Business Idea : अगर आप गांव में रहते है और अपना कोई बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं जिसमें कम निवेश में अच्छी कमाई हो तो आज हम आपको एक ऐसा ही बिजनेस आइडिया के बारे बताने जा रहे हैं। यह शानदार बिजनेस है कुल्हड़ बनाने का बिजनेस (Kulhad making Business )। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए ज्यादा पूंजी की भी आपको जरुरत नहीं है, इसे आप मात्र 5,000 रुपये के मामूली निवेश से भी शुरू कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए सरकार भी आपको मदद देती है।

आपने अपने क्षेत्र में हर गली, हर नुक्कड़ और चौक चौराहों पर कुल्हड़ वाली चाय की की दुकान देखी होगी। वैसे तो आज कल इन दुकानों में दूकानदार प्लास्टिक के कप में चाय ज्यादा बेचा करते हैं। लेकिन स्वास्थ्य कारणों और पर्यावरण के लिहाज से सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगा दिया है। ऐसे में कुल्हड़ एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरकर सामने आया है।

कैसे बनते है कुल्हड़ :

कुल्हड़ बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में एक अच्छी क्वालिटी की मिट्टी की जरुरत होती है। इस मिटटी कप किसी नदी या फिर तालाब के आसपास मिल जाती है। इस मिट्टी को एक सांचे में रखकर चाक से घुमाकर कुल्हड़ तैयार किया जाता है। कुल्हड़ तैयार होने के बाद इसे मजबूत करने के लिए इसे आग में पकाना होता है। इसके लिए लकड़ी या कोयले की एक भट्टी की आवश्यकता होती है। भट्टी में बनी हुई कुल्लड़ को पकाया जाता हैं। इस प्रकार मिट्टी का तैयार कुल्हड़ बनकर तैयार हो जाता है। जिसका उपयोग दुकानदात चाय बेचने के साथ साथ दही और आइसक्रीम बेचने के लिए भी उपयोग करते हैं।

कुल्हड़ बनाने की मशीन :

पुराने ज़माने में कुल्हड़ बनाने के लिए हाथ से चलने वाली चाक का उपयोग किया जाता था। लेकिन अब बिजली से चलने वाली चाक भी बाजार में आ गयी है। जिसकी मदद से आप आसानी से और काम समय में ज्यादा मात्रा में कुल्हाड़ बना सकते हैं। इस मशीन को खरीदने के लिए सरकार द्वारा आर्थिक मदद भी दी जाती है। इसके लिए खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के कुल्हड़ बनाने का प्रशिक्षण और सब्सिडी पर मशीन भी दी जाती है और सरकार इन बने हुए कुल्ह़ड़ों को अच्छी‍ कीमत पर खरीदती भी है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना के अनुसार केंद्र सरकार के द्वारा 25,000 इलेक्ट्रिक चाक बांटे गए हैं।

कुल्हड़ की है बंपर डिमांड :

बता दें कि केंद्र सरकार ने देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है। जिसके कारण रेलवे स्टेशनों (Railway Station), बस डिपो (Bus Depot), एयरपोर्ट (Airport), मॉल (Mall) और रेस्टोरेंटों में जल्द ही कुल्हड़ की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इस वजह से भविष्य में इस बिजनेस में बंपर कमाई होने वाली है।

कुल्हड़ के बिजनेस में कितना होगा निवेश :

कुल्हड़ का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कम से कम 5,000 रुपये का निवेश करना होगा। यह राशि आपको केवल एक बार ही निवेश करनी होगी। जो कि कुल्हड़ बनाने मशीनरी और कच्चे माल यानि मिट्टी के लिए करना होगा। इसके बाद आप अपने घर के दरवाजे या किसी खुले जगह पर भी अपना कुल्हड़ बनाने की फैक्ट्री लगा सकते हैं।

कुल्हड़ के बिजनेस से कितनी होगी कमाई?

बता दें कि देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बंद होने के बाद चाय के कुल्हड़ की मांग काफी बढ़ गयी है। कुल्हड़ बेहद किफायती होने के साथ-साथ पर्यावरण के लिहाज से भी सुरक्षित है। वर्तमान में चाय के कुल्हड़ का भाव करीब 50 रुपये सैकड़ा है। इसी तरह दूध, दही एवं लस्सी के लिए कुल्हड़ की कीमत 150 रुपये सैकड़ा, तो आइस क्रीम के कुल्हड़ की कीमत भी 50 रुपये से 150 रुपये सैकड़ा चल रही है। मांग बढ़ने पर इसके अच्छे रेट मिलने की भी संभावना है।


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