसी नेता का नाम लिये मुख्यमंत्री ने कहा कि गड़बड़ी करनेवालों को चुनाव के बाद मुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि साथ रहकर गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों की जीत होगी। उन्होंने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए समस्तीपुर में एनडीए उम्मीदवार शांभवी चौधरी को भारी मतों से जिताने की अपील की। सीएम ने कहा कि 2025 के विस चुनाव के पहले तीन लाख स्थायी नये पदों का सृजन होगा। दस लाख सरकारी नौकरी का वायदा पूरा करेंगे।

मुख्यमंत्री बोले, 2005 से पहले नहीं हुआ काम

सीएम ने कहा कि 2005 से मुझे कार्य करने का मौका मिला। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके पहले जिन लोगों ने शासन किया, उन्होंने कोई काम नहीं किया। लोग घरों से शाम ढलने के बाद अपराधियों के भय से निकलते नहीं थे। हमारी सरकार ने कानून का राज स्थापित किया। पूर्व की सरकार केवल हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा करवाने में रहती थी। पढ़ाई लिखाई का स्तर गिरा हुआ था। स्वास्थ्य सेवा बदतर अवस्था में थी। कहीं भी सड़क और पुल नहीं थे।


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