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लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय के बेटे ने की आत्महत्या, खुद को गोली से उड़ाया

लोजपा (रामविलास) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व विधान परिषद हुलास पांडेय के बेटे ने आत्महत्या कर ली है. बेटे की उम्र 14 से 15 वर्ष के बीच है. जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार बेटे ने गोली मारकर खुद को उड़ाया है. हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसने कितनी गोली मारी है. यह घटना पटना स्थित आवास पर हुई है. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. 

बताया जाता है कि घटना के बाद इलाज के लिए लड़के को लोग बेली रोड स्थित एक बड़े अस्पताल में लेकर गए. यहां देखने के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. हुलास पांडेय के बेटे ने खुदकुशी क्यों की है इसकी वजह सामने नहीं आई है. हालांकि जिस पिस्टल से गोली मारी गई है वह लाइसेंसी बताई जा रही है. इस घटना को लेकर अभी परिजनों का कोई बयान सामने नहीं आया है.

मामले की जांच के लिए अस्पताल पहुंची पुलिस

पूर्व एमएलसी के बेटे की आत्महत्या की खबर सामने आते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. मामले की जांच-पड़ताल और पूछताछ के लिए शास्त्री नगर थाने की पुलिस उस अस्पताल में पहुंची जहां बेटे को इलाज के लिए परिजन लेकर गए थे. शास्त्री नगर थाना के प्रभारी रामाशंकर सिंह ने मौत की पुष्टि की है. हालांकि कैसे हुई है और क्या पूरी घटना है इसको लेकर उन्होंने कहा कि अभी जांच की जा रही है.

सुसाइड करने वाला है सबसे बड़ा बेटे

हुलास पांडेय के तीन बच्चे हैं. जिस बेटे ने सुसाइड की है वह हुलास पांडेय का सबसे बड़ा लड़का था. 12 साल की एक बेटी है और एक सबसे छोटा लड़का है जिसकी उम्र आठ साल के आसपास है. सुसाइड करने वाला बेटा और बेटी दोनों बेंगलुरु में रहकर पढ़ाई कर रहे थे. अभी छुट्टी में पटना में थे.

कौन है हुलास पांडेय?

बिहार के पूर्व एमएलसी रह चुके हुलास पांडेय को आरा-बक्सर में बाहुबली के तौर पर जाना जाता है. इनके भाई सुनील पांडेय विधायक भी रह चुके हैं. कुछ साल पहले एनआईए ने हुलास पांडेय के पटना, आरा और बक्सर के ठिकानों पर छापा मारा था. पटना से डेढ़ किलो सोना और 45 लाख के आसपास नकद भी मिले थे.

भागलपुर में होटल बिग डैडी गोलीकांड में फरार JDU विधायक गोपाल मंडल के साले ने किया सरेंडर

होटल बिग डैडी गोलीकांड में फरार चल रहे जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के साले दिलीप मंडल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। दिलीप मंडल अपने रिश्तेदारों के साथ नाटकीय ढंग से भागलपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में पहुंचा और सरेंडर कर दिया। गोलीकांड में नामजद होने के बाद से जेडीयू विधायक का साला फरार चल रहा था।

दरअसल, पिछले साल 12 दिसंबर को जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे आशीष कुमार के होटल बिग डैडी परिसर के पास बाउंड्री निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस दौरान गोलीबारी की घटना हुई थी, जिसमें प्रॉपर्टी डीलर लाल बहादुर शास्त्री, उनकी पत्नी माधुरी प्रसाद और शरत यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

घायल प्रापर्टी डीलर के बयान पर इस मामले में जेडीयू विधायक गोपाल मंडल, उनके बेटे आशीष, विधायक के साले दिलीप मंडल समेत अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था। इस मामले में अधिकांश आरोपी बेल पर हैं जबकि जेडीयू विधायक का साला दिलीप मंडल गिरफ्तारी के डर से इधर-उधर भाग रहा था। पुलिस की दबिश से परेशान होकर गुरुवार को दिलीप मंडल नाटकीय ढंग से कोर्ट पहुंचा और सरेंडर कर दिया।

