Category Archives: Politics

कल ब्रिटेन रवाना होंगे राजनाथ सिंह, 22 वर्षों में भारतीय रक्षा मंत्री की यह पहली यात्रा

Advertisements

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आठ जनवरी को ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा के लिए रवाना होंगे। इस दौरान रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना हैं। गौरतलब है कि पिछली मंत्री स्तरीय यात्रा 22 जनवरी को हुई थी। जून 2022 में राजनाथ सिंह की ब्रिटेन की यात्रा प्रोटोकॉल कारणों से रद्द कर दी थी। तीन दिवसीय यात्रा के दौरान ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के साथ व्यापक बातचीत होगी। इस बैठक में सैन्य सहयोग और रक्षा औद्योगिक साझेदारी को गहन करने की कोशिश की जाएगी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास

लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस) के थिंक टैंक में शामिल दक्षिण एशिया के सीनियर फेलो राहुल रॉय-चौधरी ने कहा कि यह यात्रा और सार दोनों के संदर्भ में खास है। 22 वर्षों में भारत के रक्षा मंत्री की ब्रिटेन की यह पहली यात्रा है। बता दें 22 जनवरी 2002 को तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नाडीस लंदन दौरे पर गए थे। इस लिहाज से यह यात्रा खास मानी जा रही हैं। राहुल रॉय चौधरी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास है। इससे ब्रिटेन और भारत के बीच रिश्तों को मजबूती मिलेगी। ऋषि सुनक पिछले साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान हथियार निर्माण स्थलों में से एक का दौरा कर सकते हैं।

‘कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना’

विश्लेषकों की मानें तो मंत्री स्तर पर बातचीत के दौरान रक्षा क्षेत्र में केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत एजेंडे के कार्यान्वन पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। गौरतलब है कि भारत-ब्रिटेन रक्षा साझेदारी में इजाफा पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अप्रैल 2022 की भारत यात्रा से हुई, जिन्होंने भारत के लिए एक ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस (ओजीईएल) के निर्माण की घोषणा की थी, जिसके बारे में ब्रिटेन सरकार ने कहा था कि यह नौकरशाही को कम करेगा और इसमें मदद करेगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास

लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस) के थिंक टैंक में शामिल दक्षिण एशिया के सीनियर फेलो राहुल रॉय-चौधरी ने कहा कि यह यात्रा और सार दोनों के संदर्भ में खास है। 22 वर्षों में भारत के रक्षा मंत्री की ब्रिटेन की यह पहली यात्रा है। बता दें 22 जनवरी 2002 को तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नाडीस लंदन दौरे पर गए थे। इस लिहाज से यह यात्रा खास मानी जा रही हैं। राहुल रॉय चौधरी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा कई मायने में खास है। इससे ब्रिटेन और भारत के बीच रिश्तों को मजबूती मिलेगी। ऋषि सुनक पिछले साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए थे। साथ ही उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान हथियार निर्माण स्थलों में से एक का दौरा कर सकते हैं।

‘कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना’

विश्लेषकों की मानें तो मंत्री स्तर पर बातचीत के दौरान रक्षा क्षेत्र में केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत एजेंडे के कार्यान्वन पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। गौरतलब है कि भारत-ब्रिटेन रक्षा साझेदारी में इजाफा पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अप्रैल 2022 की भारत यात्रा से हुई, जिन्होंने भारत के लिए एक ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस (ओजीईएल) के निर्माण की घोषणा की थी, जिसके बारे में ब्रिटेन सरकार ने कहा था कि यह नौकरशाही को कम करेगा और इसमें मदद करेगा।

हेमंत सोरेन की बहन का बड़ा बयान, कहा- जरूरत पड़ी तो कल्पना सोरेन बन सकती हैं CM

Advertisements

झारखंड सीएम हेमंत सोरेने ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं। बीते दिनों सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक विधायक ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है कि सीएम हेमंत सोरेन भी सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं और उनकी जगह उनकी पत्नी कल्पना सोरेन राज्य की नई सीएम बन  सकती हैं। अब सीएम हेमंत सोरेन की बहन के बयान ने भी इन चर्चाओं को और हवा दे दी है।

