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कौन होगा संयोजक, किसे मिलेंगी कितनी सीटें… INDIA गठबंधन की अहम बैठक आज, ममता ने किया किनारा

इंडिया गठबंधन अभी तक चार बैठकें कर चुका है, इसमें सीट बंटवारे से लेकर अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई, लेकिन अब भी इसमें शामिल दलों के बीच तकरार जारी है। सीट बंटवारे की स्थिति साफ नहीं है।

आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के विजयी रथ को रोकने के लिए बने I.N.D.I.A ब्लॉक के शीर्ष नेता आज शनिवार (13 जनवरी) को एक वर्चुअल मीटिंग करेंगे. इसमें गठबंधन को मजबूत करने, सीट बंटवारे पर रणनीति बनाने और अलायंस के संयोजक के चयन को लेकर चर्चा होगी. हालांकि तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल नहीं होंगी. बताया जा रहा है कि वह किसी और कार्यक्रम में व्यस्त रहेंगी।

सूत्रों के मुताबिक, आज की बैठक में सबसे अहम चर्चा विपक्षी गठबंधन के संयोजक की नियुक्ति पर होगी. जेडीयू नीतीश कुमार को संयोजक बनाना चाहती है, लेकिन बताया जा रहा है कि टीएमसी इसका विरोध कर रही है. बता दें कि इससे पहले भी इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने वर्चुअल मीटिंग में इन सब मुद्दों पर चर्चा की कोशिश की थी, लेकिन तब बात नहीं बन पाई थी।

टीएमसी ने कहा, बीजेपी को हराने के लिए प्रतिबद्ध

वहीं, टीएमसी सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार शाम को बैठक के बारे में जानकारी दी गई थी, लेकिन शनिवार को सीएम ममता बनर्जी के कई कार्यक्रम पहले से निर्धारित हैं, ऐसे में वह इस बैठक में शामिल नहीं हो सकती हैं. पार्टी इंडिया ब्लॉक और बीजेपी को हराने के लिए प्रतिबद्ध है।

सुबह 11:30 बजे से शुरू होगी बैठक

कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, इंडिया पार्टी के नेता 13 जनवरी 2024 को सुबह 11:30 बजे वर्चुअल बैठक करेंगे. इसमें विभिन्न मुद्दों की समीक्षा की जाएगी।

कई बैठकों के बाद भी नहीं बन पा रही बात

इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सबसे ज्यादा तकरार देखने को मिल रही है. यह खींचतान कई राज्यों में है. इससे पहले भी इंडिया गठबंधन कई मीटिंग कर चुका है. गठबंधन की पहली बैठक पटना में 23 जून 2023 को हुई थी. दूसरी बैठक 17,18 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में हुई थी. गठबंधन ने अपनी तीसरी बैठक मुंबई में 31 और 1 सितंबर 2023 को की थी. चौथी बैठक दिसंबर में दिल्ली में हुई थी. इन सभी मीटिंग में तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन इतनी बैठकों के बाद भी सीट बंटवारे को लेकर तकरार जारी है।

‘पालघर जैसी लिंचिंग’, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में साधुओं पर ‘हमले’ को लेकर बीजेपी का ममता सरकार पर निशाना

बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शाहजहां शेख जैसे अपराधी को संरक्षण दिया जाता है और साधुओं पर हमले हो रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में साधुओं के एक ग्रुप को कथित तौर पर भीड़ के पीटने का वीडियो सामने आया है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामले पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा है. वहीं टीएमसी ने इन आरोपों पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी।

पश्चिम बंगाल बीजेपी ने शुक्रवार (12 जनवरी) को पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय की ओर से शेयर किए वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “ममता बनर्जी की गहरी चुप्पी शर्मशार करने वाली. क्या ये साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है”

वायरल वीडियो में क्या?

सोशल मीडिया पर एक 30 सेकेंड की फुटेज वायरल हो रही है जिसमें कथित तौर पर साधुओं के समूह को भीड़ की ओर से निर्वस्त्र करते और उन पर हमला करते हुए देखा जा सकता है. हालांकि एबीपी न्यूज इस वीडियो की प्रमाणिकता का पुष्टि नहीं करता है।

वहीं बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना साल 2020 में महाराष्ट्र के पालघर मॉब लिंचिंग से करते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से चौंका देने वाली घटना सामने आई है. मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा।”

  1. अमित मालवीय ने कहा, बंगाल में हिंदू होना अपराध है. बीजेपी नेता ने कहा, “ममता बनर्जी के शासन में शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है और साधुओं को पीट-पीटकर मार डाला जाता है।”