पटना से दिल्ली जा रही इंडिगो एयरलाइन्स की फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, सभी यात्री सुरक्षित

इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी पटना से आ रही है। जहां इंडिगो एयरलाइन्स के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। इंजन में गड़बड़ी के कारण इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E 2433 को पटना में इमरजेंसी लैंडिंग कराया गया। बता दें कि यह विमान पटना से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। लेकिन कुछ मिनटों के बाद पायलट को इंजन में गड़बड़ी का एहसास हुआ।

पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए विमान को पटना एयरपोर्ट पर उतारा। विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। पटना एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि पटना से दिल्ली के लिए उड़ाने भरने के तीन मिनट बाद यह सूचना मिली की विमान का एक इंजन काम नहीं कर रहा है। जिसके बाद विमान को सुरक्षित पटना एयरपोर्ट पर उतारा गया। इंडिगो में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।

विमान की इमरजेंसी लैंडिंग सुबह 9 बजकर 11 मिनट पर करायी गयी। एयरपोर्ट पर अन्य विमानों का परिचायन सामान्य है। बताया जा रहा है कि फ्लाइट में 180 यात्री सवार थे। बता दें कि बीते दिनों स्पाइसजेट की विमान के इंजन में आग लग गयी थी। इंजन से धुआं निकलने के बाद विमान में सवार यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया था। जिसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पटना एयरपोर्ट पर हुई थी। बर्ड हिट की वजह से फ्लाइट के इंजन में आग लगी थी। हालांकि इस दौरान भी बड़ा हादसा टल गया। वही आज फिर इंजन में गड़बड़ी के बाद इंडिगो की फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गयी।

भागलपुर के पत्रकार बैठे धरना पर,पत्रकार की पिटाई करने वाले पुलीस हो निलंबित

भागलपुर जिले के परबत्ती मोहल्ले में असमाजिक तत्वों के द्वारा बुढ़िया काली मंदिर पर हुए पथराव को लेकर लगातार वी जे पी आंदोलन कर रही है। वहीं बीती रात अनशन पर बैठे वी जे पी के पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित पांडे और अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस गिरफ्तार करने आई थी।

वहीं खबर कवरेज के दौरान कुछ पत्रकार साथियों को बर्बरतापूर्वक पिटाई कर दी। इस मामले को लेकर जिले के तमाम पत्रकार साथी कचहरी चौक पर धरने पर बैठ गये हैं।पत्रकार साथियों की भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक से मांग कर रहे हैं कि जिसके निर्देश पर हमारे साथियों की पिटाई की गई है उस पुलीस पदाधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।

भागलपुर पुलिस ने पत्रकारों के साथ की मारपीट, लाठीचार्ज की घटना को कवर कर रहे थे पत्रकार

बिहार में पुलिस का अत्याचार और लाठियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस की बर्बरता की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। पिछले दिनों पटना में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज का मामला अभी ठण्ड अभी नहीं हुआ था कि अब पुलिस ने फिर से अपनी लाठियों का शिकार बनाया है। इस भागलपुर पुलिस ने कचहरी चौक पर अनशन पर बैठे बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष को हटाने के लिए जमकर लाठीचार्ज किया गया।

अनशन पर बैठे हुए थे बीजेपी नेता 

पुलिस ने इस दौरान वहां मौजूद पत्रकारों को भी नहीं बख्सा। पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों की भी जमकर पिटाई कर दी। बता दें कि बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष रोहित पांडे पिछले तीन दिनों से कचहरी चौक पर परवत्ती में मोहर्रम के दौरान बुढ़िया काली मंदिर पर हुए पथराव और मंदिर के गेट को उपद्रवियों के द्वारा क्षति पहुंच जाने की घटना के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे थे। जिन्हें देर रात काफी संख्या में पहुंची पुलिस फोर्स के द्वारा लाठीचार्ज कर हटाने की कोशिश कर रहे थे।