क्यो बोलीं सीएम हेमंत सोरेन की बहन

दरअसल हेमंत सोरेन की बहन अंजली सोरेन से जब कल्पना सोरेन के सीएम बनने की चर्चाओं को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘अगर जरूरत पड़ी तो वह सीएम बन सकती हैं। हमारी पार्टी में अन्य लोग भी हैं लेकिन इसका फैसला पार्टी के विधायक दल की बैठक में होगा। अभी पुष्टि तो नहीं कर सकती, लेकिन जरूरत पड़ी तो वह सीएम बन सकती हैं।’ अंजली सोरेन ने हेमंत सोरेन को ईडी के समन मिलने पर कहा कि ‘एक तरफ हमें ऊपर उठाया जा रहा है और दूसरी तरफ हमारा उत्पीड़न किया जा रहा है।

हेमंत सोरेन सरकार एक आदिवासी सरकार है। मैं कह सकती हूं कि आदिवासी होने की वजह से हमें प्रताड़ित किया जा रहा है। सरकार को डर है कि अगर हेमंत सोरेन की सरकार काम करती रहेगी तो उन्हें आदिवासियों के वोट नहीं मिलेंगे। यही वजह है कि वह यह सब कर रहे हैं।’

कल्पना सोरेन के सीएम बनने की क्यों हैं चर्चाएं

गौरतलब है कि जमीन घोटाले में केंद्रीय एजेंसी ईडी छह बार हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए समन जारी कर चुकी है, लेकिन हर बार हेमंत सोरेन किसी ना किसी बहाने से ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। अब ईडी ने सातवां समन जारी कर खुद सीएम हेमंत सोरेन से पूछा है कि वह खुद बताएं कि कब और कहां मिल सकते हैं।

आशंका जताई जा रही है कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई के लिए भी ईडी रास्ता तलाश रही है। यही वजह है कि ऐसी चर्चा है कि हेमंत सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना सोरेन सीएम बन सकती हैं। हालांकि सीएम हेमंत सोरेन ने खुद इन चर्चाओं को खारिज कर दिया था।

ED पर हुए हमले को लेकर राज्यपाल सख्त, TMC नेता के आतंकियों के साथ संबंधों की जांच के निर्देश

Advertisements

पश्चिम बंगाल में पांच जनवरी को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शेख शाहजहां के समर्थकों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमला बोल दिया था। इसमें कई अधिकारियों को चोटें आई थीं, जबकि उनकी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई थी।इस बीच शाहजहां के सीमापार जाने की खबर पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत उसे गिरफ्तार करने और उसके आतंकवादियों के साथ संबंध होने की जांच करने का निर्देश दिया है।

शांति कक्ष में शिकायत मिलने पर निर्देश

इससे पहले, राज्यपाल बोस ने शुक्रवार को इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने हमले को खतरनाक, निंदनीय और एक भयानक घटना करार दिया था। अब राजभवन की ओर से शनिवार देर रात जारी बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने शांति कक्ष में शिकायत मिलने पर पुलिस प्रमुख को आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।

बयान में कहा गया है, ‘राजभवन के शांति कक्ष में शिकायत मिली है कि शाहजहां शेख को कुछ राजनीतिक नेताओं ने पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से समर्थन दिया है। इसलिए राज्यपाल ने पुलिस अधिकारी को दोषी को तुरंत गिरफ्तार करने और अनुपालन की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। इसके अलावा, शेख के ठिकाने का पता लगाने और उचित कार्रवाई करने पर भी जोर दिया।’

राज्यपाल ने कहा है कि शेख के सीमा पार करने और आतंकवादियों के साथ संपर्क में होने का आरोप लगाने वाली शिकायत की तुरंत जांच की जा सकती है।

टीएमसी ने की आलोचना

राज्यपाल के शेख के आतंकवादियों के साथ संबंध होने के बयान पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को तीखी आलोचना की।टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘हमें नहीं पता कि उनके बयान का आधार क्या है। संविधान के अनुसार, राज्यपाल राज्य सरकार के परामर्श से काम करता है। तो वह बिना किसी ठोस रिपोर्ट या सबूत के ऐसी टिप्पणी कैसे कर सकते हैं? वह यहां समानांतर सरकार चलाने के लिए नहीं आए हैं।’

घटना के बाद ये मामले हुए दर्ज

बता दें, पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमले को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच तृणमूल कांग्रेस नेता के परिवार और केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। ये शिकायतें एक छापे से संबंधित थीं, जिसके दौरान ईडी अधिकारियों पर भीड़ ने हमला किया और उन्हें घायल कर दिया।

