देश में चीनी की कीमतों में उछाल और गन्ने के उत्पादन में गिरावट के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने गन्ने के जून से एथेनॉल बनाने पर रोक लगाने का फैसला किया है. इस फैसले को लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. इस फैसले के बाद ये माना जा रहा है कि घरेलू बाजार में चीनी की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी.

चीनी के जून से एथेनॉल बनाने पर रोक

उपभोक्ता मामलों और खाद्य आपूर्ति मंत्रालय ने ये आदेश जारी करते हुए कहा कि आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन डिपार्टमेंट देश में चीनी के उत्पादन, बिक्री और चीनी की उपलब्धता को मॉनिटर करता है जिससे देश में स्थिर कीमत पर चीनी की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके.

अपने अधिकारों के तहत मंत्रालय ने चीनी मिलों और डिस्टिलरीज को ये आदेश दिया है वे 2023-24 के दौरान गन्ने के जूस या शुगर सिरप का इस्तेमाल एथेनॉल बनाने के लिए नहीं करेंगे. ये आदेश फौरी तौर पर लागू हो चुका है. लेकिन ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से बी-हेवी मोलासेज से एथेनॉल सप्लाई के लिए मिले आर्डर के लिए एथेनॉल की सप्लाई जारी रहेगी. मंत्रालय ने पेट्रोलियम मंत्रालय को भी इस फैसले की जानकारी दे दी है.

चीनी की कीमतों में बड़ी गिरावट

जैसे ये खबरें आने लगी कि भारत सरकार चीनी से एथेनॉल बनाने पर रोक लगा सकती है उसके बाद इंटरनेशनल मार्केट में न्यूयार्क के एक्सचेंज में चीनी के फ्यूचर रेट में करीब 8 फीसदी की गिरावट आई है. वहीं ये माना जा रहा है कि इस फैसले का असर घरेलू बाजार में भी देखने को मिल सकता है. चीनी की कीमतों में कमी आ सकती है.

शुगर स्टॉक्स धड़ाम

सरकार के इस फैसले के चलते चीनी उत्पादन करने वाली कंपनियों के स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बलराम चीनी 6.60 फीसदी, डालमिया भारत 6.08 फीसदी, बजाज हिंदुस्तान 5.41 फीसदी, डीसीएम श्रीराम 5.80 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है.


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