पत्रकारों के साथ पुलिस ने की मारपीट 

इस घटना की सूचना मिलते ही तमाम स्थानीय पत्रकार भी मौके पर पहुंचे। उन्हें देखते ही पुलिस और भी उग्र हो गई और पत्रकारों के साथ भी मारपीट करने लगी। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने तमाम अखबारों और चैनलों के रिपोर्टरों के साथ जमकर मारपीट की। इस मारपीट में कई पत्रकारों को गहरी चोट पहुंची है।

CM नीतीश कुमार के यूपी से चुनाव लड़ने की अकटलें तेज, बिहार में राजनीतिक बयानबाजी शुरू

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश के फूलपुर लोकसभा सीट से अगला आम चुनाव लड़ेंगे? इस सवाल पर आजकल सत्ता के गलियारों में चर्चा काफी तेज है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश यूपी से अगला लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। ताजा अटकलों को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ महागठबंधन और यहां के विपक्षी दल के बीच राजनीतिक तकरार शुरू हो गई है। बिहार के मंत्री और उत्तर प्रदेश के लिए जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू) के प्रभारी श्रवण कुमार के हाल में कहा था कि ऐसी ‘‘मांगें’’ उठ रही हैं कि पार्टी प्रमुख पड़ोसी राज्य से चुनाव मैदान में उतरें। इसके बाद कुमार के उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गईं।

लोग चाहते हैं कि नीतीश यूपी से चुनाव लड़ें

श्रवण कुमार ने बुधवार को कहा, ‘‘मैं हाल में जौनपुर में था और वहां बहुत मांग थी कि माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव लड़ने पर विचार करें।’’ कैबिनेट के सबसे वरिष्ठ सदस्य और पूर्व राज्य जदयू अध्यक्ष बिजेंद्र यादव ने पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि कई अन्य राज्यों में हमारी इकाइयां चाहती हैं कि मुख्यमंत्री वहां से चुनाव लड़ें। बेशक, इस बारे में पार्टी नेता को निर्णय लेना है।’’

एनडीए को हराने की मुहिम में जुटे हैं नीतीश

नीतीश ने पिछले साल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ लिया था और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को हराने की मुहिम में लगे हुए हैं। उनके बारे में अटकलें जोरों पर हैं कि वह पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सीट के रूप में प्रसिद्ध फूलपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। यह संसदीय सीट के तहत प्रयागराज शहर का एक बड़ा हिस्सा आता है और वहां कुर्मी जाति की एक बड़ी आबादी है, जिससे कुमार संबंधित हैं और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी से लगभग 100 किलोमीटर दूर है।

श्रवण कुमार ने कहा, ‘‘यह सिर्फ फूलपुर नहीं है। हाल में उत्तर प्रदेश दौरे के दौरान मुझे एहसास हुआ कि फतेहपुर और प्रतापगढ़ समेत कई अन्य सीटें हैं, जहां हमारी पार्टी चाहती है कि मुख्यमंत्री लड़ें। उन्हें लगता है कि इससे माहौल बनेगा।’’ बिहार में जदयू की सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता शक्ति यादव से जब यह पूछा गया कि वह नीतीश के उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने के बारे में क्या सोचते हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘अगर उस राज्य के लोग चाहते हैं, तो उन्हें ऐसा करना चाहिए। यह बिहार के लिए गर्व की बात है कि हमारे नेता की लोकप्रियता बिहार की सीमाओं से परे है।’’

आखिरी बार 1984 में कांग्रेस को मिली थी सफलता

फूलपुर सीट का नेहरू से जुड़ाव रहा है और उनकी मृत्यु के बाद विजय लक्ष्मी पंडित ने यहां से जीत दर्ज की थी लेकिन अब फूलपुर कांग्रेस की पकड़ से निकल चुकी है और आखिरी बार 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या से उत्पन्न लहर के समय पार्टी ने इस सीट से जीत हासिल की थी। बिहार में जदयू की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के बिहार विधानसभा में विधायक दल के नेता शकील अहमद खान से नीतीश के फूलपुर से चुनाव लड़ने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘क्यों नहीं? जब गुजरात का कोई व्यक्ति वाराणसी से चुनाव लड़ सकता है और जीत सकता है, तो हम उत्तर प्रदेश के बहुत करीब हैं।’’

