महाराष्ट्र के ठाणे के कल्याण से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐतिहासिक दुर्गाडी किले पर दावा करने वाले सुयश शिर्के सातवाहन नाम के व्यक्ति के खिलाफ महात्मा फुले पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। शिर्के सातवाहन यहां मालशेज घाट वन क्षेत्र और पर्यटन स्थल विकास समिति के अध्यक्ष बताए जा रहे हैं। सुयश शिर्के सातवाहन के ऊपर आरोप हैं कि इन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दुर्गाडी किले की जमीन अपने नाम पर बदलने की कोशिश की है।

जमीन के टुकड़े को लेकर दिया था थाने में आवेदन

दरअसल, कल्याण में दुर्गाडी किला एक शिवकालीन स्थान है, जो ठाणे जिलाधिकारी के अधिकार क्षेत्र में आता है। मालशेज घाट वन क्षेत्र और पर्यटन स्थल विकास समिति के अध्यक्ष शिर्के सातवाहन ने कल्याण तहसील कार्यालय में एक आवेदन किया था। इस आवेदन के जरिए उन्होंने जमीन के एक टुकड़े पर अनापत्ति प्रमाणपत्र मांगा था। यह आवेदन जांच के लिए ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय में गया। वहां जांच करने के बाद आवेदन पत्र दोबारा कल्याण तहसीलदार कार्यालय में भेजा गया।

पेश किए गए दस्तावेज प्रमाणित नहीं

इसके बाद कल्याण तहसील कार्यालय की मंडल अधिकारी प्रीति गुडे ने इस मामले में महात्मा फुले पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है कि शिरके सातवाहन ने जिस जगह के लिए आवेदन किया है, उस जगह पर दुर्गाडी किला है। मंडल अधिकारी के मुताबिक दुर्गाडी किले की जमीन पर दावा करने वाले शिर्के सातवाहन द्वारा पेश किए गए दस्तावेज प्रमाणित नहीं थे और यह भी प्रतीत हुआ कि यह कागजात पंजीकृत नहीं है।

शख्स पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज

इस मामले पर मंडल अधिकारी गुडे ने कहा कि आगे के निरीक्षण और जांच में शिर्के के दस्तावेज संदेहास्पद, नकली और फर्जी पाए गए। गुडे ने वही रिपोर्ट कल्याण के तहसीलदार जयराज देशमुख को सौंपी। इसके बाद तहसीलदार देशमुख के आदेश के अनुसार, गुडे ने महात्मा फुले पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में शिर्के के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इस संबंध में कल्याण के तहसीलदार जयराज देशमुख का कहना है कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर दुर्गाडी किले की जगह को अपने नाम करने की कोशिश की गई है और इसकी शिकायत महात्मा फुले पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है।


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