इस बीच, बीजेपी बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी हमले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “पुरुलिया से चौंकाने वाली घटना. गंगासागर जा रहे साधुओं को टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा, जो पालघर त्रासदी की तरह है. ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है, जबकि साधुओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है. पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है।”

आबकारी घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को चौथा समन, 18 जनवरी को ईडी करेगी पूछताछ

ईडी ने दिल्ली आबकारी मामले में अरविंद केजरीवाल को दो नवंबर, 21 दिसंबर और 3 जनवरी 2024 को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। सीएम तीनों बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को चौथा समन जारी किया. ईडी ने उन्हें दिल्ली आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए चौथी बार समन जारी किया है. ईडी ने  दिल्ली के सीएम को 18 जनवरी को दफ्तर में शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है. अब देखना यह है कि आप  के राष्ट्रीय संयोजक चौथी बार पूछताछ में शामिल होते हैं या नहीं।

इससे पहले ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के सीएम को दो नवंबर 2023, 21 दिसंबर 2023 और 3 जनवरी 2024 को पूछताछ के लिए बुलाया था. तीनों बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हुए. हर बार उन्होंने एक चिट्ठी जारी कर ईडी के समन का गैर कानूनी बताया और इस बात का जवाब मांगा कि आखिर उन्हें प्रवर्तन निदेशालय किस हैसियत से बुलाना चाहता है, पहले वो इस बात को स्पष्ट करे।

ED का समन राजनीति से प्रेरित

आम आदमी पार्टी के नेता भी सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी की ओर से जारी समन को राजनीति से प्रेरित और गैर जरूरी बताते आये हैं. आप नेताओं का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल को भारतीय जनता पार्टी के नेता किसी भी तरह एक साजिश के तहत गिरफ्तार कराना चाहती है. जबकि अरविंद केजरीवाल के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने एक रुपये का भी भ्रष्टाचार नहीं किया है. सीएम अरविंद केजरीवाल खुद बता चुके हैं कि वो जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं. बशर्तें, ईडी दफ्तर में पेश होने से पहले ईडी उनके सवाल को जवाब दे दे. आपने नेताओं यह भी कहना है कि ईडी का यह समन भी पिछले समन की तरह गैर कानूनी है. उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए वापस लेने की मांग की थी।

इंडिया गठबंधन की बैठक आज, संयोजक के नाम पर हो सकता है फैसला

इंडिया गठबंधन की बैठक आज, संयोजक के नाम पर हो सकता है फैसला।

HIGHLIGHTS

  • इंडिया गठबंधन की अहम बैठक आज
  • 14 पार्टियों के शीर्ष नेता होंगे बैठक में शामिल
  • बैठक में शामिल नहीं होंगी ममता बनर्जी
लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए बनाए गए इंडिया गठबंधन की आज (शनिवार) को अहम बैठक होगी. इसमें सीटों के बंटवारे से लेकर गठबंधन के संयोजक के नाम पर भी फैसला होने की उम्मीद की जा रही है. इस बैठक में विपक्षी दलों के बड़े नेता शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक, वर्चुअली होने वाली इस बैठक में गठबंधन को मजबूत करने और सीट-बंटवारे पर रणनीति बनाने के अलावा इंडिया गठबंधन के संयोजक बनाने पर भी चर्चा हो सकती है।

इस बीच खबर आई है कि इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी.  बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी शनिवार को दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त रहने की वजह से शनिवार को होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक में भाग नहीं लेंगी।

14 पार्टियों के नेता होंगे बैठक में शामिल

इंडिया गठबंधन की ये अहम बैठक शनिवार सुबह 11.30 बजे होगी. इस वर्चुअली बैठक में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के स्टालिन, बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत 14 पार्टियों के शीर्ष नेताओं से शामिल होने को कहा गया है. इंडिया गठबंधन की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. जिसमें सीट बंटवारे के साथ गठबंधन का संयोजक बनाने पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. साथ ही नीतीश कुमार के नाम पर पार्टियां मुहर लगा सकती हैं।

हालांकि, टीएमसी इसका विरोध कर रही है. टीएमसी के एक नेता ने इस बात की जानकारी दी कि शुक्रवार शाम बैठक के बारे में सूचना दी गई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री कुछ पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, जिसके चलते वह बैठक में शामिल नहीं होंगी. सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी ने यह भी बात रखी कि बैठक अगले हफ्ते बुलाई जाए. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि टीएमसी इंडिया गठबंधन में बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है।

इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इंडिया गठबंधन के नेता 13 जनवरी की सुबह 11:30 बजे जूम पर बैठक करेंगे. इस बैठक में विभिन्न मुद्दों की समीक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस बैठक में सीट-बंटवारे पर चल रही वार्ता, 14 जनवरी से इंफाल से शुरू हो रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भागीदारी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी चर्चा होगी. बता दें कि इसके अलावा आज दिल्ली में कांग्रेस गठबंधन समिति के सदस्य झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेताओं से मुलाकात करेंगे. मुकुल वासनिक के आवास पर होने वाली इस बैठक में सीट शेयरिंग पर चर्चा हो सकती है।

समंदर पर बने देश के सबसे लंबे पुल का पीएम नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन

अटल सेतु बनने से मुंबई और नवी मुंबई से बीच का रास्ता कम हो गया है. 21 किमी लंबे इस पुल पर के निर्माण में 17,840 करोड़ रुपये लगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (12 जनवरी) को मुंबई में समंदर के ऊपर बने देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया. यह समुद्र के ऊपर बने दुनिया के सबसे लंबे पुलों में से एक है. यह 6 लेन हाईवे है और इस पर एक भी रेड लाइट नहीं है.

3 से ज्यादा बच्चे होने पर महिलाओं को नहीं मिलेगा सरकारी योजनओं का लाभ, इस राज्य की सरकार ने किया एलान

असम सरकार ने ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए वित्तीय सहायता योजना में कुछ नई शर्तों को लागू किया है. इसमें महिलाओं के बच्चों की संख्या सीमा को जोड़ा गया है. अगर सामान्य और ओबीसी श्रेणियों की महिलाएं अगर किसी वित्तीय योजना का लाभ उठाना चाहती हैं तो उनके तीन से अधिक बच्चे नहीं होने चाहिए, जबकि अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अनुसूचित जाति (एससी) की महिलाओं के लिए यह सीमा चार बच्चों तक की है.

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार (11 जनवरी) को मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान (MMUA) की घोषणा करते हुए कहा कि धीरे-धीरे राज्य सरकार की सभी लाभार्थी योजनाएं में इस तरह की जनसंख्या मानदंडों को लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह फैसला 2021 में उनकी घोषणा के अनुरूप है.

इन जनजातियों को मिली छूट
उन्होंने कहा कि हालांकि, MMUA योजना के लिए मानदंडों में फिलहाल ढील दी गई है और एसटी दर्जे की मांग कर रही मोरन, मोटोक और ‘टी ट्राइब्स’ पर भी चार बच्चों की सीमा लागू की गई है. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों में शामिल महिलाओं को ग्रामीण सूक्ष्म उद्यमियों के रूप में विकसित करने में मदद करना है.

‘कारोबार कर सकेंगी महिलाएं’
सरमा ने कहा कि इस योजना को बच्चों की संख्या से इसलिए जोड़ा गया है ताकि महिलाएं पैसे का इस्तेमाल करके अपने कारोबार को स्थापित कर सकें. उन्होंने कहा कि अगर एक महिला के चार बच्चे हैं, तो उसे पैसे खर्च करने का समय कहां मिलेगा,  व्यवसाय करने का समय कहां मिलेगा? वह बच्चों को पढ़ाई कराने में व्यस्त रहेंगी.

इन शर्तों को भी करना होगाा पूरा
बच्चों की संख्या की एक सीमा के अलावा, लाभार्थियों को दो अन्य शर्तें भी पूरी करनी होंगी. अगर उनके पास लड़कियां हैं, तो उन्हें स्कूल में नामांकि करना होगा. अगर लड़की की उम्र स्कूल जाने की नहीं है, तो महिलाओं को एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करना होगा कि समय आने पर उन्हें स्कूल में नामांकित किया जाएगा. साथ ही पिछले साल सरकार के वृक्षारोपण अभियान, अमृत बृक्ष आंदोलन के तहत उन्होंने जो पेड़ लगाए थे, उन्हें जीवित रखना होगा.

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मिला निमंत्रण

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा। इसके लिए आमंत्रण पत्र लोगों को दिया जा रहा है। शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया।

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और आरएसएस नेता राम लाल ने राष्ट्रपति भवन पहुंचकर द्रौपदी मुर्मु को निमंत्रण पत्र दिया।

शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और आरएसएस नेता राम लाल ने राष्ट्रपति भवन पहुंचकर द्रौपदी मुर्मु को निमंत्रण पत्र दिया। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।

कल होगी INDIA गठबंधन की वर्चुअल बैठक, 14 दलों के शीर्ष नेता चुनेंगे संयोजक

खबरें हैं कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर गठबंधन में कई दल सहमत हैं।हालांकि, टीएमसी चीफ और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस पर अभी रूख साफ नहीं हुआ है।

