उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद भक्तों की सुविधा पर काम तेज किया गया है। भगवान राम ने अयोध्या से दक्षिण भारत को एक सूत्र में बांधा था। वनवास के दौरान वे लंका तक गए। कहते हैं कि विजयादशमी पर रावण पर विजय के बाद भगवान राम को पुष्पक विमान से अयोध्या पहुंचने में 20 दिन लग गए थे।

इस कारण विजयादशमी के 20 दिन बाद दिवाली मनाई जाती है। लेकिन, दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों से शुरू होने वाली विमान सेवा कुछ घंटे में भक्तों को भगवान श्रीराम के दरबार तक पहुंचाने में मददगार साबित होगा। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद रामनगरी दक्षिण भारत के बड़े शहरों से सीधे हवाई सेवा के जरिए जुड़ेगी।

पीएम मोदी 25 को कर सकते हैं उद्घाटन

दक्षिण भारत के तीन बड़े शहर बेंगलुरु, चेन्नै और हैदराबाद से अयोध्या के लिए फ्लाइट सेवा शुरू होगी। इसके लिए कई एयरलाइंस ने रुचि दिखाई है। इसके अलावा मुंबई को भी अयोध्या से सीधे जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को अयोध्या में बन रहे श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्‌घाटन कर सकते हैं। एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने के बाद जनवरी से दिल्ली-अयोध्या और अहमदाबाद- अयोध्या की फ्लाइट्स शुरू होंगी। ये दोनों फ्लाइट्स इंडिगो एयरलाइंस की होंगी।

अयोध्या से दिल्ली एयरपोर्ट के लिए पहली उड़ान 6 जनवरी को शुरू होगी। अहमदाबाद के लिए उड़ान 11 जनवरी से शुरू होगी। अहमदाबाद से अयोध्या तक का सफर 1.15 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। अहमदाबाद की फ्लाइट हफ्ते में तीन दिन होगी। जल्द फ्लाइट का टाइम टेबल जारी कर दिया जाएगा।

क्या है वजह?

प्रदेश में हर साल बड़े पैमाने पर धार्मिक पर्यटक दक्षिण भारत से आते हैं। अभी तक ये पर्यटक वाराणसी तक सीमित रहते थे। मगर सरकार को उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर तैयार होने के बाद अयोध्या में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ेगी। यही वजह है कि एयरलाइन कंपनियां अयोध्या से अपनी फ्लाइट शुरू करने की इच्छुक हैं। एयरलाइंस कंपनियां इस बात का अध्ययन भी कर रही हैं कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पर्यटन की क्या स्थिति होगी। अयोध्या और आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग दक्षिण भारत जाते हैं। इसका भी फायदा एयरलाइन कंपनियों को मिलेगा।


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