पुलिस ने कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में छापेमारी कर रहे ईडी अधिकारियों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला भी दर्ज किया। इन आरोपों में छेड़छाड़, जबरन प्रवेश और चोरी के आरोप शामिल थे।

ईडी ने शुक्रवार को बांग्लादेश सीमा से सटे उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में भीड़ द्वारा तीन ईडी अधिकारियों के घायल होने और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना के बाद शाहजहां के देश से भागने की आशंका के चलते उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था।

PM मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव के मंत्री की पोस्ट से हुआ विवाद, दोनों देश के रिश्तों में आया तनाव

Advertisements

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था। पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं और भारत में मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना शुरू हो गई। दरअसल पीएम मोदी ने भी देशवासियों से लक्षद्वीप घूमने की अपील की थी। यह तुलना इतनी ज्यादा बढ़ी कि मालदीव की सरकार भी परेशान हो गई। अब मालदीव के एक मंत्री की इस मामले को लेकर की गई पोस्ट पर विवाद हो गया है।

मालदीव के मंत्रियों ने साधा निशाना

मालदीव के मंत्री अब्दुल्ला मोहजुम माजिद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘मालदीव के पर्यटन को निशाना बनाने के लिए मैं भारत के पर्यटन को शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन भारत को हमारे बीच पर्यटन से कड़ी टक्कर मिलेगी। हमारा रिजॉर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर ही इनके पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा है।’ इस पोस्ट में पीएम मोदी को भी टैग किया गया है।

मालदीव के एक अन्य नेता जाहिद रमीज ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी द्वारा लक्षद्वीप में पर्यटन बढ़ाने को लेकर लिखा कि ‘बेशक यह अच्छा कदम है, लेकिन हमसे प्रतिस्पर्धा करना एक भ्रम ही है। वह हमारे जैसी सर्विस कैसे देंगे? साथ ही वहां के बीच साफ कैसे रह सकते हैं? कमरों में हमेशा रहने वाली बदबू भी सबसे बड़ी चुनौती है।’

भारत मालदीव के रिश्तों में आया तनाव

भारत और मालदीव करीबी सहयोगी रहे हैं लेकिन हाल के समय में दोनों देशों के रिश्तों में थोड़ा तनाव आया है। दरअसल मालदीव में नवंबर 2023 में हुए आम चुनाव में मोहम्मद मुइज्जु को जीत मिली है। मुइज्जु को चीन का करीबी माना जाता है। यही वजह है कि मुइज्जु ने जीत के तुरंत बाद मालदीव में तैनात भारतीय सेना की वापसी का एलान कर दिया था। मुइज्जु ने मालदीव की इंडिया फर्स्ट नीति को भी बदल दिया है।

पीएम बनने के ख्वाब में मानसिक बीमार हुए सीएम, नीतीश कुमार को क्या बोल गए मांझी?

Advertisements

नवादा जिले के वारिसलीगंज में लिखा परदेश किस्मत में वतन को याद क्या करना, जहां बेदर्द मालिक हो वहां फरियाद क्या करना। उक्त बातें शनिवार को अपने निजी कार्यक्रम में वारिसलीगंज पहुंचे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने पत्रकारों से बात चीत करते हुए कही। घनी आबादी के बीच अडानी समूह का सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना पर उन्होंने कहा कि जहां बेदर्द मालिक हो वहां फरियाद क्या करना।

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय संरक्षक पूर्व सीएम ने बिहार सरकार की कुनीतियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नवादा के वारिसलीगंज समेत गया के गुरारू का चीनी मिल तथा गया का कॉटन मिल को सरकार कूड़े की कीमत में बेचकर उक्त स्थान पर ऐसी फैक्ट्री लगवा रही है। जिससे लोग कुछ ही दिनों में विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रस्त हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा ही साफ नहीं है। वारिसलीगंज में चीनी मिल के रहते किसानों के साथ साथ मजदूरों एवं स्थानीय बाजार के व्यापारियों को भी लाभ होता था। जिसके जगह पर अगर सरकार चाहती तो पुनः कृषि उत्पाद जनित फैक्ट्री लगवाती जिससे क्षेत्र के किसान मजदूरों में आर्थिक संपन्नता आती। उन्होंने कहा कि इन दिनों बिहार के मुख्यमंत्री की मानसिक हालत ठीक नहीं है, उन्हें इलाज की जरूरत है। क्योंकि पीएम बनने का ख्वाब उन्हें मानसिक बीमार बना दिया है। जो उनके बयान में साफ झलकता है।