28 विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की अगली बैठक शनिवार को होने जा रही है. यह बैठक ऑनलाइन होगी. जानकारी के मुताबिक, यह बैठक आज शाम होने वाली थी, लेकिन कांग्रेस नेताओं की व्यस्तता के चलते बैठक टाल दी गई, अब ये बैठक शनिवार की सुबह 11 बजे वर्चुअल होगी. वर्चुअल बैठक का संचालन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे. संभव है कि जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाने की घोषणा हो सकती है.  बैठक में आरजेडी प्रमुख लालू यादव, तेजस्वी यादव के अलावा उद्धव ठाकरे, संजय राउत भी शामिल होंगे. खबरें हैं कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर गठबंधन में कई दल सहमत हैं. हालांकि, टीएमसी चीफ और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस पर अभी रूख साफ नहीं हुआ है. दिल्ली में हुई बैठक में ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम चेहरा का प्रस्ताव रखा था. ममता के प्रस्ताव पर अरविंद केजरीवाल समेत 12 दलों ने समर्थन किया था।

कल होने वाली बैठक अहम
शनिवार को होने वाली विपक्षी गठबंधन की बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि गठबंधन में सीट शेयरिंग पर अंतिम मुहर लगेगी. साथ ही संयोजक के नाम का ऐलान किया जाएगा. कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति आए दिन सीट बंटवारे को लेकर राज्यवार चर्चा कर रही है।

यूक्रेन के हाथ मजबूत करेगा ब्रिटेन, जेलेंस्की से मिले ब्रिटिश PM ऋषि सुनक, मदद का किया ऐलान

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस जंग में यूरोप और अमेरिका का यूक्रेन को साथ है। ब्रिटेन की बात की जाए तो ब्रिटेन और यूक्रेन के बीच दशकों पुराने राजनयिक रिश्ते हैं। रूस से जंग के बीच यूक्रेन को ब्रिटेन से बड़ी सहायता मिलने वाली है। ब्रिटेन यूक्रेन के हाथ मजबूत करेगा। इसी उद्देश्य से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच मुलाकात हुई है। सुनक ने यह मुलाकात यूक्रेन में की। इस मुलाकात के बीच ऋषि सुनक ने यूक्रेन दौरे पर 2.5 बिलियन पाउंड के राहत और पुनर्वास पैकेज का ऐलान किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रिटेन ने भरोसा दिलाया है कि अगर रूस भविष्य में दोबारा यूक्रेन पर हमला करेगा तो ब्रिटेन ‘त्वरित और निरंतर’ सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। सुनक ने यूक्रेन में राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी मुलाकात की।

यूक्रेन के दौरे पर पहुंचे सुनक

दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात के बारे में पॉलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक सुनक शुक्रवार सुबह यूक्रेन दौरे पर पहुंचे। उन्होंने मानवीय सहायता और सुरक्षा की गारंटी देने के साथ-साथ 2.5 बिलियन पाउंड क सैन्य मदद का आश्वासन दिया। भारतीय करेंसी में कुल मदद 2.64 खरब रूपये से भी अधिक है। बीते लगभग दो साल से जारी युद्ध के दौरान यूक्रेन ने रूसी सेना के हमले को नाकाम करने की कसम खाई है। ब्रिटेन यूक्रेन की मदद कर रहा है। सुनक ने यूक्रेन पहुंचने के बाद कहा, वह यूक्रेन के सबसे बुरे दौर में भी साथ खड़े रहेंगे।

विदेश मंत्री जयशंकर ने की थी यूक्रेनी समकक्ष से बातचीत

गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस में जंग के बीच पिछले दिनों भारत के विदेश मंत्री जयशंकर की भी यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा के साथ कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी। जानकारी के अनुसार विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने बुधवार को अपने यूक्रेन के समकक्ष दिमित्रो कुलेबा के साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तौर-तरीकों पर “उपयोगी” बातचीत की और यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया एप ‘एक्स’ पर कहा था, “यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा के साथ आज एक उपयोगी बातचीत। आने वाले वर्ष में हमारे द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। यूक्रेन में चल रहे संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया।”

गौरतलब है कि 24 फरवरी 2022 से यूक्रन और रूस के बीच जंग जारी है। शुरुआती महीनों में रूस ने यूक्रेन के शहरों को नेस्तनाबूद कर दिया। लेकिन बाद में पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को दी गई आर्थिक और हथियारों की मदद के बल पर यूक्रेन ने रूस पर पलटवार करना शुरू कर दिया। जंग में ‘शह और मात’ का यह खेल अभी तक जारी है।