हरियाणा की सीमाओं पर राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने के लिए तैयार किसानों की भारी भीड़ के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बुधवार को कहा कि केंद्र सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्स पर लिखा, “चौथे दौर के बाद सरकार पांचवें दौर में एमएसपी की गारंटी की मांग, फसल विविधीकरण, पराली मुद्दा, एफआईआर जैसे सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।”
शांति बनाए रखना जरूरी-मुंडा
“मैं किसान नेताओं को फिर से चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। हमारे लिए शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है।” किसान संघ के नेताओं ने सोमवार को सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल के लिए एमएसपी पर दालें, मक्का और कपास खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह किसानों के हित में नहीं है। यह घोषणा किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह दल्लेवाल ने बैठक कर की।
एकमात्र रास्ता बातचीत ही है-मुंडा
तीन केंद्रीय मंत्रियों – पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय – के एक पैनल ने रविवार को चंडीगढ़ में चौथे दौर की वार्ता के दौरान किसानों को यह प्रस्ताव दिया। इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए और अधिक बातचीत करने की अपील करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने मीडिया से कहा, “हम अच्छा करना चाहते हैं, और ऐसा करने के लिए कई राय दी जा सकती हैं। हम हमेशा अच्छी राय का स्वागत करते हैं… इसका एकमात्र रास्ता बातचीत ही है। बातचीत से समाधान जरूर निकलेगा।”
सरकार ने बातचीत की पेशकश की-बीजेपी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने यहां भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ‘‘कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बातचीत की पेशकश की है। चर्चा और संवाद से ही समाधान निकलेगा।’’ उन्होंने कहा कि सरकार खुले मन से चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘किसानों से हमारी अपील है कि शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकलना चाहिए।’’ प्रसाद ने कहा कि भाजपा-नीत केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कितना काम किया है, यह कई बार बताया जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘किसानों का विकास हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता है और रहेगी।’’
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