पूर्व सीएम नप के वार्ड संख्या 12 स्थित विक्रम कुमार के घर पर करीब एक घंटे तक रुके। मौके पर हम के जिला उपाध्यक्ष सनोज साव, पूर्व मंत्री के निजी सहायक विक्रम कुमार, हम के जिला सचिव दीन दयाल भगत, प्रखण्ड अध्यक्ष रामवृक्ष मांझी, पूर्व प्रखण्ड प्रमुख रामाशीष मांझी समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

अखिलेश यादव के बयान पर भड़कीं मायावती, बोलीं- I.N.D.I.A गठबंधन का प्रयास भी बेकार, जानें और क्या कहा

Advertisements

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अपनी व अपनी सरकार की खासकर दलित विरोधी रही आदतों, नीतियों एवं कार्यशैली आदि से मजबूर  सपा प्रमुख द्वारा बीएसपी पर अनर्गल तंज कसने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में भी झांककर जरूर देख लेना चाहिए कि उनका दामन भाजपा को बढ़ाने व उनसे मेलजोल के मामले में कितना दागदार है। इसके बाद उन्होंने एक दूसरा पोस्ट भी शेयर किया।

अखिलेश यादव पर भड़की मायावती

अपने दूसरे पोस्ट में उन्होंने कहा कि साथ ही, तत्कालीन सपा प्रमुख द्वारा भाजपा को संसदीय चुनाव जीतने से पहले व उपरान्त आर्शीवाद दिए जाने को कौन भुला सकता है। और फिर भाजपा सरकार बनने पर उनके नेतृत्व से सपा नेतृत्व का मिलना-जुलना जनता कैसे भूला सकती है। ऐसे में सपा साम्प्रदायिक ताकतों से लडे़ तो यह उचित होगा। बता दें कि शनिवार को अखिलेश यादव ने बलिया में मायावती पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि बसपा अध्यक्ष दरअसल सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बलिया में मायावती पर टिप्पणी की थी।उन्होंने मायावती के इंडि गठबंधन में शामिल होने पर गठबंधन के मजबूत होने को लेकर पूछे जाने पर मायावती पर भरोसे के संकट की बात कही थी। अखिलेश यादव ने पलटकर पत्रकारों से सवाल किया कि क उसके बाद का भरोसा आप दिलाएंगे। बाद का भरोसा आप में से कौन दिलाएगा।

ईडी गठबंधन में सपा ने दिया नीतीश का नाम

बता दें कि इससे पहले समाजवादी पार्टी की तरफ इंडी गठबंधन में बतौर प्रधानमंत्री नीतीश कुमार का नाम आगे किया गया है। दरअसल यह कोई अधिकारिक बयान नहीं है लेकिन समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रह चुके आईपी सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा, देशभर के पटेल समाज और पीडीए ने तय कर लिया है कि पिछड़े वर्ग के पटेल श्री नीतीश कुमार जी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाना है। सिंहासन खाली करो की जनता आती है।’ बता दें कि आईपी सिंह ने जो तस्वीर शेयर की है उसमें समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की तस्वीर और जदयू के प्रमुख नीतीश कुमार की तस्वीर है। इस तस्वीर में लिखा है, ‘यूपी और बिहार गया मोदी सरकार।’

महिलाओं की स्थिति को लेकर चिराग चिंतित , चिराग पासवान ने कहा- बिहार में बनी हमारी सरकार तो…

Advertisements

पटना: आगामी चुनाव को लेकर सभी सियासी दल अपनी गोट सेट करने में लग गये हैं। इसी कड़ी में लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि उनकी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है।

चिराग पासवान ने महिलाओं को लेकर बड़ा ऐलान किया और कहा कि वे आगामी चुनाव को लेकर जल्द ही बड़ी घोषणा करेंगे। शनिवार को महिला विकास मंच के कार्यक्रम में पहुंचे चिराग ने महिला विकास मंच की मांगों का समर्थन किया।

चिराग पासवान ने कहा कि वे और उनकी पार्टी महिलाओं को लेकर काफी चिंतित है। उन्होंने कहा कि बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के माध्यम से कई ऐसे विषय हैं, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाओं को आगे बढ़ाया जा सके, उसका जिक्र हमलोगों ने किया है। आधी आबादी का रिप्रजेंटेशन हर जगह होना चाहिए। इसका जिक्र हमारे विजन डॉक्यूमेंट्स में है। उम्मीद करता हूं कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद जब बिहार में हमारी सरकार बनेगी तो इन्हें लागू किया जाएगा।