नीतीश के उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की चर्चा से नाराज दिख रही भाजपा के नेताओं ने इसे लेकर जदयू के शीर्ष नेता पर निशाना साधा। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा और भाजपा की बिहार इकाई के प्रमुख सम्राट चौधरी ने अलग-अलग कड़े शब्दों में बयान दिए और आरोप लगाया कि नीतीश अपने घरेलू क्षेत्र में अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं और अगर वह पड़ोसी राज्य में जाते हैं तो उन्हें अपमान का सामना करना पड़ेगा। भाजपा के दोनों नेताओं ने नीतीश की पार्टी जदयू पर फूलपुर के ‘‘जातीय अंकगणित’’ के दृष्टिकोण से सोचने का भी आरोप लगाया।

भागलपुर में दिखी पुलिस की बर्बरता : अनशन पर बैठे BJP नेता रोहित पांडेय को घसीटकर साथ ले गई पुलिस, कार्यकर्ताओं पर बरसाई लाठियां, पत्रकारों की भी की पिटाई

BHAGALPUR : पुलिस का बर्बर चेहरा एक बार फिर सामने आया है। भागलपुर के परबत्ती काली मंदिर पर पथराव करने वाले उपद्रवियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भागलपुर शहर के कचहरी चौक पर आमरन अनशन पर बैठे भाजपा नेता व पूर्व जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय को पुलिस जबरन उठाकर अपने साथ ले गई। गुरुवार देर रात करीब 10.45 बजे दंगा नियंत्रण बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे पुलिस इंस्पेक्टर एसके सुधांशु ने पूर्व जिलाध्यक्ष रोहित पांडे से कहा कि आपको मेडिकल जांच की जरूरत है। आपको हमारे साथ जवाहर लाल नेहरू अस्पताल चलना होगा। इंस्पेक्टर के इस प्रस्ताव पर रोहित ने कहा कि मुझे कहीं नहीं चलना है, मेरी स्थिति बेहतर है। मुझे कोई शारीरिक कष्ट नहीं है। उन्होंने पुलिस अधिकारी से कहा कि जबतक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, वे यहां से हटने वाले नहीं हैं।

वीडियो बना रहे युवकों पर जवानों ने बरसाये डंडे

भाजपा नेता का इतना बोलते ही दंगा नियंत्रण बल के जवानों ने उन्हें जबरन अनशन स्थल से उठाकर पुलिस वैन में भर लिया। इसके बाद कुछ जवान भी वैन में बैठ गए। इस दौरान फोटो और वीडियो बना रहे कुछ पत्रकारों और युवकों पर भी जवानों ने डंडे बरसाये। साथ ही दो अन्य लोगों को अपने कब्जे में लेकर वैन में बैठाने का प्रयास किया। लेकिन सादे लिबास में मौजूद इंस्पेक्टर एसके सुधांशु ने बीच-बचाव कर उन्हें मुक्त करा दिया।

मेडिकल जांच कराने की बात कह ले गई जोगसर थाना

अनशन स्थल पर गुरुवार देर रात पहुंची पुलिस टीम रोहित पांडेय को उनके खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जांच के लिए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल ले जाने के लिए बल प्रयोग किया। इसके बाद उन्हें अपने साथ जोगसर थाने लेकर चली गई। ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस टीम को इस बात का अंदेशा था कि अनशन स्थल से भाजपा नेता को उठा कर ले जाने के बाद कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया सामने आ सकती थी। इसी अंदेशे को देखते हुए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल ले जाने के बजाय जोगसर थाने ले गई। थाने ले जाने के चंद मिनटों बाद रोहित पांडेय को लोकनायक जयप्रकाश सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया है। वहां सुरक्षा का भारी इंतजाम किए गए हैं।

क्या बोले भाजपा कार्यकर्ता

अनशन स्थल पर मौजूद संगठन से जुड़े नेताओं, कार्यकर्ताओं का कहना था कि पुलिस अधिकारी और बलों की मंशा अनशन जबरन समाप्त कराने की थी। दिन के उजाले में वह साहस नहीं जुटा सकी, तो रात के अंधेरे में रोहित को जबरन अपने साथ ले गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि शुक्रवार को भारी संख्या में कार्यकर्ता पुलिस की दमनकारी कृत्य के खिलाफ आंदोलन का विगुल फूंकेंगे। मंदिर पर पथराव करने वाले नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात भी कार्यकर्ताओं ने कही है।

नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने पर RJD खुश, कहा : BJP को ठीक करना जरूरी…..

देशभर के विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव लड़ाने की मांग उठ रही है। प्रयागराज की फूलपुर लोकसभा सीट पर समर्थकों ने नीतीश कुमार के 2024 में यहां से चुनाव लड़ने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने की तैयारी में महागठबंधन पूरी तरह से जुट गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यूपी के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के कयासों के बीच राष्ट्रीय जनता दल के विधायक भाई वीरेन्द्र ने बड़ा बयान दिया है।

आरजेडी के विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा है कि बिहार के नेता जब-जब दूसरे राज्यों से चुनाव लड़े हैं, तब-तब उनकी जीत हुई है। मनेर विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि बीजेपी को ठीक करने के लिए नीतीश कुमार फूलपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं की भी चाहत है कि नीतीश कुमार फूलपुर से चुनाव लड़े।

वहीं, को-ऑर्डिनेशन कमिटॉी को लेकर भाई वीरेन्द्र ने कहा कि सभी की कोशिश है कि बेहतर ढंग से सरकार चले लिहाजा जब सभी दलों का शीर्ष नेतृत्व चाहेगा तो को-ऑर्डिनेशन कमिटी भी बन जाएगी। थोड़ी व्यस्तता और जातीय गणना की वजह से विलंब हो रहा है।

गौरतलब है कि जनता दल यूनाइडेट ने नरेन्द्र मोदी को उन्हीं के अंदाज में मात देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जेडीयू के तीन नेताओं को गुप्त तरीके से काम पर लगा भी दिया गया है, जिसे लेकर काफी गोपनीयता भी बरती जा रही है। सियासी गलियारे में नीतीश कुमार के उत्तर प्रदेश के फूलपुर संसदीय क्षेत्र से ताल ठोकने की चर्चा काफी तेज है।

दरभंगा एयरपोर्ट से जिंदा कारतूस के साथ सरकारी शिक्षक गिरफ्तार, ऑपरेशन कराने जा रहा था दिल्ली

बिहार के दरभंगा एयरपोर्ट से हथियार के साथ शिक्षक गिरफ्तार हुआ है. गुरुवार को सामानों की स्क्रीनिंग के दौरान उसके बैग से 7.62 बोर का तीन जिंदा कारतूस बरामद हुआ. गोली मिलने की खबर से एयरपोर्ट पर सुरक्षा कर्मियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जिसके बाद एयरपोर्ट के सुरक्षा कर्मियों ने यात्री को हिरासत में लेते हुए सदर थाना के सुपुर्द कर दिया।

जिंदा कारतूस के साथ पकड़ाए अधेड़ यात्री की पहचान सहरसा के सदर थाना अंतर्गत वार्ड नंबर 14 निवासी विष्णु ठाकुर के रूप में हुई है. विष्णु ठाकुर अपनी पत्नी और साढ़ू के साथ दिल्ली की फ्लाइट पकड़ने आया था. विष्णु ठाकुर सरकारी विद्यालय में शिक्षक है।

वहीं सूचना मिलने के बाद सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने सदर थाना पहुंचकर विष्णु ठाकुर से पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में उसने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ऑपरेशन कराने जा रहा था. 4 अगस्त को उसका ऑपरेशन होना है. उसके गर्दन के पिछले हिस्से में ब्लड क्लोट है. उसके पास से कई दवा भी पाई गई है।

सदर एसडीपीओ ने बताया कि विष्णु के पास कारतूस कहां से आया, इस बारे में वह पुलिस को कुछ भी नहीं बता पाया है. यात्री के साथ उसकी पत्नी है. वहीं उसकी उम्र और बीमारी को देखते हुए ऐसा लगता कि उसने जान-बूझकर कारतूस पास में नहीं रखा होगा. पुलिस सभी पहलुओं की छानबीन कर रही है. बरामद कारतूस को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।