‘जदयू के अंदर बगावत जैसी स्थिति ,किसी भी वक्त हो सकता है विस्फोट’ : BJP

Advertisements

लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है. वैसे-वैसे नेताओं की बेचैनी भी बढ़ रही है. सीट शेयरिंग से पहले ही जदयू के अंदर घमासान मच गया है. सीतामढ़ी सीट को लेकर जदयू नेताओं ने बगावत कर दी है और नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया है. भाजपा ने हालात पर चुटकी ली है. सीतामढ़ी लोकसभा सीट फिलहाल हॉट केक बना हुआ है. सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम फैसला तो नहीं हुआ है, लेकिन जदयू ने सीतामढ़ी लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है।

सीतामढ़ी के जेडीयू नेताओं में विरोध

जेडीयू देवेश चंद्र ठाकुर को मैदान में उतरने की तैयारी में है. इन सब के बीच सीतामढ़ी के स्थानीय नेताओं का विरोध भी शुरू हो गया है. सीतामढ़ी के कई पूर्व विधायक और पूर्व सांसदों ने नेतृत्व के फैसले के खिलाफ बगावत कर दी है और देवेश चंद्र ठाकुर की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं. विरोध करने वालों में विधान पार्षद रामेश्वर महतो, पूर्व विधायक रंजू गीता समेत कई नेताओं का नाम शामिल हैं।

नीतीश कुमार ने किया था देवेश चंद्र ठाकुर के नाम का ऐलान

दरअसल, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीतामढ़ी लोकसभा सीट पर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के नाम का ऐलान किया था. भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि सीतामढ़ी लोकसभा सीट को लेकर जदयू में घमासान है. कई नेताओं ने नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह शुरू कर दिया है।

सीतामढ़ी लोकसभा सीट इंडी गठबंधन के लिए लिटमस साबित होने वाला है. देवेश चन्द्र ठाकुर की उम्मीदवारी को खारिज कर महागठबन्धन नेता नीतीश कुमार को औकात बताने का काम कर रहे हैं. जदयू के अंदर कभी भी विस्फोट हो सकता है और ऐसी स्थिति में पार्टी का अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा”.-प्रभाकर मिश्रा, प्रवक्ता, बीजेपी

‘बिहार में युवाओं को रोजगार दिया जा रहा, बीजेपी को नहीं दिखता’- तेजस्वी यादव

Advertisements

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के लोग ऐसी ही कुछ बोलते रहते हैं. उन्हें दिखता नहीं है कि लगातार बिहार में युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है. बीपीएससी के द्वारा लगातार शिक्षक की नियुक्ति की जा रही है. यहां तक कि जो नियोजित शिक्षक थे उन्हें भी राज्य कर्मी बनाने का काम हमारी सरकार कर रही है. निश्चित तौर पर विकास जो हो रहा है उसे पर भाजपा के लोग तो कुछ बोलेंगे नहीं. कुछ से कुछ बोलते रहते हैं।

बिहार में विकास का हो रहा काम

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लगातार विकास के काम हो रहा है. कहीं न कहीं उसको लेकर कोई बात नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग कहते हैं कि हम मुख्यमंत्री से मिलने क्यों जाते हैं, हम सरकार में हैं एक साथ सरकार चला रहे हैं तो उनसे मिलने जाते हैं. इसको लेकर चर्चा क्या होनी चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा की जो काम हम लोगों को करना है वह हम लोग कर रहे हैं।

“फालतू बातों की चर्चा बीजेपी के लोग करते हैं. इसका हम जवाब नहीं देना चाहते हैं. हम लोग सिर्फ विकास पर विश्वास करते हैं और विकास का काम लगातार बिहार में किया जा रहा है.”- तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री, बिहार

क्या कहा था तेजस्वी ने

उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार 3 जनवरी को मधुबनी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अयोध्या में हजारों लाखों करोड़ रुपये खर्च कर भगवान राम की मंदिर बनाई जा रही है. राम मंदिर, मोदी जी की जरूरत है. राम चाहते तो अपना मंदिर नहीं बनवा लेते? मोदी को राम जी से भी बड़ा बताया जा रहा है. ये सब बेकार की बात है. मन में और दिल में श्रद्धा होनी चाहिए. नीयत साफ होनी चाहिए।